औरंगाबाद में सोन नदी में 6 डूबे, 2 की मौत:चार लोगों की तलाश जारी, अंधेरे की वजह से SDRF लौटी; ओवरलोड के कारण पलटी नाव
औरंगाबाद में सोन नदी में शुक्रवार शाम एक ओवरलोड नाव के पलटने से 6 लोग डूब गए। इनमें से दो लोगों की लाश बरामद कर ली गई है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है। फिलहाल, एसडीआरएफ की टीम लापता चार लोगों की तलाश में जुटी है। घटना जिले के बड़ेम के महुआंव गांव की है। जानकारी के मुताबिक, हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल बड़ेम गांव के रहने वाले सलीम अंसारी की बेटी 21 साल की तमन्ना की लाश को नदी से निकाल लिया, जबकि पांच महिलाओं की तलाश में जुट गई। करीब आधे घंटे के बाद SDRF की टीम ने दूसरी महिला की लाश को ढूंढ निकाला। महिला की पहचान बड़ेम के ही रहने वाले योगेंद्र लाल की बेटी 20 साल की काजल उर्फ छोटी के रूप में की गई। शव को पुलिस ने कब्जे में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है। थाना अध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया दुख हादसे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा- औरंगाबाद के बड़ेम घाट पर सोन नदी में हुए नाव हादसे से मर्माहत हूं। शोक संतप्त परिजन के प्रति गहरी संवेदना है। उन्हें दुख की घड़ी में धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है। अंधेरा होने के बाद लौट गई एसडीआरएफ की टीम जानकारी के अनुसार नाव पर कुल 17 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि क्षमता से अधिक लोग नाव पर सवार थे, इसलिए नाव बीच नदी में अचानक डगमगाने लगी और नदी में पलट गई। नाव पर सवार सभी पुरुष तो तैरकर बाहर आ गए, लेकिन जिन महिलाओं को तैरना नहीं आता था, वो पानी में डूब गईं। जिन महिलाओं की तलाश जारी है, उनमें बड़ेम के रहने वाले नरेश चौधरी की बेटी सोनी कुमारी (21), संजय चौधरी की पत्नी रंजीता देवी (35), सुरेंद्र चौरसिया की बेटी मंजू कुमारी (20) और चितरंजन पासवान की पत्नी सबिता देवी (30) शामिल है। मजदूरी करने जा रही थी सभी नाव पर सवार लोग गांव के कुछ लोगों की ओर से सोन डीला पर खेती की जाती है। फिलहाल आलू रोपाई का काम चल रहा है। नाव पर सवार होकर सभी लोग आलू के खेत में मजदूरी का काम करने जा रहे थे।स्थानीय लोगों की माने तो एक दिन पहले भी यही नाव नदी में पलट गई थी। लेकिन किनारे के पास पलटने के कारण लोगों की जान बच गई। तत्परता से किया जा रहा है राहत बचाव कार्य: डीएम घटना की सूचना मिलते ही डीएम श्रीकांत शास्त्री, एसपी अंबरीश राहुल, एसडीओ संतन कुमार सिंह, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि सोन डीला पर आलू की खेती करने के लिए मजदूरों को ले जाया जा रहा था। इस दौरान घटना हुई है। पूरी तत्परता के साथ शव को ढूंढने की कवायद की जा रही है। एनडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। टीम के लोग नदी में शव को ढूंढने में लगे हैं। दूसरे शव को भी ढूंढ लिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि दिलाई जाएगी।
औरंगाबाद में सोन नदी में शुक्रवार शाम एक ओवरलोड नाव के पलटने से 6 लोग डूब गए। इनमें से दो लोगों की लाश बरामद कर ली गई है, जबकि चार अन्य की तलाश जारी है। फिलहाल, एसडीआरएफ की टीम लापता चार लोगों की तलाश में जुटी है। घटना जिले के बड़ेम के महुआंव गांव की है। जानकारी के मुताबिक, हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने तत्काल बड़ेम गांव के रहने वाले सलीम अंसारी की बेटी 21 साल की तमन्ना की लाश को नदी से निकाल लिया, जबकि पांच महिलाओं की तलाश में जुट गई। करीब आधे घंटे के बाद SDRF की टीम ने दूसरी महिला की लाश को ढूंढ निकाला। महिला की पहचान बड़ेम के ही रहने वाले योगेंद्र लाल की बेटी 20 साल की काजल उर्फ छोटी के रूप में की गई। शव को पुलिस ने कब्जे में लेते हुए आवश्यक कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है। थाना अध्यक्ष अमरजीत चौधरी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया दुख हादसे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर लिखा- औरंगाबाद के बड़ेम घाट पर सोन नदी में हुए नाव हादसे से मर्माहत हूं। शोक संतप्त परिजन के प्रति गहरी संवेदना है। उन्हें दुख की घड़ी में धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना है। अंधेरा होने के बाद लौट गई एसडीआरएफ की टीम जानकारी के अनुसार नाव पर कुल 17 लोग सवार थे। बताया जा रहा है कि क्षमता से अधिक लोग नाव पर सवार थे, इसलिए नाव बीच नदी में अचानक डगमगाने लगी और नदी में पलट गई। नाव पर सवार सभी पुरुष तो तैरकर बाहर आ गए, लेकिन जिन महिलाओं को तैरना नहीं आता था, वो पानी में डूब गईं। जिन महिलाओं की तलाश जारी है, उनमें बड़ेम के रहने वाले नरेश चौधरी की बेटी सोनी कुमारी (21), संजय चौधरी की पत्नी रंजीता देवी (35), सुरेंद्र चौरसिया की बेटी मंजू कुमारी (20) और चितरंजन पासवान की पत्नी सबिता देवी (30) शामिल है। मजदूरी करने जा रही थी सभी नाव पर सवार लोग गांव के कुछ लोगों की ओर से सोन डीला पर खेती की जाती है। फिलहाल आलू रोपाई का काम चल रहा है। नाव पर सवार होकर सभी लोग आलू के खेत में मजदूरी का काम करने जा रहे थे।स्थानीय लोगों की माने तो एक दिन पहले भी यही नाव नदी में पलट गई थी। लेकिन किनारे के पास पलटने के कारण लोगों की जान बच गई। तत्परता से किया जा रहा है राहत बचाव कार्य: डीएम घटना की सूचना मिलते ही डीएम श्रीकांत शास्त्री, एसपी अंबरीश राहुल, एसडीओ संतन कुमार सिंह, एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने बताया कि सोन डीला पर आलू की खेती करने के लिए मजदूरों को ले जाया जा रहा था। इस दौरान घटना हुई है। पूरी तत्परता के साथ शव को ढूंढने की कवायद की जा रही है। एनडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। टीम के लोग नदी में शव को ढूंढने में लगे हैं। दूसरे शव को भी ढूंढ लिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि दिलाई जाएगी।