बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मास्टर ट्रेनर्स की ट्रेनिंग:ईवीएम, वीवीपैट की दी गई जानकारी; जिलाधिकारी बोले- निष्पक्ष चुनाव कराना हमारी जिम्मेदारी

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मंगलवार को नालंदा के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में नगर भवन, बिहार शरीफ में मास्टर प्रशिक्षकों (Master Trainers) के लिए एक स्पेशल ट्रेनिंग सेमिनार का आयोजन किया गया है। निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरुआत की है। जिला एवं अनुमंडल स्तर पर तैनात अधिकारियों को इस प्रशिक्षण में शामिल किया गया, जिसमें निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर गहन जानकारी दी गई। राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार, प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को नवीनतम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के संचालन, आदर्श आचार संहिता, मतदान प्रक्रिया, निर्वाचन व्यय, मतगणना प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी पक्षों की व्यापक जानकारी प्रदान की गई। इंटरएक्टिव सेशन्स, प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन और ऑडियो-विजुअल माध्यमों का उपयोग कर प्रशिक्षण को अधिक प्रभावी बनाया गया। मास्टर ट्रेनर्स की अहम भूमिका इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक सुदृढ़ प्रशिक्षण श्रृंखला तैयार करना है। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स आगे चलकर पीठासीन अधिकारियों, मतदान कर्मियों और अन्य निर्वाचन कर्मिकों को प्रशिक्षण देंगे। यह "ट्रेन द ट्रेनर" (Train the Trainer) मॉडल चुनाव आयोग की रणनीति का अहम हिस्सा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि जमीनी स्तर पर तैनात हर कर्मचारी पूरी तरह से प्रशिक्षित और सक्षम हो। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व को शांतिपूर्ण, पारदर्शी एवं विश्वसनीय रूप से सम्पन्न कराने के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन अत्यंत आवश्यक है। मास्टर प्रशिक्षकों की यह भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही प्रशिक्षक आगामी समय में हजारों मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। त्रुटिरहित चुनाव का लक्ष्य आयोग का स्पष्ट उद्देश्य है कि विभिन्न केंद्रों पर संचालित इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रत्येक स्तर पर कार्यरत कर्मियों को पूर्ण रूप से तैयार किया जाए, ताकि चुनाव प्रक्रिया त्रुटिरहित और व्यवस्थित बन सके। प्रशिक्षण के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नवीनतम दिशानिर्देशों और संशोधनों की विस्तृत जानकारी भी दी गई। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी सहित जिले के सभी मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित थे। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और व्यापक बनाया जाएगा, ताकि चुनाव की हर प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

Oct 7, 2025 - 16:47
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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मास्टर ट्रेनर्स की ट्रेनिंग:ईवीएम, वीवीपैट की दी गई जानकारी; जिलाधिकारी बोले- निष्पक्ष चुनाव कराना हमारी जिम्मेदारी
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मंगलवार को नालंदा के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में नगर भवन, बिहार शरीफ में मास्टर प्रशिक्षकों (Master Trainers) के लिए एक स्पेशल ट्रेनिंग सेमिनार का आयोजन किया गया है। निर्वाचन आयोग ने आगामी विधानसभा चुनाव को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण कार्यक्रमों की शुरुआत की है। जिला एवं अनुमंडल स्तर पर तैनात अधिकारियों को इस प्रशिक्षण में शामिल किया गया, जिसमें निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर गहन जानकारी दी गई। राज्य निर्वाचन विभाग के अनुसार, प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को नवीनतम इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के संचालन, आदर्श आचार संहिता, मतदान प्रक्रिया, निर्वाचन व्यय, मतगणना प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी पक्षों की व्यापक जानकारी प्रदान की गई। इंटरएक्टिव सेशन्स, प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन और ऑडियो-विजुअल माध्यमों का उपयोग कर प्रशिक्षण को अधिक प्रभावी बनाया गया। मास्टर ट्रेनर्स की अहम भूमिका इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक सुदृढ़ प्रशिक्षण श्रृंखला तैयार करना है। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स आगे चलकर पीठासीन अधिकारियों, मतदान कर्मियों और अन्य निर्वाचन कर्मिकों को प्रशिक्षण देंगे। यह "ट्रेन द ट्रेनर" (Train the Trainer) मॉडल चुनाव आयोग की रणनीति का अहम हिस्सा है, जो यह सुनिश्चित करता है कि जमीनी स्तर पर तैनात हर कर्मचारी पूरी तरह से प्रशिक्षित और सक्षम हो। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इस अवसर पर कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व को शांतिपूर्ण, पारदर्शी एवं विश्वसनीय रूप से सम्पन्न कराने के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन अत्यंत आवश्यक है। मास्टर प्रशिक्षकों की यह भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही प्रशिक्षक आगामी समय में हजारों मतदानकर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। त्रुटिरहित चुनाव का लक्ष्य आयोग का स्पष्ट उद्देश्य है कि विभिन्न केंद्रों पर संचालित इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रत्येक स्तर पर कार्यरत कर्मियों को पूर्ण रूप से तैयार किया जाए, ताकि चुनाव प्रक्रिया त्रुटिरहित और व्यवस्थित बन सके। प्रशिक्षण के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नवीनतम दिशानिर्देशों और संशोधनों की विस्तृत जानकारी भी दी गई। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी सहित जिले के सभी मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित थे। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और व्यापक बनाया जाएगा, ताकि चुनाव की हर प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।