ऐपल ने अपने सिक्योरिटी बाउंटी प्रोग्राम में बड़ा बदलाव करते हुए ऐलान किया है कि जो भी रिसर्चरस उसके सॉफ्टवेयर में क्रिटिकल बग्स खोजेगा उन्हें 2 मिलियन डॉलर तक का इनाम दिया जाएगा। वहीं ये नई पॉलिसी नवंबर 2025 से शुरू होगी।
ऐपल के अनुसार, जो रिसर्चर्स ऐसे Exploit Chains खोजेंगे जो बिना किसी यूजर इंटरैक्शन के डिवाइस को हैक कर सकते हैं, उन्हें 2 मिलियन डॉलर तक का इनाम मिलेगा। इतना ही नहीं, अगर कोई बग बीटा सॉफ्टवेयर में पाया जाता है या कोई ऐसा बायपास जो वेब ब्राउजर सफारी और लॉकडाउन मोड को हैक कर सकता है तो इनाम का अमाउंट 5 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा हो सकता है।
ऐसे रिसर्चर्स जो यूजर्स के केवल एक क्लिक वाले Exploits का पता लगाते हैं वे अब 1 मिलियन डॉलर तक कमा सकते हैं। ये पहले के 2,50,000 डॉलर से काफी ज्यादा है। इस दौरान ऐसे अटैक, जो डिवाइस के नजदीक रहकर किए जा सकते हैं, उन पर भी 1 मिलियन डॉलर मिलेगा। अगर किसी बग के लिए डिवाइस की फिजिकल एक्सेस की जरूरत होती है तो उस पर 50,0000 डॉलर तक का इनाम मिलेगा।
ऐपल ने ऐसे बग्स को भी इनाम के दायरे में शामिल किया है जो वेब कोड एग्जीक्यूशन के जरिए सिस्टम की Sandbox सुरक्षा लेयर को तोड़ते हैं। ऐसे अटैक्स के लिए 300000 डॉलर तक का इनाम रखा गया है।