इसराना साहिब गुरुद्वारे में सालाना समागम आयोजित:गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत को समर्पित; एसपी रहे मौजूद
पानीपत जिले में खालसा प्रचार गुरुद्वारा संत भवन, इसराना साहिब में श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत को समर्पित सालाना समागम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड के साथ-साथ विदेशों से भी बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया और गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका। संगत को संबोधित करते हुए संत बाबा राजेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि गुरुओं की वाणी और उनके बताए रास्ते पर चलकर ही मानव कल्याण संभव है। उन्होंने शब्द गुरु को मानने और गुरुओं के उपदेशों का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि गुरु ग्रंथ साहिब धार्मिक सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक है, जो मानवता को कल्याण का मार्ग दिखाता है। भक्ति के रास्ते पर निकले संत संतोख सिंह संत बाबा राजेंद्र सिंह ने बताया कि यह समागम संत बाबा संतोख सिंह जी महाराज के चक्रवर्ती होने के दिवस को भी समर्पित है। संत बाबा संतोख सिंह जी महाराज ने साल 1940 में विजयदशमी के दिन हरपाल जी के गांव से घर-बार छोड़कर अपनी जिम्मेदारियां बड़ों को सौंपकर भक्ति के मार्ग पर यात्रा शुरू की थी। इस अवसर पर पानीपत के एसपी भूपेंद्र सिंह (आईपीएस), डीएसपी नवीन संधू, नगर निगम कमिश्नर विवेक चौधरी और इसराना के एसडीएम नवदीप सिंह नैन ने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और संतों का आशीर्वाद लिया। संत बाबा राजेंद्र सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।
पानीपत जिले में खालसा प्रचार गुरुद्वारा संत भवन, इसराना साहिब में श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत को समर्पित सालाना समागम आयोजित किया गया। इस अवसर पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड के साथ-साथ विदेशों से भी बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया और गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका। संगत को संबोधित करते हुए संत बाबा राजेंद्र सिंह खालसा ने कहा कि गुरुओं की वाणी और उनके बताए रास्ते पर चलकर ही मानव कल्याण संभव है। उन्होंने शब्द गुरु को मानने और गुरुओं के उपदेशों का पालन करने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि गुरु ग्रंथ साहिब धार्मिक सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक है, जो मानवता को कल्याण का मार्ग दिखाता है। भक्ति के रास्ते पर निकले संत संतोख सिंह संत बाबा राजेंद्र सिंह ने बताया कि यह समागम संत बाबा संतोख सिंह जी महाराज के चक्रवर्ती होने के दिवस को भी समर्पित है। संत बाबा संतोख सिंह जी महाराज ने साल 1940 में विजयदशमी के दिन हरपाल जी के गांव से घर-बार छोड़कर अपनी जिम्मेदारियां बड़ों को सौंपकर भक्ति के मार्ग पर यात्रा शुरू की थी। इस अवसर पर पानीपत के एसपी भूपेंद्र सिंह (आईपीएस), डीएसपी नवीन संधू, नगर निगम कमिश्नर विवेक चौधरी और इसराना के एसडीएम नवदीप सिंह नैन ने गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और संतों का आशीर्वाद लिया। संत बाबा राजेंद्र सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया।