Amazon ने शुरू की अब तक की सबसे बड़ी छंटनी 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों की नौकरी खतरे में

दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न एक बार फिर अपने कॉर्पोरेट कर्मचारियों की भारी छंटनी की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि यह अब तक का कंपनी इतिहास का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट लेवल लेऑफ हो सकता है। मौजूद जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह से ईमेल के ज़रिए कर्मचारियों को छंटनी की आधिकारिक सूचना भेजी जाएगी। अनुमान है कि इस दौर में लगभग 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं, जबकि कंपनी की ओर से इस संबंध में अभी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।बता दें कि अमेज़न पहले ही 2022 में करीब 27,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुका है। अमेज़न फिलहाल अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी प्राइवेट नियोक्ता कंपनी है, जिसके पास दुनियाभर में 1.54 मिलियन से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिनमें से लगभग 3.5 लाख कॉर्पोरेट स्टाफ हैं। गौरतलब है कि पिछले दो सालों से कंपनी लगातार कई विभागों जैसे कम्युनिकेशन, पॉडकास्टिंग, ऑपरेशंस और डिवाइसेस में छंटनी करती आ रही है।सूत्रों के मुताबिक इस बार की छंटनी उन विभागों को भी प्रभावित करेगी जो पीपल एक्सपीरियंस एंड टेक्नोलॉजी (PXT), अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) और इंटरनल ऑपरेशंस से जुड़े हैं। जानकारी यह भी सामने आई है कि सोमवार को कंपनी ने संबंधित टीमों के मैनेजर्स को एक विशेष ट्रेनिंग दी, ताकि वे ईमेल नोटिफिकेशन के बाद कर्मचारियों से सही तरीके से संवाद कर सकें। कंपनी के सीईओ एंडी जैसी ने हाल में ‘अनावश्यक नौकरशाही’ को कम करने और प्रक्रियाओं को तेज़ बनाने पर जोर दिया है।गौर करने वाली बात है कि एंडी जैसी ने एक आंतरिक गुमनाम शिकायत प्रणाली भी शुरू की है, जिसके माध्यम से अयोग्यता को पहचानने की कोशिश की जा रही है। कथित तौर पर इस इनबॉक्स में अब तक 1,500 से अधिक सुझाव आए और 450 से ज़्यादा प्रोसेस बदलाव लागू किए जा चुके हैं। इसी साल सीईओ ने संकेत दिया था कि AI टूल्स की तेज़ी से बढ़ती उपयोगिता और स्वचालित कार्यप्रणालियों के चलते कंपनी को भविष्य में और छंटनी करनी पड़ सकती है।विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला केवल लागत कम करने का नहीं बल्कि AI एवं ऑटोमेशन आधारित भविष्य की दिशा में रणनीतिक पुनर्गठिन का साफ संकेत है। पोस्ट-पैंडेमिक अवधि में अत्यधिक भर्ती के चलते कई टेक कंपनियों में मिडिल-मैनेजमेंट व सपोर्ट फंक्शंस में अनावश्यक पद बढ़ गए थे, और मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति तथा उच्च ब्याज दरों ने कंपनियों को लीन मॉडल अपनाने के लिए मजबूर कर दिया है। यह छंटनी वैश्विक टेक इंडस्ट्री में तेजी से हो रहे बदलाव और AI-केंद्रित कारोबारी ढांचे की ओर बड़े कदम के रूप में देखी जा रही है।

Oct 30, 2025 - 11:59
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Amazon ने शुरू की अब तक की सबसे बड़ी छंटनी 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों की नौकरी खतरे में
दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न एक बार फिर अपने कॉर्पोरेट कर्मचारियों की भारी छंटनी की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि यह अब तक का कंपनी इतिहास का सबसे बड़ा कॉर्पोरेट लेवल लेऑफ हो सकता है। मौजूद जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह से ईमेल के ज़रिए कर्मचारियों को छंटनी की आधिकारिक सूचना भेजी जाएगी। अनुमान है कि इस दौर में लगभग 30,000 कॉर्पोरेट कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं, जबकि कंपनी की ओर से इस संबंध में अभी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

बता दें कि अमेज़न पहले ही 2022 में करीब 27,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुका है। अमेज़न फिलहाल अमेरिका की दूसरी सबसे बड़ी प्राइवेट नियोक्ता कंपनी है, जिसके पास दुनियाभर में 1.54 मिलियन से ज्यादा कर्मचारी हैं, जिनमें से लगभग 3.5 लाख कॉर्पोरेट स्टाफ हैं। गौरतलब है कि पिछले दो सालों से कंपनी लगातार कई विभागों जैसे कम्युनिकेशन, पॉडकास्टिंग, ऑपरेशंस और डिवाइसेस में छंटनी करती आ रही है।

सूत्रों के मुताबिक इस बार की छंटनी उन विभागों को भी प्रभावित करेगी जो पीपल एक्सपीरियंस एंड टेक्नोलॉजी (PXT), अमेज़न वेब सर्विसेज़ (AWS) और इंटरनल ऑपरेशंस से जुड़े हैं। जानकारी यह भी सामने आई है कि सोमवार को कंपनी ने संबंधित टीमों के मैनेजर्स को एक विशेष ट्रेनिंग दी, ताकि वे ईमेल नोटिफिकेशन के बाद कर्मचारियों से सही तरीके से संवाद कर सकें। कंपनी के सीईओ एंडी जैसी ने हाल में ‘अनावश्यक नौकरशाही’ को कम करने और प्रक्रियाओं को तेज़ बनाने पर जोर दिया है।

गौर करने वाली बात है कि एंडी जैसी ने एक आंतरिक गुमनाम शिकायत प्रणाली भी शुरू की है, जिसके माध्यम से अयोग्यता को पहचानने की कोशिश की जा रही है। कथित तौर पर इस इनबॉक्स में अब तक 1,500 से अधिक सुझाव आए और 450 से ज़्यादा प्रोसेस बदलाव लागू किए जा चुके हैं। इसी साल सीईओ ने संकेत दिया था कि AI टूल्स की तेज़ी से बढ़ती उपयोगिता और स्वचालित कार्यप्रणालियों के चलते कंपनी को भविष्य में और छंटनी करनी पड़ सकती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला केवल लागत कम करने का नहीं बल्कि AI एवं ऑटोमेशन आधारित भविष्य की दिशा में रणनीतिक पुनर्गठिन का साफ संकेत है। पोस्ट-पैंडेमिक अवधि में अत्यधिक भर्ती के चलते कई टेक कंपनियों में मिडिल-मैनेजमेंट व सपोर्ट फंक्शंस में अनावश्यक पद बढ़ गए थे, और मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति तथा उच्च ब्याज दरों ने कंपनियों को लीन मॉडल अपनाने के लिए मजबूर कर दिया है। यह छंटनी वैश्विक टेक इंडस्ट्री में तेजी से हो रहे बदलाव और AI-केंद्रित कारोबारी ढांचे की ओर बड़े कदम के रूप में देखी जा रही है।