जींद में धरने पर बैठे 150 किसानों पर केस:कंपनी का दावा-12 लाख का नुकसान, भिड़ताना टोल प्लाजा पर धरना चौथे दिन भी जारी
जींद जिले के सफीदों उपमंडल के भिड़ताना गांव के पास बने एक्सप्रेस-वे भिड़ताना टोल प्लाजा पर शनिवार से जारी विरोध प्रदर्शन ने तूल पकड़ लिया है। किसानों का विरोध प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। वहीं, टोल संचालक कंपनी राधावल्लभ एसोसिएट्स के प्रबंधक सुनील जैन की शिकायत पर थाना पिल्लूखेड़ा में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें 13 नामजद हैं। कंपनी का कहना है कि इससे 2 दिनों में करीब 12 लाख रुपए का नुकसान हुआ। 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग आंदोलनकारियों की मांग है कि मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और कंपनी में नौकरी दी जाए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। परिवार का कहना है कि समरजीत सिवाच रक्षक सिक्योरिटी लिमिटेड में मैनेजर के पद पर कार्यरत थे और कंपनी के टोल में उनकी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। सड़क हादसे में उनकी मृत्यु के बाद परिवार को मुआवजा देने की मांग की जा रही है। वाहनों का आवागमन हुआ प्रभावित किसानों ने चौथे दिन भिड़ताना टोल को जाम कर दिया, जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। टोल मैनेजर ने 150 किसानों के खिलाफ पिल्लूखेड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें टोल संचालन में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। 16 अक्टूबर 2025 को भिड़ताना टोल पर किसानों की महापंचायत होगी, जिसमें कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। धरना शांतिपूर्ण रूप से जारी है, और किसान समरजीत सिवाच के लिए न्याय की मांग पर अड़े हुए हैं।
