उन्नाव में बच्चा चोर की अफवाह से हंगामा:शराब के नशे में धुत मजदूर को भीड़ ने घेरा, पुलिस ने मामला कराया शांत

उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में बच्चा चोर की अफवाह के कारण एक बार फिर हंगामा हो गया। अचलगंज थाना क्षेत्र के कोरारी निवासी मजदूर संतोष अपनी तीन वर्षीय बेटी प्रिया के साथ शुक्लागंज स्थित इंद्रा नगर में अपनी ससुराल जा रहा था। रास्ते में शराब पीने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह लड़खड़ाने लगा। संतोष को इस हालत में देखकर क्षेत्रीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझ लिया। देखते ही देखते ऋषि नगर मोड़ पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों ने उसे पकड़कर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ में से किसी ने घटना की जानकारी गंगाघाट पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने संतोष से पूछताछ की, जबकि भीड़ ने उसे घेर रखा था। संतोष ने बताया कि वह मजदूरी करता है और अपनी ससुराल जा रहा था। उसने शराब पीने की बात भी स्वीकार की। जांच के दौरान पुलिस ने संतोष के परिजनों से संपर्क किया। संतोष की सास नन्हकई मौके पर पहुंचीं और पुलिस तथा भीड़ को बताया कि संतोष उनका दामाद है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संतोष बच्चा चोर नहीं है, बल्कि पत्नी ज्योति से झगड़े के बाद वह अपनी बेटी को लेकर ससुराल आ रहा था। पुलिस ने संतोष की सास के बयान और अपनी जांच के बाद संतोष को छोड़ दिया, जिसके बाद भीड़ धीरे-धीरे छंट गई। गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि यह मामला बच्चा चोरी का नहीं था, बल्कि पारिवारिक विवाद के कारण हुई गलतफहमी थी। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की।

Sep 19, 2025 - 11:05
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उन्नाव में बच्चा चोर की अफवाह से हंगामा:शराब के नशे में धुत मजदूर को भीड़ ने घेरा, पुलिस ने मामला कराया शांत
उन्नाव के गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र में बच्चा चोर की अफवाह के कारण एक बार फिर हंगामा हो गया। अचलगंज थाना क्षेत्र के कोरारी निवासी मजदूर संतोष अपनी तीन वर्षीय बेटी प्रिया के साथ शुक्लागंज स्थित इंद्रा नगर में अपनी ससुराल जा रहा था। रास्ते में शराब पीने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह लड़खड़ाने लगा। संतोष को इस हालत में देखकर क्षेत्रीय लोगों ने उसे बच्चा चोर समझ लिया। देखते ही देखते ऋषि नगर मोड़ पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों ने उसे पकड़कर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ में से किसी ने घटना की जानकारी गंगाघाट पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने संतोष से पूछताछ की, जबकि भीड़ ने उसे घेर रखा था। संतोष ने बताया कि वह मजदूरी करता है और अपनी ससुराल जा रहा था। उसने शराब पीने की बात भी स्वीकार की। जांच के दौरान पुलिस ने संतोष के परिजनों से संपर्क किया। संतोष की सास नन्हकई मौके पर पहुंचीं और पुलिस तथा भीड़ को बताया कि संतोष उनका दामाद है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संतोष बच्चा चोर नहीं है, बल्कि पत्नी ज्योति से झगड़े के बाद वह अपनी बेटी को लेकर ससुराल आ रहा था। पुलिस ने संतोष की सास के बयान और अपनी जांच के बाद संतोष को छोड़ दिया, जिसके बाद भीड़ धीरे-धीरे छंट गई। गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि यह मामला बच्चा चोरी का नहीं था, बल्कि पारिवारिक विवाद के कारण हुई गलतफहमी थी। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस को सूचित करने की अपील की।