जी आर राजू बोले- जिलाध्यक्ष के लिए निष्ठा-समर्पण मुख्य मानदंड:जयपुर शहर अध्यक्ष के नामों पर नेताओं, कार्यकर्ताओं से की रायशुमारी
केंद्रीय पर्यवेक्षक जी आर राजू ने मंगलवार को जयपुर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से जयपुर शहर अध्यक्ष पद के दावेदारों के नामों पर रायशुमारी की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी के प्रति निष्ठा, समर्पण और जनता के बीच लोकप्रियता ही जिलाध्यक्ष बनने का मुख्य मानदंड होगा। राजू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोई भी व्यक्ति जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन उसकी पार्टी के प्रति निष्ठा और समर्पण देखा जाएगा। यह भी परखा जाएगा कि वह कितने समय से पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। दूसरे दलों से कांग्रेस में शामिल नेताओं के नामों पर जिलाध्यक्ष पद के लिए विचार नहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि 'आया राम गया राम' यानी हाल ही में दूसरे दलों से कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं के नामों पर जिलाध्यक्ष पद के लिए विचार नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी की मंशा है कि पार्टी में लंबे समय से निष्ठापूर्वक काम करने वालों को ही मौका मिले। राजू ने उन अटकलों को खारिज किया, जिनमें कहा जा रहा था कि विधायक जिलाध्यक्ष नहीं बन सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधायक और विधानसभा चुनाव लड़ चुके नेता भी जिलाध्यक्ष बन सकते हैं। जिलाध्यक्ष बनने के बाद भी उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की संभावना बनी रहेगी और वे चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि निवर्तमान जिलाध्यक्ष भी दोबारा इस पद के लिए चुने जा सकते हैं। यह प्रक्रिया संगठन सृजन अभियान के तहत चल रही है, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक विभिन्न जिलों में जाकर रायशुमारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष के लिए ऐसे नामों के बारे में रायशुमारी की जाएगी जो पार्टी के प्रति सच्ची निष्ठा रखते हों महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले हों साथ ही वह यह प्रण लें कि वे राहुल गांधी को इस देश का प्रधानमंत्री बनाकर रहेंगे ऐसे नेताओं को ही हम मौका देंगे। 20 अक्टूबर तक पार्टी हाई कमान को सौंपेंगे रिपोर्ट राजू ने कहा कि आज जयपुर के नेताओं और जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों से वन टू वन फीडबैक लिया जाएगा। उसके बाद आदर्श नगर, किशनपोल, हवा महल, विद्याधर नगर, बगरू, मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के सभी ब्लॉकों में 11 अक्टूबर तक ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जाएगा। उसके बाद प्रोफेशनल और बुद्धिजीवी वर्ग के साथ ही मीडिया से भी फीडबैक ले जाएगा और उसी के आधार पर हम अपनी रिपोर्ट तैयार करके 20 अक्टूबर तक पार्टी हाई कमान को सौंप देंगे। उसके बाद पार्टी हाईकमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सीएलपी लीडर और प्रदेश प्रभारी के साथ बैठक करके नामों को अंतिम रूप देंगे। 6 नामों का पैनल करेंगे तैयार जी आर राजू ने कहा कि हम अपनी रिपोर्ट में 6 नेताओं का ही पैनल तैयार करेंगे। इसमें एक एससी, एक एसटी, एक ओबीसी, एक महिला और दो अन्य दावेदार होंगे जो संभावित सामान्य वर्ग से हो सकते हैं। हालांकि जिलाध्यक्ष किसी एक को ही बनाया जाएगा जो शेष पांच नाम बचेंगे उन्हें भी संगठन में ही एडजस्ट किया जाएगा। रायशुमारी के दौरान प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और जयपुर शहर के प्रभारी रोहित बोहरा, विधायक रफीक खान, अमीन कागजी, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ब्रजकिशोर शर्मा, पूर्व विधायक गंगा देवी, कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज और सुनील शर्मा भी मौजूद रहे। अब तक यह दावेदार आए सामने जयपुर शहर अध्यक्ष पद के लिए जो दावेदार अभी तक सामने आए हैं उनमें पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुनील शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज, गिरिराज गर्ग, आर आर तिवाड़ी, अवध शर्मा और मोहम्मद इकबाल हैं।
केंद्रीय पर्यवेक्षक जी आर राजू ने मंगलवार को जयपुर में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से जयपुर शहर अध्यक्ष पद के दावेदारों के नामों पर रायशुमारी की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी के प्रति निष्ठा, समर्पण और जनता के बीच लोकप्रियता ही जिलाध्यक्ष बनने का मुख्य मानदंड होगा। राजू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोई भी व्यक्ति जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन उसकी पार्टी के प्रति निष्ठा और समर्पण देखा जाएगा। यह भी परखा जाएगा कि वह कितने समय से पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। दूसरे दलों से कांग्रेस में शामिल नेताओं के नामों पर जिलाध्यक्ष पद के लिए विचार नहीं उन्होंने यह भी साफ किया कि 'आया राम गया राम' यानी हाल ही में दूसरे दलों से कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं के नामों पर जिलाध्यक्ष पद के लिए विचार नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी की मंशा है कि पार्टी में लंबे समय से निष्ठापूर्वक काम करने वालों को ही मौका मिले। राजू ने उन अटकलों को खारिज किया, जिनमें कहा जा रहा था कि विधायक जिलाध्यक्ष नहीं बन सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधायक और विधानसभा चुनाव लड़ चुके नेता भी जिलाध्यक्ष बन सकते हैं। जिलाध्यक्ष बनने के बाद भी उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की संभावना बनी रहेगी और वे चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि निवर्तमान जिलाध्यक्ष भी दोबारा इस पद के लिए चुने जा सकते हैं। यह प्रक्रिया संगठन सृजन अभियान के तहत चल रही है, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक विभिन्न जिलों में जाकर रायशुमारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष के लिए ऐसे नामों के बारे में रायशुमारी की जाएगी जो पार्टी के प्रति सच्ची निष्ठा रखते हों महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले हों साथ ही वह यह प्रण लें कि वे राहुल गांधी को इस देश का प्रधानमंत्री बनाकर रहेंगे ऐसे नेताओं को ही हम मौका देंगे। 20 अक्टूबर तक पार्टी हाई कमान को सौंपेंगे रिपोर्ट राजू ने कहा कि आज जयपुर के नेताओं और जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों से वन टू वन फीडबैक लिया जाएगा। उसके बाद आदर्श नगर, किशनपोल, हवा महल, विद्याधर नगर, बगरू, मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के सभी ब्लॉकों में 11 अक्टूबर तक ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जाएगा। उसके बाद प्रोफेशनल और बुद्धिजीवी वर्ग के साथ ही मीडिया से भी फीडबैक ले जाएगा और उसी के आधार पर हम अपनी रिपोर्ट तैयार करके 20 अक्टूबर तक पार्टी हाई कमान को सौंप देंगे। उसके बाद पार्टी हाईकमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सीएलपी लीडर और प्रदेश प्रभारी के साथ बैठक करके नामों को अंतिम रूप देंगे। 6 नामों का पैनल करेंगे तैयार जी आर राजू ने कहा कि हम अपनी रिपोर्ट में 6 नेताओं का ही पैनल तैयार करेंगे। इसमें एक एससी, एक एसटी, एक ओबीसी, एक महिला और दो अन्य दावेदार होंगे जो संभावित सामान्य वर्ग से हो सकते हैं। हालांकि जिलाध्यक्ष किसी एक को ही बनाया जाएगा जो शेष पांच नाम बचेंगे उन्हें भी संगठन में ही एडजस्ट किया जाएगा। रायशुमारी के दौरान प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और जयपुर शहर के प्रभारी रोहित बोहरा, विधायक रफीक खान, अमीन कागजी, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ब्रजकिशोर शर्मा, पूर्व विधायक गंगा देवी, कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज और सुनील शर्मा भी मौजूद रहे। अब तक यह दावेदार आए सामने जयपुर शहर अध्यक्ष पद के लिए जो दावेदार अभी तक सामने आए हैं उनमें पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सुनील शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज, गिरिराज गर्ग, आर आर तिवाड़ी, अवध शर्मा और मोहम्मद इकबाल हैं।