बांका के धौनी स्टेशन पर पहली बार रुकी हमसफर एक्सप्रेस:600 रुपए में दिल्ली का सफर, स्थानीय लोगों ने बैंड-बाजे से किया स्वागत; सेल्फी भी ली
बांका में सोमवार की शाम 4:24 बजे धौनी रेलवे स्टेशन (रजौन) पर पहली बार गोड्डा–नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस का ठहराव हुआ। इस ऐतिहासिक मौके पर स्टेशन मास्टर, लोको पायलट और गार्ड का फूल-मालाओं, अंगवस्त्र और मिठाई से भव्य स्वागत किया गया। प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर ढोल-नगाड़ों के बीच “भारत माता की जय” और “भारतीय रेल” के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा। स्थानीय लोगों ने ट्रेन के साथ सेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया। वर्षों की मांग के बाद मिली सौगात धौनी स्टेशन पर अब तक लंबी दूरी की किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं था। स्थानीय लोगों द्वारा वर्षों से आंदोलन और धरना-प्रदर्शन कर मांग की जा रही थी। उसी का परिणाम है कि रेलवे ने फिलहाल तीन ट्रेनों—गोड्डा–रांची एक्सप्रेस, गोड्डा–नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस और गोड्डा–टाटानगर एक्सप्रेस—का ठहराव मंजूर किया है। सोमवार को हमसफर एक्सप्रेस और मंगलवार को टाटानगर एक्सप्रेस का ठहराव होगा। स्टेशन परिसर में उत्सव जैसा माहौल ठहराव के अवसर पर धौनी रेलवे संघर्ष समिति सहित प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद थे। सभी ने फूल-मालाओं और अंगवस्त्र के साथ ट्रेन का स्वागत किया। कार्यक्रम से पूर्व स्टेशन परिसर में पौधारोपण भी किया गया। लोगों को टिकट कटवाने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि स्टेशन से रेलवे का राजस्व बढ़े और ठहराव स्थायी हो सके। पहले ही दिन यात्रियों ने बढ़-चढ़कर टिकट खरीदा। विकास और व्यापार में आएगी रफ्तार स्थानीय लोगों ने बताया कि इस ठहराव से आमजन को बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी और क्षेत्र का आर्थिक व सामाजिक विकास होगा। दुकानदारों को भी व्यापार में लाभ मिलेगा। खुशी के बीच लोगों ने यह नाराजगी भी जताई कि अब तक क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी कवि गुरु एक्सप्रेस का ठहराव स्वीकृत नहीं हुआ है। क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण लोगों ने कहा कि अब ₹600 में स्लीपर क्लास में बैठकर दिल्ली तक यात्रा संभव हो सकेगी। धौनी स्टेशन पर पहली बार एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव होना पूरे इलाके के लिए ऐतिहासिक क्षण है। मौके पर स्टेशन मास्टर संतोष भगत, राघवेंद्र सिंह, सिकंदर यादव, जीवन प्रसाद सिंह, प्रमोद सिंह वेलडन, विमलेंदु भूषण, प्रमोद कुमार सुमन, विजय साह, सत्यनारायण सिंह, विभूति भूषण पाठक समेत कई लोग उपस्थित रहे।
बांका में सोमवार की शाम 4:24 बजे धौनी रेलवे स्टेशन (रजौन) पर पहली बार गोड्डा–नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस का ठहराव हुआ। इस ऐतिहासिक मौके पर स्टेशन मास्टर, लोको पायलट और गार्ड का फूल-मालाओं, अंगवस्त्र और मिठाई से भव्य स्वागत किया गया। प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर ढोल-नगाड़ों के बीच “भारत माता की जय” और “भारतीय रेल” के जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा। स्थानीय लोगों ने ट्रेन के साथ सेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया। वर्षों की मांग के बाद मिली सौगात धौनी स्टेशन पर अब तक लंबी दूरी की किसी भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नहीं था। स्थानीय लोगों द्वारा वर्षों से आंदोलन और धरना-प्रदर्शन कर मांग की जा रही थी। उसी का परिणाम है कि रेलवे ने फिलहाल तीन ट्रेनों—गोड्डा–रांची एक्सप्रेस, गोड्डा–नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस और गोड्डा–टाटानगर एक्सप्रेस—का ठहराव मंजूर किया है। सोमवार को हमसफर एक्सप्रेस और मंगलवार को टाटानगर एक्सप्रेस का ठहराव होगा। स्टेशन परिसर में उत्सव जैसा माहौल ठहराव के अवसर पर धौनी रेलवे संघर्ष समिति सहित प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों लोग मौजूद थे। सभी ने फूल-मालाओं और अंगवस्त्र के साथ ट्रेन का स्वागत किया। कार्यक्रम से पूर्व स्टेशन परिसर में पौधारोपण भी किया गया। लोगों को टिकट कटवाने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि स्टेशन से रेलवे का राजस्व बढ़े और ठहराव स्थायी हो सके। पहले ही दिन यात्रियों ने बढ़-चढ़कर टिकट खरीदा। विकास और व्यापार में आएगी रफ्तार स्थानीय लोगों ने बताया कि इस ठहराव से आमजन को बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी और क्षेत्र का आर्थिक व सामाजिक विकास होगा। दुकानदारों को भी व्यापार में लाभ मिलेगा। खुशी के बीच लोगों ने यह नाराजगी भी जताई कि अब तक क्षेत्र के लिए बेहद जरूरी कवि गुरु एक्सप्रेस का ठहराव स्वीकृत नहीं हुआ है। क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक क्षण लोगों ने कहा कि अब ₹600 में स्लीपर क्लास में बैठकर दिल्ली तक यात्रा संभव हो सकेगी। धौनी स्टेशन पर पहली बार एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव होना पूरे इलाके के लिए ऐतिहासिक क्षण है। मौके पर स्टेशन मास्टर संतोष भगत, राघवेंद्र सिंह, सिकंदर यादव, जीवन प्रसाद सिंह, प्रमोद सिंह वेलडन, विमलेंदु भूषण, प्रमोद कुमार सुमन, विजय साह, सत्यनारायण सिंह, विभूति भूषण पाठक समेत कई लोग उपस्थित रहे।