VTR क्षेत्र में बाघ ने किया गर्भवती गाय का शिकार:वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में गायों के झुंड पर झपटा बाघ, चरवाहों ने भागकर बचाई जान

बगहा में गुरुवार को एक बाघ ने चारा चर रही गर्भवती गाय पर हमला कर उसे मार डाला। यह घटना वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के गोवर्धना वन क्षेत्र अंतर्गत बखरी सरेह गांव में हुई। पूर्व मुखिया विजय यादव की गाय को चरवाहे ध्रुव माझी और सुखल माझी जंगल के किनारे चराने ले गए थे। 150 गायों के झुंड पर झपटा बाघ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कटहां नदी के किनारे लगभग 150 गायों का झुंड चारा चर रहा था। तभी झाड़ियों से अचानक बाघ निकला और एक गर्भवती गाय पर झपट पड़ा। हमले में गाय की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद बाघ उसे घसीटकर जंगल की ओर ले गया। हमले से वहां अफरा-तफरी मच गई। चरवाहों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। ग्रामीणों के अनुसार, यह इलाका पहले भी बाघ के हमलों का शिकार रहा है। तीन साल में तीसरी बार हुई ऐसी घटना बाघ के हमले से विजय यादव की यह तीसरी गाय मारी गई है। इससे पहले भी उनकी दो गायों को बाघ ने निवाला बनाया था। लगातार हमलों से ग्रामीणों में दहशत है। चरवाहों का कहना है कि जंगल के पास मवेशियों को चराना अब जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। बाघ की ट्रैकिंग शुरू, वन विभाग ने जांच की पुष्टि घटना की जानकारी मिलते ही टाइगर ट्रैकिंग पेट्रोलिंग पार्टी (टीटीपीपी) मौके पर पहुंची। रेंजर सत्यम कुमार ने बताया कि बाघ के पगचिह्नों की पहचान कर इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है। वन विभाग ने कहा है कि नियमों के तहत मुआवजा देने की प्रक्रिया जांच के बाद पूरी की जाएगी। ग्रामीण बोले- सुरक्षा बढ़े, निगरानी तेज हो ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने, बाघ की गतिविधियों पर सघन निगरानी रखने और पीड़ित पशुपालकों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है। फिलहाल, पूरे इलाके में भय और चिंता का माहौल है। लोग मवेशी चराने से कतरा रहे हैं और प्रशासन से मदद की आस लगाए हैं।

Jul 24, 2025 - 22:33
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VTR क्षेत्र में बाघ ने किया गर्भवती गाय का शिकार:वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में गायों के झुंड पर झपटा बाघ, चरवाहों ने भागकर बचाई जान
बगहा में गुरुवार को एक बाघ ने चारा चर रही गर्भवती गाय पर हमला कर उसे मार डाला। यह घटना वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के गोवर्धना वन क्षेत्र अंतर्गत बखरी सरेह गांव में हुई। पूर्व मुखिया विजय यादव की गाय को चरवाहे ध्रुव माझी और सुखल माझी जंगल के किनारे चराने ले गए थे। 150 गायों के झुंड पर झपटा बाघ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कटहां नदी के किनारे लगभग 150 गायों का झुंड चारा चर रहा था। तभी झाड़ियों से अचानक बाघ निकला और एक गर्भवती गाय पर झपट पड़ा। हमले में गाय की मौके पर ही मौत हो गई, जिसके बाद बाघ उसे घसीटकर जंगल की ओर ले गया। हमले से वहां अफरा-तफरी मच गई। चरवाहों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। ग्रामीणों के अनुसार, यह इलाका पहले भी बाघ के हमलों का शिकार रहा है। तीन साल में तीसरी बार हुई ऐसी घटना बाघ के हमले से विजय यादव की यह तीसरी गाय मारी गई है। इससे पहले भी उनकी दो गायों को बाघ ने निवाला बनाया था। लगातार हमलों से ग्रामीणों में दहशत है। चरवाहों का कहना है कि जंगल के पास मवेशियों को चराना अब जान जोखिम में डालने जैसा हो गया है। बाघ की ट्रैकिंग शुरू, वन विभाग ने जांच की पुष्टि घटना की जानकारी मिलते ही टाइगर ट्रैकिंग पेट्रोलिंग पार्टी (टीटीपीपी) मौके पर पहुंची। रेंजर सत्यम कुमार ने बताया कि बाघ के पगचिह्नों की पहचान कर इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है। वन विभाग ने कहा है कि नियमों के तहत मुआवजा देने की प्रक्रिया जांच के बाद पूरी की जाएगी। ग्रामीण बोले- सुरक्षा बढ़े, निगरानी तेज हो ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने, बाघ की गतिविधियों पर सघन निगरानी रखने और पीड़ित पशुपालकों को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है। फिलहाल, पूरे इलाके में भय और चिंता का माहौल है। लोग मवेशी चराने से कतरा रहे हैं और प्रशासन से मदद की आस लगाए हैं।