हिसार की अंतिम ने की विनेश फोगाट की बराबरी:क्रोएशिया में वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य, स्वीडन की पहलवान को 9-1 से हराया

हरियाणा के हिसार की अंतिम पंघाल ने गुरुवार रात को क्रोएशिया में 2025 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर फ्रीस्टाइल कुश्ती अभियान का समापन किया। 21 वर्षीय रेसलर ने कांस्य पदक के मुकाबले में स्वीडन की एम्मा माल्मग्रेन को 9-1 से हराकर शानदार प्रदर्शन किया। इस परिणाम के साथ, अंतिम ने भारतीय कुश्ती इतिहास में अपना नाम और दर्ज करा लिया और विनेश फोगाट के बाद दो विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला रेसलर बन गईं। उन्होंने इससे पहले 2023 में भी कांस्य पदक जीता था। जिससे विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अंतिम ने पूर्व रेसलर विनेश फोगाट की बराबरी कर ली है। इस चैंपियनशिप में फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत का एकमात्र पदक है। 2018 से विश्व चैंपियनशिप में देश का पदक का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं अंतिम के पिता रामनिवास ने बताया कि उसे अपनी बेटी पर गर्व है और अंतिम आगे जाकर और मेहनत करेगी और देश और हरियाणा का नाम रोशन करेगी। अंतिम ने एक तरफा मुकाबला जीता अंतिम ने मैच के दौरान एकतरफा मुकाबला अपने नाम किया। अंतिम ने तीखे पलटवार किए और मजबूत रक्षात्मक नियंत्रण दिखाया। 3-0 की बढ़त के साथ ब्रेक में जाने के बाद, उसने दूसरे हाफ में अपना दबदबा बढ़ाया, दो और टेक डाउन को गोल में बदलकर मैच 7-0 से अपने नाम कर लिया। पूजा ढांडा ने की थी पदक की शुरुआत दरअसल, अंतिम पंघाल विनेश फोगाट के बाद विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गई है। इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए 7 साल पहले 2018 में पूजा ढांडा ने कांस्य पदक जीता था। विनेश फोगाट वाले भारवर्ग में खेलती हैं अंतिम अंतिम पंघाल दो बार की अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन, एशियन गेम्स, एशियन चैंपियनशिप और सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की पदक विजेता हैं। अंतिम अंडर-20 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। इस खेल में उनका ये जबरदस्त प्रदर्शन इसलिए भी और अधिक खास हो जाता है क्योंकि वह ओलंपियन विनेश फोगाट के 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में ही कुश्ती करती हैं। तीन बार की कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन, दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और पूर्व एशियाई खेल और एशियाई चैंपियन विनेश अब तक की सबसे प्रतिष्ठित भारतीय पहलवानों में से एक हैं। वहीं, विनेश से 10 साल छोटी होने के बावजूद, अंतिम ने पहले ही खुद को घरेलू मुकाबलों में साबित कर दिया है कि वह किसी को भी टक्कर दे सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने खुद को विनेश के खिलाफ एक ताकतवर प्रतिद्वंद्वी के रूप में भी स्थापित किया। 4 बेटियों के बाद पिता ने नाम अंतिम रखा था अंतिम पंघाल का जन्म 31 अगस्त 2004 को हरियाणा के हिसार जिले के भगाना गांव में हुआ था। वह राम निवास पंघाल और कृष्णा कुमारी की पांच संतानों में से दूसरी सबसे छोटी संतान हैं। अंतिम पंघाल परिवार की सबसे छोटी लड़की हैं। सरिता, मीनू और निशा, अंतिम की बड़ी बहनें हैं, जबकि भाई अर्पित, अंतिम के दो साल बाद पैदा हुआ, जो सबसे छोटा है। चार बहनों के बाद पिता ने अंतिम नाम रखा था।

Sep 19, 2025 - 11:02
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हिसार की अंतिम ने की विनेश फोगाट की बराबरी:क्रोएशिया में वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में जीता कांस्य, स्वीडन की पहलवान को 9-1 से हराया
हरियाणा के हिसार की अंतिम पंघाल ने गुरुवार रात को क्रोएशिया में 2025 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतकर फ्रीस्टाइल कुश्ती अभियान का समापन किया। 21 वर्षीय रेसलर ने कांस्य पदक के मुकाबले में स्वीडन की एम्मा माल्मग्रेन को 9-1 से हराकर शानदार प्रदर्शन किया। इस परिणाम के साथ, अंतिम ने भारतीय कुश्ती इतिहास में अपना नाम और दर्ज करा लिया और विनेश फोगाट के बाद दो विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला रेसलर बन गईं। उन्होंने इससे पहले 2023 में भी कांस्य पदक जीता था। जिससे विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अंतिम ने पूर्व रेसलर विनेश फोगाट की बराबरी कर ली है। इस चैंपियनशिप में फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत का एकमात्र पदक है। 2018 से विश्व चैंपियनशिप में देश का पदक का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं अंतिम के पिता रामनिवास ने बताया कि उसे अपनी बेटी पर गर्व है और अंतिम आगे जाकर और मेहनत करेगी और देश और हरियाणा का नाम रोशन करेगी। अंतिम ने एक तरफा मुकाबला जीता अंतिम ने मैच के दौरान एकतरफा मुकाबला अपने नाम किया। अंतिम ने तीखे पलटवार किए और मजबूत रक्षात्मक नियंत्रण दिखाया। 3-0 की बढ़त के साथ ब्रेक में जाने के बाद, उसने दूसरे हाफ में अपना दबदबा बढ़ाया, दो और टेक डाउन को गोल में बदलकर मैच 7-0 से अपने नाम कर लिया। पूजा ढांडा ने की थी पदक की शुरुआत दरअसल, अंतिम पंघाल विनेश फोगाट के बाद विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गई है। इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए 7 साल पहले 2018 में पूजा ढांडा ने कांस्य पदक जीता था। विनेश फोगाट वाले भारवर्ग में खेलती हैं अंतिम अंतिम पंघाल दो बार की अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन, एशियन गेम्स, एशियन चैंपियनशिप और सीनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की पदक विजेता हैं। अंतिम अंडर-20 कुश्ती विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। इस खेल में उनका ये जबरदस्त प्रदर्शन इसलिए भी और अधिक खास हो जाता है क्योंकि वह ओलंपियन विनेश फोगाट के 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में ही कुश्ती करती हैं। तीन बार की कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन, दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और पूर्व एशियाई खेल और एशियाई चैंपियन विनेश अब तक की सबसे प्रतिष्ठित भारतीय पहलवानों में से एक हैं। वहीं, विनेश से 10 साल छोटी होने के बावजूद, अंतिम ने पहले ही खुद को घरेलू मुकाबलों में साबित कर दिया है कि वह किसी को भी टक्कर दे सकती हैं। इसके साथ ही उन्होंने खुद को विनेश के खिलाफ एक ताकतवर प्रतिद्वंद्वी के रूप में भी स्थापित किया। 4 बेटियों के बाद पिता ने नाम अंतिम रखा था अंतिम पंघाल का जन्म 31 अगस्त 2004 को हरियाणा के हिसार जिले के भगाना गांव में हुआ था। वह राम निवास पंघाल और कृष्णा कुमारी की पांच संतानों में से दूसरी सबसे छोटी संतान हैं। अंतिम पंघाल परिवार की सबसे छोटी लड़की हैं। सरिता, मीनू और निशा, अंतिम की बड़ी बहनें हैं, जबकि भाई अर्पित, अंतिम के दो साल बाद पैदा हुआ, जो सबसे छोटा है। चार बहनों के बाद पिता ने अंतिम नाम रखा था।