Pakistan पर हो गया तालिबान से भी 10 गुणा बड़ा हमला, इजरायल ने मचाया कोहराम
पाकिस्तान पर तालिबान से भी 10 गुणा ज्यादा बड़ा हमला हुआ है। 250 से ज्यादा पाकिस्तानी लोग और नेता मारे गए हैं। जबकि 1500 से ज्यादा घायल हैं। मौत का आंकड़ा 500 पार कर सकता है और हालात नहीं सुधरे तो 1000 भी हो सकता है। आप मान कर चलिए कि पाकिस्तान के हालात बिगड़ने वाले हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ देश से गायब हैं और जिस वजह से वो गायब हैं उसी कारण पाकिस्तान पर बड़ा हमला हुआ है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान पर हुए इस बड़े हमले के पीछे इजरायल का एक बहुत बड़ा ऐंगल है। इजरायल से आई कुछ तस्वीरों की वजह से पाकिस्तान में हजारों लोगों ने अपनी ही सेना और सरकार पर हमला कर दिया। अब इन्हीं लोगों को पाकिस्तान की सेना चुन चुनकर मार रही है। सबसे भयानक हालात मुरीदके के हैं।इसे भी पढ़ें: ट्रंप की चमचागिरी करते हुए शहबाज ऐसा क्या बोल गए? मुंह दबाकर हंसने लगी मेलोनीये वही मुरीदके है जहां भारत ने ऑपरेशन सिंदूर करके हाफिज सईद के लश्कर ए तैयबा का हेडक्वार्टर उड़ा दिया था। लेकिन आज पाकिस्तान के ही लोगों ने मुरीदके को जलाकर राख कर दिया है। मुरीदके के अलावा लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, गुजरेवाला, शेखपपुरा और फैसलाबाद में भी बड़े हमले हो रहे हैं। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है। दरअसल, पाकिस्तान में ये सबकुछ इजरायल और अमेरिका की वजह से हो रहा है। हजारों लोगों ने अपने ही देश पर हमला कर दिया है। वो सभी तहरीक ए लब्बैक यानी टीएलपी के प्रदर्शनकारी हैं जो 9 अक्टूबर से ट्रंप के गाजा में पीस प्लान का विरोध कर रहे हैं। इसे भी पढ़ें: भाषणबाजी बंद करके पहले आईना देखें, निशिकांत दुबे ने UN में पाकिस्तान को सुनाया, अफगानिस्तान में हत्याओं का मुद्दा उठायाडोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कहा था कि पाकिस्तान को भी गाजा पीस प्लान का समर्थन करना होगा। ट्रंप ने शहबाज शरीफ से कहा था कि ट्वीट करके इसकी जानकारी इजरायल और दुनियाभर के नेताओं को देनी होगी। शहबाज ने ठी वही किया। इस डील को समर्थन करने का मतलब है कि पाकिस्तान अब इजरायल को एक देश के रूप में देखेगा। पाकिस्तान अब तक इजरायल को एक देश ही नहीं मानता था। करोड़ों पाकिस्तानी इजरायल को एक शैतान मानते थे। लेकिन उनकी ही सरकार इजरायल के साथ जाकड़ खड़ी हो गई। इसे भी पढ़ें: Border पर अब तकनीक लड़ रही है जंग, India के Anti Drone Systems दे रहे हैं पाकिस्तानी ड्रोन को करारा जवाबइज़राइल द्वारा गाजा में की गई हत्याओं के विरोध में गुरुवार को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार को और तेज़ हो गया जब पुलिस ने कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। लाहौर के आज़ादी चौक के पास झड़पें तेज़ हो गईं, जहाँ कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और कई अधिकारी घायल हो गए। कई इलाकों में पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए, शिपिंग कंटेनर रख दिए और यहाँ तक कि खाइयाँ भी खोद दीं ताकि टीएलपी के हज़ारों प्रदर्शनकारियों को, जिनका नेतृत्व संगठन के प्रमुख साद रिज़वी कर रहे थे, इस्लामाबाद की ओर अमेरिकी दूतावास के पास प्रदर्शन करने से रोका जा सके। लाहौर इस्लामाबाद से लगभग 370 किलोमीटर दूर है।

पाकिस्तान पर तालिबान से भी 10 गुणा ज्यादा बड़ा हमला हुआ है। 250 से ज्यादा पाकिस्तानी लोग और नेता मारे गए हैं। जबकि 1500 से ज्यादा घायल हैं। मौत का आंकड़ा 500 पार कर सकता है और हालात नहीं सुधरे तो 1000 भी हो सकता है। आप मान कर चलिए कि पाकिस्तान के हालात बिगड़ने वाले हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ देश से गायब हैं और जिस वजह से वो गायब हैं उसी कारण पाकिस्तान पर बड़ा हमला हुआ है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तान पर हुए इस बड़े हमले के पीछे इजरायल का एक बहुत बड़ा ऐंगल है। इजरायल से आई कुछ तस्वीरों की वजह से पाकिस्तान में हजारों लोगों ने अपनी ही सेना और सरकार पर हमला कर दिया। अब इन्हीं लोगों को पाकिस्तान की सेना चुन चुनकर मार रही है। सबसे भयानक हालात मुरीदके के हैं।
इसे भी पढ़ें: ट्रंप की चमचागिरी करते हुए शहबाज ऐसा क्या बोल गए? मुंह दबाकर हंसने लगी मेलोनी
ये वही मुरीदके है जहां भारत ने ऑपरेशन सिंदूर करके हाफिज सईद के लश्कर ए तैयबा का हेडक्वार्टर उड़ा दिया था। लेकिन आज पाकिस्तान के ही लोगों ने मुरीदके को जलाकर राख कर दिया है। मुरीदके के अलावा लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, गुजरेवाला, शेखपपुरा और फैसलाबाद में भी बड़े हमले हो रहे हैं। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट बंद कर दिया गया है। दरअसल, पाकिस्तान में ये सबकुछ इजरायल और अमेरिका की वजह से हो रहा है। हजारों लोगों ने अपने ही देश पर हमला कर दिया है। वो सभी तहरीक ए लब्बैक यानी टीएलपी के प्रदर्शनकारी हैं जो 9 अक्टूबर से ट्रंप के गाजा में पीस प्लान का विरोध कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: भाषणबाजी बंद करके पहले आईना देखें, निशिकांत दुबे ने UN में पाकिस्तान को सुनाया, अफगानिस्तान में हत्याओं का मुद्दा उठाया
डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कहा था कि पाकिस्तान को भी गाजा पीस प्लान का समर्थन करना होगा। ट्रंप ने शहबाज शरीफ से कहा था कि ट्वीट करके इसकी जानकारी इजरायल और दुनियाभर के नेताओं को देनी होगी। शहबाज ने ठी वही किया। इस डील को समर्थन करने का मतलब है कि पाकिस्तान अब इजरायल को एक देश के रूप में देखेगा। पाकिस्तान अब तक इजरायल को एक देश ही नहीं मानता था। करोड़ों पाकिस्तानी इजरायल को एक शैतान मानते थे। लेकिन उनकी ही सरकार इजरायल के साथ जाकड़ खड़ी हो गई।
इसे भी पढ़ें: Border पर अब तकनीक लड़ रही है जंग, India के Anti Drone Systems दे रहे हैं पाकिस्तानी ड्रोन को करारा जवाब
इज़राइल द्वारा गाजा में की गई हत्याओं के विरोध में गुरुवार को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन शनिवार को और तेज़ हो गया जब पुलिस ने कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। लाहौर के आज़ादी चौक के पास झड़पें तेज़ हो गईं, जहाँ कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई और कई अधिकारी घायल हो गए। कई इलाकों में पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए, शिपिंग कंटेनर रख दिए और यहाँ तक कि खाइयाँ भी खोद दीं ताकि टीएलपी के हज़ारों प्रदर्शनकारियों को, जिनका नेतृत्व संगठन के प्रमुख साद रिज़वी कर रहे थे, इस्लामाबाद की ओर अमेरिकी दूतावास के पास प्रदर्शन करने से रोका जा सके। लाहौर इस्लामाबाद से लगभग 370 किलोमीटर दूर है।