भारत बनेगा AI का पावरहाउस! Google विशाखापत्तनम में 87,520 करोड़ का मेगा AI डेटा सेंटर बनाएगा
अमेरिका की कंपनी गूगल अगले पांच वर्ष में विशाखापत्तनम में एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) केंद्र स्थापित करने के लिए 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक कार्यक्रम में गूगल क्लाउड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थॉमस कुरियन ने कहा कि यह नया एआई केंद्र... एआई बुनियादी ढांचे, नई डेटा सेंटर क्षमता, बड़े ऊर्जा स्रोतों एवं विस्तारित ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को एकीकृत करेगा। कुरियन ने कहा, ‘‘ हम विशाखापत्तनम में एआई केंद्र स्थापित करने के लिए अगले पांच वर्ष में 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।इसे भी पढ़ें: Dhanteras 2025: दीपक के ये खास उपाय कर देंगे आपको मालामाल, चमकेगा भाग्य! आंध्र प्रदेश सरकार और गूगल ने मंगलवार (14 अक्टूबर, 2025) को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत विशाखापत्तनम में ₹87,520 करोड़ के निवेश से एक विशाल एआई-संचालित डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस समझौता ज्ञापन पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय आईटी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश के साथ-साथ गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन और कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।इसे भी पढ़ें: रणनीतिक दूरी या मौका चूक गए? शशि थरूर ने गाजा शांति सम्मेलन में पीएम मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए एक गीगावाट क्षमता वाला प्रस्तावित डेटा सेंटर एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए एक प्रमुख वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने की उम्मीद है। यह स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और उद्योग जैसे क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करेगा और विशाखापत्तनम को एक सब-सी केबल नेटवर्क के माध्यम से सिंगापुर, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और 12 अन्य देशों से जोड़ेगा।इसके अतिरिक्त, गूगल क्लाउड शहर में अपने सब-सी केबल इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करके विशाखापत्तनम को एक वैश्विक कनेक्टिविटी केंद्र में बदलने की योजना बना रहा है। इसे गूगल के वैश्विक सब-सी नेटवर्क में एकीकृत किया जाएगा, जिससे विशाखापत्तनम भारत के लिए एक प्रमुख डिजिटल आधार बन जाएगा—कई क्षेत्रों को जोड़ेगा और देश के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करेगा। कुरियन ने ज़ोर देकर कहा, "हम सिर्फ़ एआई तकनीक ही नहीं ला रहे हैं, बल्कि अपने सब-सी केबल और नेटवर्क कनेक्टिविटी हब के ज़रिए डिजिटल बुनियादी ढाँचा भी बना रहे हैं।" मेगा डेटा सेंटर के लिए गूगल-आंध्र प्रदेश सरकार के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान बोलते हुए, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "यह मेरे और हम सभी के लिए बहुत ही शुभ और खुशी का दिन है।सबसे पहले, मैं माननीय प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करना चाहता हूँ, उन्होंने इसे संभव बनाया है। हमारी वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) ने बहुत अच्छा काम किया है और हमारे आईटी मंत्री (अश्विनी वैष्णव) - जब मैंने यह विचार रखा, तो वे बहुत सकारात्मक थे... गूगल को भारत आना ही होगा और (राज्य के) आईटी मंत्री (नारा लोकेश) को भी... उन्होंने भी आपके साथ काम किया है। मैं गूगल का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ। आपकी रचनात्मकता और गति बहुत महत्वपूर्ण है। मैं माइक्रोसॉफ्ट को हैदराबाद लाया, आज गूगल विशाखापत्तनम आ गया है, हम बहुत खुश हैं। मेरे हिसाब से, हम एक प्रेरणादायक समय में हैं।"

अमेरिका की कंपनी गूगल अगले पांच वर्ष में विशाखापत्तनम में एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) केंद्र स्थापित करने के लिए 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी के एक कार्यक्रम में गूगल क्लाउड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) थॉमस कुरियन ने कहा कि यह नया एआई केंद्र... एआई बुनियादी ढांचे, नई डेटा सेंटर क्षमता, बड़े ऊर्जा स्रोतों एवं विस्तारित ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को एकीकृत करेगा। कुरियन ने कहा, ‘‘ हम विशाखापत्तनम में एआई केंद्र स्थापित करने के लिए अगले पांच वर्ष में 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
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आंध्र प्रदेश सरकार और गूगल ने मंगलवार (14 अक्टूबर, 2025) को नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत विशाखापत्तनम में ₹87,520 करोड़ के निवेश से एक विशाल एआई-संचालित डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस समझौता ज्ञापन पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय आईटी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश के साथ-साथ गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन और कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इसे भी पढ़ें: रणनीतिक दूरी या मौका चूक गए? शशि थरूर ने गाजा शांति सम्मेलन में पीएम मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए
एक गीगावाट क्षमता वाला प्रस्तावित डेटा सेंटर एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए एक प्रमुख वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने की उम्मीद है। यह स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और उद्योग जैसे क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करेगा और विशाखापत्तनम को एक सब-सी केबल नेटवर्क के माध्यम से सिंगापुर, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और 12 अन्य देशों से जोड़ेगा।
इसके अतिरिक्त, गूगल क्लाउड शहर में अपने सब-सी केबल इंफ्रास्ट्रक्चर को स्थापित करके विशाखापत्तनम को एक वैश्विक कनेक्टिविटी केंद्र में बदलने की योजना बना रहा है। इसे गूगल के वैश्विक सब-सी नेटवर्क में एकीकृत किया जाएगा, जिससे विशाखापत्तनम भारत के लिए एक प्रमुख डिजिटल आधार बन जाएगा—कई क्षेत्रों को जोड़ेगा और देश के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करेगा। कुरियन ने ज़ोर देकर कहा, "हम सिर्फ़ एआई तकनीक ही नहीं ला रहे हैं, बल्कि अपने सब-सी केबल और नेटवर्क कनेक्टिविटी हब के ज़रिए डिजिटल बुनियादी ढाँचा भी बना रहे हैं।" मेगा डेटा सेंटर के लिए गूगल-आंध्र प्रदेश सरकार के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान बोलते हुए, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "यह मेरे और हम सभी के लिए बहुत ही शुभ और खुशी का दिन है।
सबसे पहले, मैं माननीय प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करना चाहता हूँ, उन्होंने इसे संभव बनाया है। हमारी वित्त मंत्री (निर्मला सीतारमण) ने बहुत अच्छा काम किया है और हमारे आईटी मंत्री (अश्विनी वैष्णव) - जब मैंने यह विचार रखा, तो वे बहुत सकारात्मक थे... गूगल को भारत आना ही होगा और (राज्य के) आईटी मंत्री (नारा लोकेश) को भी... उन्होंने भी आपके साथ काम किया है। मैं गूगल का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ। आपकी रचनात्मकता और गति बहुत महत्वपूर्ण है। मैं माइक्रोसॉफ्ट को हैदराबाद लाया, आज गूगल विशाखापत्तनम आ गया है, हम बहुत खुश हैं। मेरे हिसाब से, हम एक प्रेरणादायक समय में हैं।"