दरभंगा में बच्चें की बरामदगी को लेकर प्रदर्शन:दो साल से लापता 11 साल का रणधीर, घर से खेलने के लिए निकला था
दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपुर पंचायत से 11 साल का रणधीर कुमार 26 जून 2023 की शाम 5 बजे खेलने निकला था। वह अब तक घर नहीं लौटा है। रणधीर कक्षा 6 का छात्र था। पुलिस ने गुमशुदगी का केस सिंहवाड़ा कांड संख्या 126/23 के तहत दर्ज किया है। रणधीर के पिता मनोज भगत और परिवार के अन्य सदस्य अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। धरना सिंहवाड़ा प्रखंड मुख्यालय में किया जा रहा है। मनोज भगत का आरोप है कि दो साल बीतने के बाद भी पुलिस उनके बेटे को नहीं खोज सकी। उन्होंने मांग की है कि एसआईटी टीम बनाई जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो। धरने में समाज के कई लोग शामिल हुए। इनमें समोद भगत, गुरुदेव कुमार, विभाश कुमार, विवेक कुमार, दुर्गा देवी, किरण देवी, रीना देवी, नीलम देवी, पुतली देवी, रिंकु देवी, अमरेश कुमार, सोनू कुमार, सुमित्रा देवी, बचिया देवी शामिल हैं। जनसुराज के प्रदेश युवा सचिव रंजीत शर्मा, भरवाड़ा के जेपी सेनानी अवधेश साह, जगमोहन महतो, पूर्व चाइल्डलाइन प्रखंड समन्वयक और मानवाधिकार कार्यकर्ता मनोहर कुमार झा भी धरने में पहुंचे। थाना क्षेत्र से कई बच्चे गायब मनोहर कुमार झा ने कहा कि सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र से कई बच्चे गायब हुए हैं। पुलिस की निष्क्रियता और कर्तव्यहीनता की निंदा की। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एक साल पहले वरीय पुलिस अधीक्षक के समक्ष आमरण अनशन किया गया था। तब एसएसपी ने संवैधानिक सहयोग का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। रणधीर की तलाश में पुलिस ने उसकी फोटो हर जगह भेजी है। थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस लापरवाही कर रही है। अब तक कोई सुराग नहीं मिला। इस मामले को क्षेत्रीय विधायक जीवेश कुमार ने भी सदन में उठाया था। अनुसंधानकर्ता ने उनकी बातों की भी अनदेखी की। परिजनों ने मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही लापरवाह अनुसंधानकर्ता पर भी विधिसम्मत कार्रवाई हो।
दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपुर पंचायत से 11 साल का रणधीर कुमार 26 जून 2023 की शाम 5 बजे खेलने निकला था। वह अब तक घर नहीं लौटा है। रणधीर कक्षा 6 का छात्र था। पुलिस ने गुमशुदगी का केस सिंहवाड़ा कांड संख्या 126/23 के तहत दर्ज किया है। रणधीर के पिता मनोज भगत और परिवार के अन्य सदस्य अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। धरना सिंहवाड़ा प्रखंड मुख्यालय में किया जा रहा है। मनोज भगत का आरोप है कि दो साल बीतने के बाद भी पुलिस उनके बेटे को नहीं खोज सकी। उन्होंने मांग की है कि एसआईटी टीम बनाई जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो। धरने में समाज के कई लोग शामिल हुए। इनमें समोद भगत, गुरुदेव कुमार, विभाश कुमार, विवेक कुमार, दुर्गा देवी, किरण देवी, रीना देवी, नीलम देवी, पुतली देवी, रिंकु देवी, अमरेश कुमार, सोनू कुमार, सुमित्रा देवी, बचिया देवी शामिल हैं। जनसुराज के प्रदेश युवा सचिव रंजीत शर्मा, भरवाड़ा के जेपी सेनानी अवधेश साह, जगमोहन महतो, पूर्व चाइल्डलाइन प्रखंड समन्वयक और मानवाधिकार कार्यकर्ता मनोहर कुमार झा भी धरने में पहुंचे। थाना क्षेत्र से कई बच्चे गायब मनोहर कुमार झा ने कहा कि सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र से कई बच्चे गायब हुए हैं। पुलिस की निष्क्रियता और कर्तव्यहीनता की निंदा की। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर एक साल पहले वरीय पुलिस अधीक्षक के समक्ष आमरण अनशन किया गया था। तब एसएसपी ने संवैधानिक सहयोग का आश्वासन दिया था। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। रणधीर की तलाश में पुलिस ने उसकी फोटो हर जगह भेजी है। थानाध्यक्ष का कहना है कि पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस लापरवाही कर रही है। अब तक कोई सुराग नहीं मिला। इस मामले को क्षेत्रीय विधायक जीवेश कुमार ने भी सदन में उठाया था। अनुसंधानकर्ता ने उनकी बातों की भी अनदेखी की। परिजनों ने मांग की है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच हो। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही लापरवाह अनुसंधानकर्ता पर भी विधिसम्मत कार्रवाई हो।