प्रेम प्रसंग में हुई थी दीपक की हत्या:2 माह बाद पुलिस ने 3 दोस्तों को धर दबोचा, SDPO बोले - मोबाइल से मिले साक्ष्य अहम

बेतिया पुलिस ने दिपक गुंजन पटेल की हत्या मामले का उद्भेदन कर दिया है। SDPO जयप्रकाश सिंह ने बताया कि, मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुरूषोत्तमपुर थाना क्षेत्र निवासी रोहित कुमार,मुराद आलम और प्रदीप कुमार उर्फ साधू कुमार के रूप में किया गया है। उन्होंने बताया कि, 7 जुलाई 2025 को बलथर थाना क्षेत्र अंतर्गत भौरा रेलवे ढाला पर पाटबंधी निवासी दिपक गुंजन पटेल की लाश पुलिस को मिली थी। पुलिस टीम का गठन कर जांच शुरू पुलिस को पहले लगा कि ट्रेन से कटकर उसकी मौत हुई है,लेकिन मामले में मृतक की मां मझौलिया थाना क्षेत्र के पटबंदी गांव निवासी मंतूरा देवी ने बलथर थाना में हत्या की एफआईआर दर्ज कराई,अनुसंधान के क्रम में पुलिस को जब मालूम चला कि यह एक्सिडेंट नहीं प्लान मर्डर है तो जांच तेज कर दी गई। एसपी डॉ शौर्य सुमन के निर्देश पर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन कर जांच शुरू किया गया। अफेयर की बात पर रोहित हुआ आग बबूला जांच के क्रम में पता चला कि, मृतक का एक नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था।हालांकि उसी लड़की से आरोपित रोहित भी प्रेम करता था। जब रोहित को पता चला कि उसकी प्रेमिका से दिपक का अफेयर चल रहा है तो वह आग बबूला हो गया। दाेस्तों के साथ मिलकर बनाया मारने का प्लान अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर दिपक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।घटना के दिन दिपक मझौलिया से अपने प्रेमिका से मिलने बलथर थाना क्षेत्र में आया था।उसकी भनक रोहित को लग गई। रोहित उक्त सभी अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक प्लान बनाया। दिपक से दोस्ती कर उसे एक होटल में ले जाकर स्ट्रींग पिलाया।फिर रेलवे ट्रैक पर लेकर गये।वहां रेलवे के ही पत्थर से उसको कूचकर हत्या कर दिए। पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को रेलवे ढाला पर रखा हत्या करने के बाद उन्होंने दिपक के शव को घसीटकर पास में ही भौरा रेलवे ढाला पर ले गया और वही पर छोड़कर फरार हो गया। एसडीपीओ ने बताया कि, आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दिपक के शव को रेलवे ढाला पर रखा,ताकि पुलिस को यह लगे कि महज यह एक्सिडेंट है। लेकिन तकनीकी अनुसंधान और दिपक के मोबाइल से मिले साक्ष्य के दम पर हत्या की मिस्ट्री सुलझा दी गई है।

Oct 3, 2025 - 01:09
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प्रेम प्रसंग में हुई थी दीपक की हत्या:2 माह बाद पुलिस ने 3 दोस्तों को धर दबोचा, SDPO बोले - मोबाइल से मिले साक्ष्य अहम
बेतिया पुलिस ने दिपक गुंजन पटेल की हत्या मामले का उद्भेदन कर दिया है। SDPO जयप्रकाश सिंह ने बताया कि, मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पुरूषोत्तमपुर थाना क्षेत्र निवासी रोहित कुमार,मुराद आलम और प्रदीप कुमार उर्फ साधू कुमार के रूप में किया गया है। उन्होंने बताया कि, 7 जुलाई 2025 को बलथर थाना क्षेत्र अंतर्गत भौरा रेलवे ढाला पर पाटबंधी निवासी दिपक गुंजन पटेल की लाश पुलिस को मिली थी। पुलिस टीम का गठन कर जांच शुरू पुलिस को पहले लगा कि ट्रेन से कटकर उसकी मौत हुई है,लेकिन मामले में मृतक की मां मझौलिया थाना क्षेत्र के पटबंदी गांव निवासी मंतूरा देवी ने बलथर थाना में हत्या की एफआईआर दर्ज कराई,अनुसंधान के क्रम में पुलिस को जब मालूम चला कि यह एक्सिडेंट नहीं प्लान मर्डर है तो जांच तेज कर दी गई। एसपी डॉ शौर्य सुमन के निर्देश पर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन कर जांच शुरू किया गया। अफेयर की बात पर रोहित हुआ आग बबूला जांच के क्रम में पता चला कि, मृतक का एक नाबालिग लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था।हालांकि उसी लड़की से आरोपित रोहित भी प्रेम करता था। जब रोहित को पता चला कि उसकी प्रेमिका से दिपक का अफेयर चल रहा है तो वह आग बबूला हो गया। दाेस्तों के साथ मिलकर बनाया मारने का प्लान अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर दिपक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।घटना के दिन दिपक मझौलिया से अपने प्रेमिका से मिलने बलथर थाना क्षेत्र में आया था।उसकी भनक रोहित को लग गई। रोहित उक्त सभी अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक प्लान बनाया। दिपक से दोस्ती कर उसे एक होटल में ले जाकर स्ट्रींग पिलाया।फिर रेलवे ट्रैक पर लेकर गये।वहां रेलवे के ही पत्थर से उसको कूचकर हत्या कर दिए। पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को रेलवे ढाला पर रखा हत्या करने के बाद उन्होंने दिपक के शव को घसीटकर पास में ही भौरा रेलवे ढाला पर ले गया और वही पर छोड़कर फरार हो गया। एसडीपीओ ने बताया कि, आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दिपक के शव को रेलवे ढाला पर रखा,ताकि पुलिस को यह लगे कि महज यह एक्सिडेंट है। लेकिन तकनीकी अनुसंधान और दिपक के मोबाइल से मिले साक्ष्य के दम पर हत्या की मिस्ट्री सुलझा दी गई है।