इजरायल ने हमास के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कतर के दोहा में एक बड़ा हमला किया था। इस हमले में हमास के पोलित ब्यूरो के सदस्यों को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। इसके बाद मामला बिगड़ गया। कतर ने न सिर्फ इजरायल के इस हमले की निंदा की बल्कि ये तक कह दिया कि उसके पास इस तरह की कार्रवाई का जवाब देने का पूर्ण तरीके से अधिकार है। हमास के कमांडरों को मार गिराने के नाम पर दोहा में हमले ने इस्लामिक देशों को उकसा दिया है। पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूएई समेत कई मुस्लिम देशों ने भी इस हमले की निंदा की है। इसी के चलते कतर ने रविवार और सोमवार को अरब और इस्लामिक देशों की मीटिंग बुलाई है। इस बीच हालात संभालने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद ही उतर आए हैं। न्यूयॉर्क में ट्रंप ने कतर के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। कतर के उप मिशन प्रमुख हमाह अल-मुफ्ताह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, राष्ट्रपति ट्रंप के साथ शानदार डिनर अभी समाप्त हुआ।
अल जज़ीरा की किम्बर्ली हालकेट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ डिनर बैठक से पहले, शेख मोहम्मद ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की, जहाँ उन्होंने इज़राइल के हमलों और अमेरिका-क़तर सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। वाशिंगटन, क़तर, जो दोहा के बाहरी इलाके में स्थित अल उदीद एयरबेस की मेजबानी करता है, को एक मज़बूत खाड़ी सहयोगी मानता है।
ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह इज़राइल द्वारा क़तर को निशाना बनाए जाने से बहुत नाखुश हैं, जो इज़राइल-हमास युद्धविराम वार्ता को पटरी से उतारने के लिए रचा गया प्रतीत होता है। अल जजीरा के हैल्केट ने वाशिंगटन डीसी से रिपोर्ट करते हुए कहा कि चिंता की बात यह है कि इन हमलों के परिणामस्वरूप कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंध तेजी से जटिल हो गए हैं, इसलिए वे इन दोनों मुद्दों पर आगे बढ़ने का रास्ता तलाश रहे हैं। हालकेट ने कहा कि ट्रम्प के साथ होने वाली बैठक में इस सप्ताह के शुरू में दोहा पर इज़राइल के हमले और गाजा पर इज़राइल के युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत जारी रहेगी।
इस सप्ताह ट्रम्प प्रशासन मध्य पूर्व के सहयोगियों और इजरायल के बीच संतुलन बनाने में भी लगा हुआ है। यह मुद्दा तब सामने आया, जब पारंपरिक रूप से अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इजरायल का बचाव करने वाले अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कतर पर हमले के लिए इजरायल की निंदा की। लेकिन इजरायल के प्रति निरंतर समर्थन प्रदर्शित करते हुए रुबियो इस सप्ताह के अंत में दो दिवसीय यात्रा पर इजरायल पहुंचेंगे, जिसके बाद वह 22 सितम्बर को होने वाले संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां कई पश्चिमी देश फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की योजना बना रहे हैं।