मोतिहारी में NH-28A का हिस्सा धंसा, आवागमन प्रभावित:बारिश से सिकरहना नदी उफान पर, किसानों की चिंता बढ़ी
मोतिहारी में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। लगातार वर्षा के कारण जिले में कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति बन गई है। मोतिहारी-छपरा-रक्सौल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-28A) का लालपरसा के पास एक हिस्सा लगभग 10 फीट तक धंस गया है। सड़क धंसने से इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धंसे हुए हिस्से को बांस-बैरिकेड लगाकर सुरक्षित कर दिया है, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों को अब वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ रहा है। सिकरहना नदी उफान पर पूर्वी चंपारण जिले से गुजरने वाली नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। विशेष रूप से सिकरहना नदी उफान पर है। नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। गांवों के खेतों और घरों तक नदी का पानी पहुंचने लगा है। इस स्थिति से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। खेतों में खड़ी धान की फसल पकने की अवस्था में थी, लेकिन बाढ़ का पानी घुसने से फसलों के चौपट होने का खतरा मंडरा रहा है। आपदा प्रबंधन-सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट किसानों का कहना है कि पहले सूखे जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा था, और अब लगातार बारिश तथा बाढ़ ने उनकी मेहनत पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। प्रशासन ने बताया है कि आपदा प्रबंधन और सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट पर हैं। प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और आवश्यकता पड़ने पर राहत कार्य शुरू किए जाएंगे। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के किनारों के पास न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। लगातार जारी बारिश के कारण मोतिहारी सहित पूरे पूर्वी चंपारण जिले में जनजीवन प्रभावित हुआ है। यदि बारिश इसी तरह जारी रहती है, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
Oct 6, 2025 - 12:52
0
मोतिहारी में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित किया है। लगातार वर्षा के कारण जिले में कई स्थानों पर जलजमाव की स्थिति बन गई है। मोतिहारी-छपरा-रक्सौल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-28A) का लालपरसा के पास एक हिस्सा लगभग 10 फीट तक धंस गया है। सड़क धंसने से इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धंसे हुए हिस्से को बांस-बैरिकेड लगाकर सुरक्षित कर दिया है, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों को अब वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ रहा है। सिकरहना नदी उफान पर पूर्वी चंपारण जिले से गुजरने वाली नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। विशेष रूप से सिकरहना नदी उफान पर है। नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। गांवों के खेतों और घरों तक नदी का पानी पहुंचने लगा है। इस स्थिति से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। खेतों में खड़ी धान की फसल पकने की अवस्था में थी, लेकिन बाढ़ का पानी घुसने से फसलों के चौपट होने का खतरा मंडरा रहा है। आपदा प्रबंधन-सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट किसानों का कहना है कि पहले सूखे जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा था, और अब लगातार बारिश तथा बाढ़ ने उनकी मेहनत पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। प्रशासन ने बताया है कि आपदा प्रबंधन और सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट पर हैं। प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और आवश्यकता पड़ने पर राहत कार्य शुरू किए जाएंगे। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के किनारों के पास न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। लगातार जारी बारिश के कारण मोतिहारी सहित पूरे पूर्वी चंपारण जिले में जनजीवन प्रभावित हुआ है। यदि बारिश इसी तरह जारी रहती है, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts.