आचार्य प्रमोद कृष्णम् बोले- संभल पर तालिबानियों की हुकूमत:हिंदू डरा हुआ, सनातन को कमजोर करने की साजिश हुई

संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग ने 450 पन्नों की अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। संभल के थाना ऐंचौड़ा कंबोह स्थित श्रीकल्कि धाम में पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने संभल की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि संभल पर सदियों से हमले होते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1526 से 1529 के बीच बाबर ने जब मंदिरों को तोड़ना शुरू किया, तब संभल और अयोध्या के मंदिर भी तोड़े गए। अयोध्या का मंदिर इसलिए तोड़ा गया क्योंकि वहां भगवान आए थे। वहीं संभल का मंदिर इसलिए निशाना बना क्योंकि यहां भगवान का अवतार होना था। पीठाधीश्वर ने कहा कि 1947 में देश आजाद हुआ, लेकिन संभल की स्थिति अलग रही। यहां ज्यादातर समय तालिबानी समरथ को की हुकूमत रही है। हालिया सर्वे का हवाला दिया उन्होंने हालिया सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि संभल में हिंदुओं की आबादी 45% से घटकर मात्र 15% रह गई है। उनके अनुसार, बचे हुए 15% हिंदू भी भयभीत हैं। वे प्रार्थना करते हैं कि अगर 2027 में सरकार बदल गई तो यह संख्या 5% से भी कम हो सकती है। उन्होंने संभल की वर्तमान स्थिति को अत्यंत चिंताजनक बताया है। आजादी के बाद बदला अनुपात रिपोर्ट में जनसांख्यिकी में आए बदलाव को लेकर महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। आजादी के समय संभल नगर पालिका परिषद क्षेत्र में हिंदुओं की आबादी 45 प्रतिशत थी। वहीं मुस्लिम आबादी 55 प्रतिशत थी। वर्तमान में यह अनुपात काफी बदल गया है। अब हिंदुओं की आबादी घटकर 15 प्रतिशत रह गई है। इसके विपरीत मुस्लिम आबादी बढ़कर 85 प्रतिशत हो गई है। तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने 273 दिनों की जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के संदर्भ में तैयार की गई है।

Aug 31, 2025 - 12:49
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आचार्य प्रमोद कृष्णम् बोले- संभल पर तालिबानियों की हुकूमत:हिंदू डरा हुआ, सनातन को कमजोर करने की साजिश हुई
संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम श्रीहरिहर मंदिर के दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग ने 450 पन्नों की अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। संभल के थाना ऐंचौड़ा कंबोह स्थित श्रीकल्कि धाम में पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने संभल की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि संभल पर सदियों से हमले होते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1526 से 1529 के बीच बाबर ने जब मंदिरों को तोड़ना शुरू किया, तब संभल और अयोध्या के मंदिर भी तोड़े गए। अयोध्या का मंदिर इसलिए तोड़ा गया क्योंकि वहां भगवान आए थे। वहीं संभल का मंदिर इसलिए निशाना बना क्योंकि यहां भगवान का अवतार होना था। पीठाधीश्वर ने कहा कि 1947 में देश आजाद हुआ, लेकिन संभल की स्थिति अलग रही। यहां ज्यादातर समय तालिबानी समरथ को की हुकूमत रही है। हालिया सर्वे का हवाला दिया उन्होंने हालिया सर्वे का हवाला देते हुए बताया कि संभल में हिंदुओं की आबादी 45% से घटकर मात्र 15% रह गई है। उनके अनुसार, बचे हुए 15% हिंदू भी भयभीत हैं। वे प्रार्थना करते हैं कि अगर 2027 में सरकार बदल गई तो यह संख्या 5% से भी कम हो सकती है। उन्होंने संभल की वर्तमान स्थिति को अत्यंत चिंताजनक बताया है। आजादी के बाद बदला अनुपात रिपोर्ट में जनसांख्यिकी में आए बदलाव को लेकर महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। आजादी के समय संभल नगर पालिका परिषद क्षेत्र में हिंदुओं की आबादी 45 प्रतिशत थी। वहीं मुस्लिम आबादी 55 प्रतिशत थी। वर्तमान में यह अनुपात काफी बदल गया है। अब हिंदुओं की आबादी घटकर 15 प्रतिशत रह गई है। इसके विपरीत मुस्लिम आबादी बढ़कर 85 प्रतिशत हो गई है। तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने 273 दिनों की जांच के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट दूसरे सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के संदर्भ में तैयार की गई है।