शीना बोरा हत्याकांड, इंद्राणी की बेटी बोली:CBI चार्जशीट में मेरे बयान फर्जी, पीटर मुखर्जी के बेटों ने मां के पुश्तैनी गहने, ₹7 करोड़ कैश चुराए
शीना बोरा हत्याकांड में एक अहम गवाह और आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि मुखर्जी ने मंगलवार को CBI स्पेशल कोर्ट में दावा किया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) चार्जशीट में उसके बयान फर्जी और मनगढ़ंत थे। विधि ने अपनी गवाही में कहा कि उसमें मुंबई पुलिस या CBI के सामने कोई बयान दर्ज नहीं करवाया था। विधि ने कहा- शुरुआत में मामले की जांच करने वाली मुंबई पुलिस और फिर CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने मुझसे सवाल पूछे और मैंने उनके जवाब दिए। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी या पुलिस के सामने मैंने कोई बयान दर्ज नहीं कराया। विधि ने आरोप लगाया कि CBI अधिकारी ने उसे ईमेल, कई डॉक्यूमेंट्स और ब्लैंक पेपर दिए और उन पर साइन करने को कहा था। उसने इंद्राणी के तत्कालीन पति पीटर मुखर्जी के दोनों बेटों, राहुल और राबिन पर अपनी मां के पुश्तैनी गहने और ₹7 करोड़ चोरी करने का आरोप लगाया। विधि, INX मीडिया की पूर्व CEO इंद्राणी मुखर्जी और उसके पहले पति संजीव खन्ना की बेटी है। वह शीना बोरा मर्डर केस के खुलासे के समय नाबालिग थी। शीना भी इंद्राणी की बेटी थी। वह अप्रैल, 2012 से लापता थी। 2015 में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के जंगल में उसकी हड्डियां मिली थीं। इंद्राणी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना पर शीना की हत्या का आरोप है। विधि बोली- मां के पास केस लड़ने के लिए पैसे नहीं
इंद्राणी के बेटी विधि ने दावा किया कि वह अपनी मां और पिता की गिरफ्तारी के बाद काफी सदमे में थीं। उसने कहा कि उसकी मां के पास अपना केस लड़ने के लिए पैसा नहीं बचा है, क्योंकि उसके सौतेले पिता पीटर मुखर्जी के बेटों, राबिन और राहुल मुखर्जी ने उसके करोड़ों रुपए के पुश्तैनी गहने और 7 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश बैंक से निकाल लिए। विधि ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान, उसे कभी अकेली नहीं छोड़ा जाता था। उसके सौतेले पिता पीटर, उसकी बहन शांगन दास गुप्ता और उसके दोनों बेटे हमेशा उसके इर्द-गिर्द रहते थे। इन लोगों ने मिलकर उसका फर्जी बयान दर्ज कराया और मनगढ़ंत कहानी गढ़ी है। इंद्राणी की बेटी ने आगे दावा किया कि राहुल मुखर्जी बेरोजगार था और राबिन की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। दोनों भाइयों को पैसों की सख्त जरूरत थी। अगर इंद्राणी जेल से बाहर आती, तो उन्हें उसके पैसे और पुश्तैनी गहने वापस करने पड़ते। इसलिए, दोनों भाई इंद्राणी को इस केस में झूठा फंसाना चाहते हैं। 'राबिन ने पारिवारिक संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दी'
विधि ने दावा किया कि पीटर मुखर्जी के बेटों ने इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद उसके परफ्यूम, बैग और दूसरी कीमती सामानों को लेकर उससे झगड़ा किया। राबिन मुखर्जी ने उसे धमकाया, उसे मुखर्जी परिवार या उसकी मां में से किसी एक को चुनने के लिए मजबूर किया। उसके मुताबिक, राबिन ने धमकी दी कि अगर वह उनका साथ नहीं देगी तो वह उसे पारिवारिक संपत्तियों से बेदखल कर देगा। विधि ने दावा किया कि पीटर मुखर्जी की गिरफ्तारी से पहले पैसे और गहने चोरी हो गए थे। विधि ने कहा कि उसे भरोसा है कि पीटर मुखर्जी अपने बेटों को बताए बिना ऐसा नहीं कर सकते थे। विधि के मुताबिक, चोरी के गहनों को रखने के लिए राहुल और राबिन मुखर्जी के नाम पर एक नया बैंक लॉकर भी खोला गया था। आखिरी बार गोवा में शीना से मिली विधि
विधि ने बताया कि शीना बोरा ने उसे खुद को इंद्राणी मुखर्जी की बहन बताया था। शीना और इंद्राणी बहुत करीब थे। दोनों के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब पीटर मुखर्जी का बेटा राहुल, सेंट्रल मुंबई में वर्ली स्थित उसके फ्लैट में आने लगा। विधि मुखर्जी के अनुसार, हालात तब और बिगड़ गए जब परिवार को पता चला कि राहुल ड्रग्स लेता है और उसके साथ शीना भी ड्रग्स लेने लगी थी। विधि मुखर्जी ने अदालत को बताया कि उसने शीना को आखिरी बार 2011 में गोवा में एक शादी में देखा था, लेकिन वह 2013 तक ईमेल के जरिए उसके संपर्क में थी। शीना की हत्या के बाद उसके अकाउंट से मेल भेजती थी इंद्राणी
CBI के मुताबिक, 24 साल की शीना अप्रैल, 2012 से ही लापता थी। उसकी मां इंद्राणी, इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय (जो बाद में इस मामले में सरकारी गवाह बन गया) और संजीव खन्ना ने कार में गला घोंटकर शीना की हत्या की। फिर उसके शव को रायगढ़ जिले के एक जंगल में जलाकर फेंक दिया था। शीना की हत्या के बाद इंद्राणी ने उसके अकाउंट से ई-मेल भेजकर उसे जिंदा दिखाने की कोशिश की। पूरा मामला, 2015 में तब सामने आया जब पुलिस ने इंद्राणी के ड्राइवर को आर्म्स एक्ट से जुड़े एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया। तब ड्राइवर ने शीना की हत्या का खुलासा किया। इसके बाद, पुलिस ने इंद्राणी, संजीव खन्ना और पीटर को गिरफ्तार किया था। 2017 में इंद्राणी ने अपने दूसरे पति पीटर मुखर्जी से भी तलाक ले लिया था।
शीना बोरा हत्याकांड में एक अहम गवाह और आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि मुखर्जी ने मंगलवार को CBI स्पेशल कोर्ट में दावा किया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) चार्जशीट में उसके बयान फर्जी और मनगढ़ंत थे। विधि ने अपनी गवाही में कहा कि उसमें मुंबई पुलिस या CBI के सामने कोई बयान दर्ज नहीं करवाया था। विधि ने कहा- शुरुआत में मामले की जांच करने वाली मुंबई पुलिस और फिर CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया था। उन्होंने मुझसे सवाल पूछे और मैंने उनके जवाब दिए। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी या पुलिस के सामने मैंने कोई बयान दर्ज नहीं कराया। विधि ने आरोप लगाया कि CBI अधिकारी ने उसे ईमेल, कई डॉक्यूमेंट्स और ब्लैंक पेपर दिए और उन पर साइन करने को कहा था। उसने इंद्राणी के तत्कालीन पति पीटर मुखर्जी के दोनों बेटों, राहुल और राबिन पर अपनी मां के पुश्तैनी गहने और ₹7 करोड़ चोरी करने का आरोप लगाया। विधि, INX मीडिया की पूर्व CEO इंद्राणी मुखर्जी और उसके पहले पति संजीव खन्ना की बेटी है। वह शीना बोरा मर्डर केस के खुलासे के समय नाबालिग थी। शीना भी इंद्राणी की बेटी थी। वह अप्रैल, 2012 से लापता थी। 2015 में महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के जंगल में उसकी हड्डियां मिली थीं। इंद्राणी और उसके पूर्व पति संजीव खन्ना पर शीना की हत्या का आरोप है। विधि बोली- मां के पास केस लड़ने के लिए पैसे नहीं
इंद्राणी के बेटी विधि ने दावा किया कि वह अपनी मां और पिता की गिरफ्तारी के बाद काफी सदमे में थीं। उसने कहा कि उसकी मां के पास अपना केस लड़ने के लिए पैसा नहीं बचा है, क्योंकि उसके सौतेले पिता पीटर मुखर्जी के बेटों, राबिन और राहुल मुखर्जी ने उसके करोड़ों रुपए के पुश्तैनी गहने और 7 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश बैंक से निकाल लिए। विधि ने आरोप लगाया कि जांच अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान, उसे कभी अकेली नहीं छोड़ा जाता था। उसके सौतेले पिता पीटर, उसकी बहन शांगन दास गुप्ता और उसके दोनों बेटे हमेशा उसके इर्द-गिर्द रहते थे। इन लोगों ने मिलकर उसका फर्जी बयान दर्ज कराया और मनगढ़ंत कहानी गढ़ी है। इंद्राणी की बेटी ने आगे दावा किया कि राहुल मुखर्जी बेरोजगार था और राबिन की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। दोनों भाइयों को पैसों की सख्त जरूरत थी। अगर इंद्राणी जेल से बाहर आती, तो उन्हें उसके पैसे और पुश्तैनी गहने वापस करने पड़ते। इसलिए, दोनों भाई इंद्राणी को इस केस में झूठा फंसाना चाहते हैं। 'राबिन ने पारिवारिक संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दी'
विधि ने दावा किया कि पीटर मुखर्जी के बेटों ने इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद उसके परफ्यूम, बैग और दूसरी कीमती सामानों को लेकर उससे झगड़ा किया। राबिन मुखर्जी ने उसे धमकाया, उसे मुखर्जी परिवार या उसकी मां में से किसी एक को चुनने के लिए मजबूर किया। उसके मुताबिक, राबिन ने धमकी दी कि अगर वह उनका साथ नहीं देगी तो वह उसे पारिवारिक संपत्तियों से बेदखल कर देगा। विधि ने दावा किया कि पीटर मुखर्जी की गिरफ्तारी से पहले पैसे और गहने चोरी हो गए थे। विधि ने कहा कि उसे भरोसा है कि पीटर मुखर्जी अपने बेटों को बताए बिना ऐसा नहीं कर सकते थे। विधि के मुताबिक, चोरी के गहनों को रखने के लिए राहुल और राबिन मुखर्जी के नाम पर एक नया बैंक लॉकर भी खोला गया था। आखिरी बार गोवा में शीना से मिली विधि
विधि ने बताया कि शीना बोरा ने उसे खुद को इंद्राणी मुखर्जी की बहन बताया था। शीना और इंद्राणी बहुत करीब थे। दोनों के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब पीटर मुखर्जी का बेटा राहुल, सेंट्रल मुंबई में वर्ली स्थित उसके फ्लैट में आने लगा। विधि मुखर्जी के अनुसार, हालात तब और बिगड़ गए जब परिवार को पता चला कि राहुल ड्रग्स लेता है और उसके साथ शीना भी ड्रग्स लेने लगी थी। विधि मुखर्जी ने अदालत को बताया कि उसने शीना को आखिरी बार 2011 में गोवा में एक शादी में देखा था, लेकिन वह 2013 तक ईमेल के जरिए उसके संपर्क में थी। शीना की हत्या के बाद उसके अकाउंट से मेल भेजती थी इंद्राणी
CBI के मुताबिक, 24 साल की शीना अप्रैल, 2012 से ही लापता थी। उसकी मां इंद्राणी, इंद्राणी के ड्राइवर श्यामवर राय (जो बाद में इस मामले में सरकारी गवाह बन गया) और संजीव खन्ना ने कार में गला घोंटकर शीना की हत्या की। फिर उसके शव को रायगढ़ जिले के एक जंगल में जलाकर फेंक दिया था। शीना की हत्या के बाद इंद्राणी ने उसके अकाउंट से ई-मेल भेजकर उसे जिंदा दिखाने की कोशिश की। पूरा मामला, 2015 में तब सामने आया जब पुलिस ने इंद्राणी के ड्राइवर को आर्म्स एक्ट से जुड़े एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया। तब ड्राइवर ने शीना की हत्या का खुलासा किया। इसके बाद, पुलिस ने इंद्राणी, संजीव खन्ना और पीटर को गिरफ्तार किया था। 2017 में इंद्राणी ने अपने दूसरे पति पीटर मुखर्जी से भी तलाक ले लिया था।