कटिहार में जायसवाल समाज की नई कार्यकारिणी गठित:पंकजेश कुमार चौधरी बने अध्यक्ष, जाति जनगणना पर जागरूकता अभियान की तैयारी
कटिहार में रविवार को जायसवाल सर्वर्गीय समाज की विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें संगठन को नए सिरे से मजबूत करने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें पंकजेश कुमार चौधरी को अध्यक्ष, कुमार रवि को सचिव और राज भगत को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। संगठन विस्तार की रणनीति तैयार संगठन ने निर्णय लिया है कि हर मंडल स्तर पर सामाजिक ढांचे को मजबूत किया जाएगा। साथ ही समाज के अंतिम परिवार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सघन जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। बैठक में तय हुआ कि जुलाई-अगस्त माह में भगवान सहस्त्रार्जुन और भगवान बलभद्र जयंती पर विशाल समारोह और आमसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें समाज के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए जिला और पंचायत स्तर पर तैयारी समितियों का गठन भी किया जाएगा। जाति जनगणना पर जागरूकता अभियान बैठक का एक अहम हिस्सा जाति आधारित जनगणना रहा। समाज ने निर्णय लिया कि प्रत्येक परिवार तक जागरूकता अभियान पहुंचाया जाएगा। ताकि जातिगत पहचान में "कलवार" जाति के साथ-साथ जायसवाल, बयाहूत, कलाल, कलार, कलचुरी, ऐरकी, जैसर जैसे उपवर्ग भी दर्ज हो सकें। समाज ने इस बात पर जोर दिया कि यदि हर परिवार ने अपनी सही पहचान दर्ज करवाई तो आने वाले समय में सामाजिक अधिकार और प्रतिनिधित्व मजबूत होगा। कार्यकारिणी ने हर सदस्य से आग्रह किया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में यह संदेश फैलाएं, ताकि कोई भी परिवार छूटने न पाए।
कटिहार में रविवार को जायसवाल सर्वर्गीय समाज की विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें संगठन को नए सिरे से मजबूत करने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें पंकजेश कुमार चौधरी को अध्यक्ष, कुमार रवि को सचिव और राज भगत को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। संगठन विस्तार की रणनीति तैयार संगठन ने निर्णय लिया है कि हर मंडल स्तर पर सामाजिक ढांचे को मजबूत किया जाएगा। साथ ही समाज के अंतिम परिवार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए सघन जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। बैठक में तय हुआ कि जुलाई-अगस्त माह में भगवान सहस्त्रार्जुन और भगवान बलभद्र जयंती पर विशाल समारोह और आमसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें समाज के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए जिला और पंचायत स्तर पर तैयारी समितियों का गठन भी किया जाएगा। जाति जनगणना पर जागरूकता अभियान बैठक का एक अहम हिस्सा जाति आधारित जनगणना रहा। समाज ने निर्णय लिया कि प्रत्येक परिवार तक जागरूकता अभियान पहुंचाया जाएगा। ताकि जातिगत पहचान में "कलवार" जाति के साथ-साथ जायसवाल, बयाहूत, कलाल, कलार, कलचुरी, ऐरकी, जैसर जैसे उपवर्ग भी दर्ज हो सकें। समाज ने इस बात पर जोर दिया कि यदि हर परिवार ने अपनी सही पहचान दर्ज करवाई तो आने वाले समय में सामाजिक अधिकार और प्रतिनिधित्व मजबूत होगा। कार्यकारिणी ने हर सदस्य से आग्रह किया कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में यह संदेश फैलाएं, ताकि कोई भी परिवार छूटने न पाए।