अल्जीरिया में बेटे की मौत, परिजनों से मिले डीएम:कानपुर के युवक का शव जल्द आएगा गांव, डीएम बोले- हम परिवार के साथ

कानपुर के भीतरगांव ब्लॉक के बारीगांव में एक परिवार के बेटे की विदेश में मौत हो गई थी। बेटे के शव के इंतजार में पिता ने दम तोड़ दिया था। खबर को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसके बाद कानपुर डीएम बारीगांव पहुंच गए। उन्होंने मृतक के परिवारी जनों से मुलाकात की है। पत्नी सुनीता उसके पति अनादि का शव पैतृक गांव वापस लाने का आश्वासन दिया है। एक साथ परिवार में हुई दो मौत के बाद से परिजन सदमे में है। कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह शुक्रवार दोपहर भीतरगांव ब्लॉक के बारीगांव गांव स्थित स्व राजेंद्र प्रसाद के घर पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने स्व राजेंद्र प्रसाद के छोटे भाई अर्पित मिश्रा और अनादि की पत्नी सुनीता से बातचीत की। उन्होंने अर्पित से पूछा कि उनका भाई अनादि कब अफ्रीकी महाद्वीप के अल्जीरिया देश स्थित स्पंज आयरन कंपनी में ऑपरेटर पद पर काम करने गए थे। छोटे भाई अर्पित मिश्रा ने कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को बताया कि उनके बड़े भाई अनादि मिश्रा पहले गुजरात में प्राइवेट नौकरी करते थे, उनके दोस्त वहां से नौकरी छोड़कर अफ्रीकी महाद्वीप के अल्जीरिया देश स्थित स्पंज आयरन कंपनी में ऑपरेटर पद पर काम करने जा रहे थे। जिसपर वह भी सभी के साथ 16 जून को घर से नौकरी करने गए थे। इसके बाद उनकी रोजाना घरवालों से बात होती रही। जहां 17 जुलाई को कंपनी में संदिग्ध परिस्थितियों में ब्लास्ट हुआ था। जिसकी चपेट में आकर उनके भाई अनादि गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उपचार के दौरान 18 जुलाई को उनकी मौत हो गई थी। तब से परिवार उनके भाई का शव वापस अपने गांव आने का एक एक पल इंतजार कर रहा है। हालांकि कानपुर डीएम ने परिजनों को उनके भाई का शव वापस पैतृक गांव लाने का आश्वासन दिया है। लेबर कमिश्नर ने बनाई छ सदस्यीय टीम कानपुर लेबर कमिश्नर मार्कण्डेय शाही ने बताया कि कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने दैनिक भास्कर की खबर को संज्ञान लेकर उन्हें ग्रामीणों की मदद करने के लिए कहा था, इसलिए उन्होंने छ सदस्यीय टीम बनाई है, जिनमें सरजू राम, अपर श्रमायुक्त मुख्यालय, शमीम अख्तर उप श्रमायुक्त मुख्यालय, राम लखन पटेल, सहायक श्रमायुक्त कानपुर क्षेत्र, कीर्तिवर्धन सहायक श्रमायुक्त कानपुर क्षेत्र, श्री राम लखन स्वर्णकार, सहायक श्रमायुक्त रायबरेली, रिजवान अली समन्वयक एस०आर०सी० मुख्यालय कानपुर शामिल है। एडिशनल लेबर कमिश्नर सरजू राम शर्मा ने बताया कि उन्होंने दो लेबर इंस्पेक्टर को बारीगांव भेजा था, इसके बाद परिजनों से कागजात लेकर शव को वापस भारत लाने की प्रकिया शुरू की गई है। डीएम बोले - अधिकारियों से हुई बात जल्द भारत लौटेगा पार्थिव शरीर कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने और श्रमायुक्त कानपुर मार्कण्डेय शाही ने अल्जीरिया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से संपर्क हो गया है। जल्द ही अनादि का पार्थिव शरीर वापस भारत अपने पैतृक गांव बारीगांव आयेगा। उन्होंने परिजनों को सरकार के द्वारा हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने परिजनों से कहा कि इस दुःख की घड़ी में सरकार उनके साथ है। ------------ ये खबर भी पढ़िए अल्जीरिया में बेटे की मौत...इंतजार करते-करते पिता ने दम तोड़ा: कानपुर में पत्नी बोली- मोदीजी आखिरी बार लाश देख लूं, बस यही चाहती हूं 'मेरे पति अल्जीरिया की एक फैक्ट्री में जॉब करते थे। हर रोज वीडियो कॉल करके परिवार की जानकारी लेते थे। एक ब्लॉस्ट ने उनकी जान ले ली। उनकी लाश का इंतजार करते-करते 12 दिन बाद उनके पिता ने भी दम तोड़ दिया।' यह कहते हुए सुनीता रोने लगती हैं। वह कहती हैं- 17 जुलाई को फैक्ट्री में हुए ब्लॉस्ट में पति घायल हुए, 18 जुलाई को उनकी डेथ हो गई। अचानक उनके दोस्त सुरेश ने हमें अल्जीरिया से कॉल करके बताया। कंपनी से संपर्क करने पर वह सीधे-सीधे कुछ भी नहीं बताते थे। हमारे पिताजी (ससुर) राजेंद्र सिंह तकरीबन हर रोज लोकल और दिल्ली के ऑफिसों को कॉल करते थे। पूरी खबर पढ़िए

Aug 1, 2025 - 22:31
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अल्जीरिया में बेटे की मौत, परिजनों से मिले डीएम:कानपुर के युवक का शव जल्द आएगा गांव, डीएम बोले- हम परिवार के साथ
कानपुर के भीतरगांव ब्लॉक के बारीगांव में एक परिवार के बेटे की विदेश में मौत हो गई थी। बेटे के शव के इंतजार में पिता ने दम तोड़ दिया था। खबर को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसके बाद कानपुर डीएम बारीगांव पहुंच गए। उन्होंने मृतक के परिवारी जनों से मुलाकात की है। पत्नी सुनीता उसके पति अनादि का शव पैतृक गांव वापस लाने का आश्वासन दिया है। एक साथ परिवार में हुई दो मौत के बाद से परिजन सदमे में है। कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह शुक्रवार दोपहर भीतरगांव ब्लॉक के बारीगांव गांव स्थित स्व राजेंद्र प्रसाद के घर पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने स्व राजेंद्र प्रसाद के छोटे भाई अर्पित मिश्रा और अनादि की पत्नी सुनीता से बातचीत की। उन्होंने अर्पित से पूछा कि उनका भाई अनादि कब अफ्रीकी महाद्वीप के अल्जीरिया देश स्थित स्पंज आयरन कंपनी में ऑपरेटर पद पर काम करने गए थे। छोटे भाई अर्पित मिश्रा ने कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को बताया कि उनके बड़े भाई अनादि मिश्रा पहले गुजरात में प्राइवेट नौकरी करते थे, उनके दोस्त वहां से नौकरी छोड़कर अफ्रीकी महाद्वीप के अल्जीरिया देश स्थित स्पंज आयरन कंपनी में ऑपरेटर पद पर काम करने जा रहे थे। जिसपर वह भी सभी के साथ 16 जून को घर से नौकरी करने गए थे। इसके बाद उनकी रोजाना घरवालों से बात होती रही। जहां 17 जुलाई को कंपनी में संदिग्ध परिस्थितियों में ब्लास्ट हुआ था। जिसकी चपेट में आकर उनके भाई अनादि गंभीर रूप से घायल हो गये थे। उपचार के दौरान 18 जुलाई को उनकी मौत हो गई थी। तब से परिवार उनके भाई का शव वापस अपने गांव आने का एक एक पल इंतजार कर रहा है। हालांकि कानपुर डीएम ने परिजनों को उनके भाई का शव वापस पैतृक गांव लाने का आश्वासन दिया है। लेबर कमिश्नर ने बनाई छ सदस्यीय टीम कानपुर लेबर कमिश्नर मार्कण्डेय शाही ने बताया कि कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने दैनिक भास्कर की खबर को संज्ञान लेकर उन्हें ग्रामीणों की मदद करने के लिए कहा था, इसलिए उन्होंने छ सदस्यीय टीम बनाई है, जिनमें सरजू राम, अपर श्रमायुक्त मुख्यालय, शमीम अख्तर उप श्रमायुक्त मुख्यालय, राम लखन पटेल, सहायक श्रमायुक्त कानपुर क्षेत्र, कीर्तिवर्धन सहायक श्रमायुक्त कानपुर क्षेत्र, श्री राम लखन स्वर्णकार, सहायक श्रमायुक्त रायबरेली, रिजवान अली समन्वयक एस०आर०सी० मुख्यालय कानपुर शामिल है। एडिशनल लेबर कमिश्नर सरजू राम शर्मा ने बताया कि उन्होंने दो लेबर इंस्पेक्टर को बारीगांव भेजा था, इसके बाद परिजनों से कागजात लेकर शव को वापस भारत लाने की प्रकिया शुरू की गई है। डीएम बोले - अधिकारियों से हुई बात जल्द भारत लौटेगा पार्थिव शरीर कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने और श्रमायुक्त कानपुर मार्कण्डेय शाही ने अल्जीरिया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से संपर्क हो गया है। जल्द ही अनादि का पार्थिव शरीर वापस भारत अपने पैतृक गांव बारीगांव आयेगा। उन्होंने परिजनों को सरकार के द्वारा हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने परिजनों से कहा कि इस दुःख की घड़ी में सरकार उनके साथ है। ------------ ये खबर भी पढ़िए अल्जीरिया में बेटे की मौत...इंतजार करते-करते पिता ने दम तोड़ा: कानपुर में पत्नी बोली- मोदीजी आखिरी बार लाश देख लूं, बस यही चाहती हूं 'मेरे पति अल्जीरिया की एक फैक्ट्री में जॉब करते थे। हर रोज वीडियो कॉल करके परिवार की जानकारी लेते थे। एक ब्लॉस्ट ने उनकी जान ले ली। उनकी लाश का इंतजार करते-करते 12 दिन बाद उनके पिता ने भी दम तोड़ दिया।' यह कहते हुए सुनीता रोने लगती हैं। वह कहती हैं- 17 जुलाई को फैक्ट्री में हुए ब्लॉस्ट में पति घायल हुए, 18 जुलाई को उनकी डेथ हो गई। अचानक उनके दोस्त सुरेश ने हमें अल्जीरिया से कॉल करके बताया। कंपनी से संपर्क करने पर वह सीधे-सीधे कुछ भी नहीं बताते थे। हमारे पिताजी (ससुर) राजेंद्र सिंह तकरीबन हर रोज लोकल और दिल्ली के ऑफिसों को कॉल करते थे। पूरी खबर पढ़िए