रेवाड़ी नगर परिषद बैठक में अधिकारी भिड़े:EO ने शौचालयों की बदहाली बताई, चेयरपर्सन ने काम न होने पर सवाल उठाए

रेवाड़ी नगर परिषद हाउस की बैठक करीब छह माह बाद कमेटी परिसर में आयोजित की गई। मंगलवार को चेयरपर्सन पूनम यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शहर के विकास कार्यों पर चर्चा होनी थी, लेकिन अधिकारियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। बैठक के बाद अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) सुशील कुमार ने अनियमितताओं का ठीकरा टेक्निकल विंग पर फोड़ा। उन्होंने कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) अंकित वशिष्ठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यकारी अभियंता कहते हैं कि आप आदेश देने के लिए कॉम्पिटेंट अथॉरिटी नहीं है। वहीं ईओ ने नगर परिषद दफ्तर के शौचालयों की बदहाली का मुद्दा उठाया। चार महीने से नहीं पूरे हुए काम सुशील कुमार ने बताया कि महिलाओं के लिए कोई अन्य शौचालय नहीं है और मौजूदा शौचालय की स्थिति भी बदतर है। ईओ ने सवाल उठाया कि जब कमेटी परिसर के शौचालय ऐसे हैं, तो शहर के बाकी शौचालयों के हालात कैसे सुधरेंगे? पिछले चार महीनों में टॉयलेट का काम भी पूरा नहीं हो सका है। इसके जवाब में कार्यकारी अभियंता अंकित वशिष्ठ ने कहा कि ईओ सब जानते हैं कि किसका क्या प्रोटोकॉल है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शहर की किसी भी समस्या की शिकायत आने पर उसका समाधान किया जाएगा। नगर परिषद चेयरपर्सन ने पलटवार किया नप चेयरपर्सन पूनम यादव ने भी ईओ के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आरोप तो कोई भी लगा सकता है। ईओ साहब खुद बताएं कि ज्वाइन किए चार महीने हो चुके हैं, क्या उन्होंने एक चिटकनी भी लगवाई है? चेयरपर्सन ने सवाल किया कि ईओ ने चार महीने में क्या एक भी काम पूरा कराया? उन्होंने अधिकारियों को आपसी बहस के बजाय कार्य करने की जिम्मेदारी याद दिलाई। बैठक में नगर परिषद को नगर निगम बनाने के प्रस्ताव सहित कुल 12 एजेंडे पारित किए गए। इनमें शहर की सफाई व्यवस्था, पार्किंग स्थलों का चिन्हीकरण, अतिक्रमण हटाओ अभियान, सीवरेज सिस्टम सुधार और नए शौचालय निर्माण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। बैठक के दौरान पार्षदों ने भी अधिकारियों की निष्क्रियता पर नाराजगी व्यक्त की। पार्षदों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए।

Sep 30, 2025 - 19:32
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रेवाड़ी नगर परिषद बैठक में अधिकारी भिड़े:EO ने शौचालयों की बदहाली बताई, चेयरपर्सन ने काम न होने पर सवाल उठाए
रेवाड़ी नगर परिषद हाउस की बैठक करीब छह माह बाद कमेटी परिसर में आयोजित की गई। मंगलवार को चेयरपर्सन पूनम यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में शहर के विकास कार्यों पर चर्चा होनी थी, लेकिन अधिकारियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। बैठक के बाद अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) सुशील कुमार ने अनियमितताओं का ठीकरा टेक्निकल विंग पर फोड़ा। उन्होंने कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) अंकित वशिष्ठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्यकारी अभियंता कहते हैं कि आप आदेश देने के लिए कॉम्पिटेंट अथॉरिटी नहीं है। वहीं ईओ ने नगर परिषद दफ्तर के शौचालयों की बदहाली का मुद्दा उठाया। चार महीने से नहीं पूरे हुए काम सुशील कुमार ने बताया कि महिलाओं के लिए कोई अन्य शौचालय नहीं है और मौजूदा शौचालय की स्थिति भी बदतर है। ईओ ने सवाल उठाया कि जब कमेटी परिसर के शौचालय ऐसे हैं, तो शहर के बाकी शौचालयों के हालात कैसे सुधरेंगे? पिछले चार महीनों में टॉयलेट का काम भी पूरा नहीं हो सका है। इसके जवाब में कार्यकारी अभियंता अंकित वशिष्ठ ने कहा कि ईओ सब जानते हैं कि किसका क्या प्रोटोकॉल है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शहर की किसी भी समस्या की शिकायत आने पर उसका समाधान किया जाएगा। नगर परिषद चेयरपर्सन ने पलटवार किया नप चेयरपर्सन पूनम यादव ने भी ईओ के आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आरोप तो कोई भी लगा सकता है। ईओ साहब खुद बताएं कि ज्वाइन किए चार महीने हो चुके हैं, क्या उन्होंने एक चिटकनी भी लगवाई है? चेयरपर्सन ने सवाल किया कि ईओ ने चार महीने में क्या एक भी काम पूरा कराया? उन्होंने अधिकारियों को आपसी बहस के बजाय कार्य करने की जिम्मेदारी याद दिलाई। बैठक में नगर परिषद को नगर निगम बनाने के प्रस्ताव सहित कुल 12 एजेंडे पारित किए गए। इनमें शहर की सफाई व्यवस्था, पार्किंग स्थलों का चिन्हीकरण, अतिक्रमण हटाओ अभियान, सीवरेज सिस्टम सुधार और नए शौचालय निर्माण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। बैठक के दौरान पार्षदों ने भी अधिकारियों की निष्क्रियता पर नाराजगी व्यक्त की। पार्षदों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए।