दुर्गा पूजा पंडालों को लेकर प्रशासन सख्त:SDM बोले- सुरक्षा मानकों का पालन न करने पर नहीं मिलेगा लाइसेंस, प्रशासन इस साल कोई ढील नहीं देना चाहता
गोपालगंज में दुर्गा पूजा को लेकर विभिन्न पूजा पंडाल समितियों की ओर से तैयारी तेज कर दी गई है। इसको लेकर लेकर सदर SDM समेत कई अधिकारियों ने पूजा पंडालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए पंडालों के मानकों की जांच की, जिसमें पंडाल की बनावट, आग से बचाव के इंतज़ाम, और आपातकालीन निकास द्वार जैसी चीज़ें शामिल थीं। पंडाल सुरक्षित हों, न हो कोई खतरा साथ ही यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि, सभी पंडाल सुरक्षित हों और किसी भी तरह के खतरे न हो। पिछले सालों में हुई कुछ घटनाओं को देखते हुए, प्रशासन इस बार कोई ढील नहीं देना चाहता है। निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने पंडाल समितियों से साफ तौर पर कहा कि, जो पंडाल सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करेंगे, उन्हें दुर्गा पूजा के लिए लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि पंडाल का निर्माण मज़बूत सामग्री से होना चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के हाें इंतेजाम भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। इसके अलावा, बिजली की वायरिंग भी सुरक्षित होनी चाहिए ताकि आग लगने का कोई खतरा ना रहे ताकि दुर्गा पूजा का यह पावन पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाया जाए। नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई प्रशासन ने पंडाल समितियों को सभी नियमों का पालन करने की हिदायत दी है। अगर कोई समिति नियमों का उल्लंघन करती पाई जाती है, तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने कहा है कि जनता की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। निरीक्षण के दौरान सदर SDM अनिल कुमार,SDPO प्रांजल, नगर थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर और भवन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
गोपालगंज में दुर्गा पूजा को लेकर विभिन्न पूजा पंडाल समितियों की ओर से तैयारी तेज कर दी गई है। इसको लेकर लेकर सदर SDM समेत कई अधिकारियों ने पूजा पंडालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर जोर देते हुए पंडालों के मानकों की जांच की, जिसमें पंडाल की बनावट, आग से बचाव के इंतज़ाम, और आपातकालीन निकास द्वार जैसी चीज़ें शामिल थीं। पंडाल सुरक्षित हों, न हो कोई खतरा साथ ही यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि, सभी पंडाल सुरक्षित हों और किसी भी तरह के खतरे न हो। पिछले सालों में हुई कुछ घटनाओं को देखते हुए, प्रशासन इस बार कोई ढील नहीं देना चाहता है। निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने पंडाल समितियों से साफ तौर पर कहा कि, जो पंडाल सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करेंगे, उन्हें दुर्गा पूजा के लिए लाइसेंस नहीं दिया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि पंडाल का निर्माण मज़बूत सामग्री से होना चाहिए। भीड़ को नियंत्रित करने के हाें इंतेजाम भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए। इसके अलावा, बिजली की वायरिंग भी सुरक्षित होनी चाहिए ताकि आग लगने का कोई खतरा ना रहे ताकि दुर्गा पूजा का यह पावन पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से मनाया जाए। नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई प्रशासन ने पंडाल समितियों को सभी नियमों का पालन करने की हिदायत दी है। अगर कोई समिति नियमों का उल्लंघन करती पाई जाती है, तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने कहा है कि जनता की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है। निरीक्षण के दौरान सदर SDM अनिल कुमार,SDPO प्रांजल, नगर थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर और भवन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।