कुपोषण के खिलाफ जंग में मॉडल पंचायत बनेगा तेतरी:पंजाब की टीम ने किया निरीक्षण, बच्चों का वजन और लंबाई मापी
बेगूसराय जिला के डंडारी प्रखंड की तेतरी पंचायत सुपोषित ग्राम पंचायत के रूप में चयनित होकर कुपोषण के खिलाफ जंग में एक मॉडल ग्राम पंचायत बन रहा है। इसके लिए पंजाब से आई एक उच्च-स्तरीय टीम ने तेतरी का निरीक्षण किया। टीम का स्वागत पंचायत के मुखिया आदित्य वर्मा ने अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर किया। मुखिया आदित्य वर्मा ने टीम को अपनी पंचायत की उपलब्धियों से अवगत कराया और कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में उनके पंचायत की ओर से किए गए महत्वपूर्ण योगदान का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया। इस दौरान टीम ने 2 आंगनबाड़ी केंद्रों का गहन निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी सेविकाओं से बातचीत की, पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों से संवाद किया, ग्रामीणों से प्रश्न पूछे, बच्चों से मिलकर उनका वजन और लंबाई मापी। मापदंडों पर खरे उतरने वाली पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार टीम के हरबंश सिंह और मनप्रीत सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने कुछ पंचायतों को सुपोषित पंचायत के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए कुछ विशेष मापदंड निर्धारित किए गए हैं। इन मापदंडों पर खरे उतरने वाली पंचायतों को पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाएगी। सुपोषित पंचायत वह होती है जहां कुपोषण की दर कम से कम हो। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाता हो, और पोषण संबंधी जागरूकता का स्तर ऊंचा हो। इसके लिए नियमित स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, पोषण, शिक्षा, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता और स्वच्छता जैसे पहलुओं पर विशेष जोर दिया जाता है। टीम के साथ राज्य स्तर से अनूप झा एवं राहुल कुमार भी उपस्थित थे। तेतरी पंचायत का चयन हत्वपूर्ण कदम है मुखिया आदित्य वर्मा ने बताया कि तेतरी पंचायत का चयन और पंजाब टीम का दौरा, कुपोषण मुक्त भारत के लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जिला प्रशासन की ओर से आईसीडीएस के डीपीओ रश्मि कुमारी, सीडीपीओ अर्पणा, जिला समन्वयक मृत्युंजय कुमार, जिला परियोजना समन्वयक अश्वनी कौशिक ने टीम का सहयोग किया। मौके पर पिरामल के दीपक मिश्रा, आरती शर्मा एवं नेहा सिंह भी उपस्थित थे।
बेगूसराय जिला के डंडारी प्रखंड की तेतरी पंचायत सुपोषित ग्राम पंचायत के रूप में चयनित होकर कुपोषण के खिलाफ जंग में एक मॉडल ग्राम पंचायत बन रहा है। इसके लिए पंजाब से आई एक उच्च-स्तरीय टीम ने तेतरी का निरीक्षण किया। टीम का स्वागत पंचायत के मुखिया आदित्य वर्मा ने अंग वस्त्र और मोमेंटो देकर किया। मुखिया आदित्य वर्मा ने टीम को अपनी पंचायत की उपलब्धियों से अवगत कराया और कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में उनके पंचायत की ओर से किए गए महत्वपूर्ण योगदान का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया। इस दौरान टीम ने 2 आंगनबाड़ी केंद्रों का गहन निरीक्षण किया। आंगनबाड़ी सेविकाओं से बातचीत की, पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों से संवाद किया, ग्रामीणों से प्रश्न पूछे, बच्चों से मिलकर उनका वजन और लंबाई मापी। मापदंडों पर खरे उतरने वाली पंचायतों को मिलेगा पुरस्कार टीम के हरबंश सिंह और मनप्रीत सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने कुछ पंचायतों को सुपोषित पंचायत के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए कुछ विशेष मापदंड निर्धारित किए गए हैं। इन मापदंडों पर खरे उतरने वाली पंचायतों को पुरस्कार राशि भी प्रदान की जाएगी। सुपोषित पंचायत वह होती है जहां कुपोषण की दर कम से कम हो। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाता हो, और पोषण संबंधी जागरूकता का स्तर ऊंचा हो। इसके लिए नियमित स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, पोषण, शिक्षा, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता और स्वच्छता जैसे पहलुओं पर विशेष जोर दिया जाता है। टीम के साथ राज्य स्तर से अनूप झा एवं राहुल कुमार भी उपस्थित थे। तेतरी पंचायत का चयन हत्वपूर्ण कदम है मुखिया आदित्य वर्मा ने बताया कि तेतरी पंचायत का चयन और पंजाब टीम का दौरा, कुपोषण मुक्त भारत के लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। जिला प्रशासन की ओर से आईसीडीएस के डीपीओ रश्मि कुमारी, सीडीपीओ अर्पणा, जिला समन्वयक मृत्युंजय कुमार, जिला परियोजना समन्वयक अश्वनी कौशिक ने टीम का सहयोग किया। मौके पर पिरामल के दीपक मिश्रा, आरती शर्मा एवं नेहा सिंह भी उपस्थित थे।