लखनऊ के चार लोगों से 45 लाख की साइबर ठगी:हरिद्वार में इलाज, शेयर ट्रेडिंग और बैंकिंग के नाम पर जालसाजी की गई
राजधानी लखनऊ में साइबर अपराधियों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। हरिद्वार के योगग्राम में इलाज का झांसा, शेयर ट्रेडिंग में तिगुना मुनाफा और बैंकिंग सुविधाओं का हवाला देकर जालसाजों ने चार लोगों से कुल 45 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर डाली। पुलिस ने चारों मामलों में रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी है। रामदेव-बालकृष्ण से इलाज दिलाने का झांसा, व्यापारी से 91 हजार की ठगी सुशांत गोल्फ सिटी के रिशिता सेलिब्रिटी ग्रींस निवासी व्यापारी कमलेश कुमार गुप्ता को फोन कर एक व्यक्ति ने खुद को हरिद्वार पतंजलि योग ग्राम का आचार्य विशाल वर्मा बताया। पीड़ित को बताया गया कि पतंजलि में इलाज पर 15% छूट मिल रही है। व्यापारी से इलाज के नाम पर 49,225 रुपये और फिर स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण से विशेष उपचार का झांसा देकर 31,500 रुपये और ट्रांसफर करा लिए गए। ट्रेन टिकट आदि खर्चों में और 10 हजार रुपये ले लिए गए। 25 जुलाई को जब पीड़ित ने कॉल की तो नंबर बंद मिला। 90,725 रुपये की ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने थाने में तहरीर दी। क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के बहाने 62 वर्षीय बुजुर्ग से 37 हजार पार राजाजीपुरम ई-ब्लॉक निवासी श्रीराम नारायण भावे (62) को एक शातिर ने बैंक का कर्मचारी बताकर कॉल की और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का लालच दिया। वीडियो कॉल के जरिए फर्जी KYC कराते समय ओटीपी लेकर दो बार में पीड़ित के खाते से कुल 37,027 रुपये निकाल लिए। गलती से ज्यादा पैसा भेजने का नाटक कर वकील की बेटी से ऐंठे 18 हजार ठाकुरगंज के विश्वासनगर निवासी अधिवक्ता कौशलेंद्र की बेटी वेदात्मिका को कॉल कर एक युवक ने झांसा दिया कि उसके पिता को 12 हजार भेजने थे लेकिन गलती से 30 हजार भेज दिए गए हैं। फर्जी क्रेडिट मैसेज भेजकर जालसाज ने 18 हजार रुपये वापस मांगकर हड़प लिए। वेदात्मिका ने इस ठगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर कारोबारी से 44.25 लाख रुपये की धोखाधड़ी शालीमार वन वर्ल्ड विस्टा अपार्टमेंट निवासी कारोबारी रविन वत्स को फेसबुक पर शेयर ट्रेडिंग का विज्ञापन दिखा। विज्ञापन लाइक करते ही एक महिला ने संपर्क किया और खुद को एचएनआई ग्रुप की साहना अय्यंगार बताया। महिला ने उन्हें निवेश के बदले तीन गुना मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित ने 29 जून से 8 जुलाई के बीच कई बार में कुल 44.25 लाख रुपये निवेश किए। जब उन्होंने लाभ के 1.5 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की, तो 50 लाख रुपये और मांगे गए। मना करने पर महिला ने धमकी देकर उन्हें ग्रुप से ब्लॉक कर दिया। जांच में जुटी साइबर सेलसभी मामलों में संबंधित थानों द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस की प्राथमिकता जालसाजों को जल्द गिरफ्तार करने की है।
राजधानी लखनऊ में साइबर अपराधियों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। हरिद्वार के योगग्राम में इलाज का झांसा, शेयर ट्रेडिंग में तिगुना मुनाफा और बैंकिंग सुविधाओं का हवाला देकर जालसाजों ने चार लोगों से कुल 45 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर डाली। पुलिस ने चारों मामलों में रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी है। रामदेव-बालकृष्ण से इलाज दिलाने का झांसा, व्यापारी से 91 हजार की ठगी सुशांत गोल्फ सिटी के रिशिता सेलिब्रिटी ग्रींस निवासी व्यापारी कमलेश कुमार गुप्ता को फोन कर एक व्यक्ति ने खुद को हरिद्वार पतंजलि योग ग्राम का आचार्य विशाल वर्मा बताया। पीड़ित को बताया गया कि पतंजलि में इलाज पर 15% छूट मिल रही है। व्यापारी से इलाज के नाम पर 49,225 रुपये और फिर स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण से विशेष उपचार का झांसा देकर 31,500 रुपये और ट्रांसफर करा लिए गए। ट्रेन टिकट आदि खर्चों में और 10 हजार रुपये ले लिए गए। 25 जुलाई को जब पीड़ित ने कॉल की तो नंबर बंद मिला। 90,725 रुपये की ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने थाने में तहरीर दी। क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के बहाने 62 वर्षीय बुजुर्ग से 37 हजार पार राजाजीपुरम ई-ब्लॉक निवासी श्रीराम नारायण भावे (62) को एक शातिर ने बैंक का कर्मचारी बताकर कॉल की और क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का लालच दिया। वीडियो कॉल के जरिए फर्जी KYC कराते समय ओटीपी लेकर दो बार में पीड़ित के खाते से कुल 37,027 रुपये निकाल लिए। गलती से ज्यादा पैसा भेजने का नाटक कर वकील की बेटी से ऐंठे 18 हजार ठाकुरगंज के विश्वासनगर निवासी अधिवक्ता कौशलेंद्र की बेटी वेदात्मिका को कॉल कर एक युवक ने झांसा दिया कि उसके पिता को 12 हजार भेजने थे लेकिन गलती से 30 हजार भेज दिए गए हैं। फर्जी क्रेडिट मैसेज भेजकर जालसाज ने 18 हजार रुपये वापस मांगकर हड़प लिए। वेदात्मिका ने इस ठगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई। शेयर ट्रेडिंग के नाम पर कारोबारी से 44.25 लाख रुपये की धोखाधड़ी शालीमार वन वर्ल्ड विस्टा अपार्टमेंट निवासी कारोबारी रविन वत्स को फेसबुक पर शेयर ट्रेडिंग का विज्ञापन दिखा। विज्ञापन लाइक करते ही एक महिला ने संपर्क किया और खुद को एचएनआई ग्रुप की साहना अय्यंगार बताया। महिला ने उन्हें निवेश के बदले तीन गुना मुनाफे का लालच दिया। पीड़ित ने 29 जून से 8 जुलाई के बीच कई बार में कुल 44.25 लाख रुपये निवेश किए। जब उन्होंने लाभ के 1.5 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की, तो 50 लाख रुपये और मांगे गए। मना करने पर महिला ने धमकी देकर उन्हें ग्रुप से ब्लॉक कर दिया। जांच में जुटी साइबर सेलसभी मामलों में संबंधित थानों द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इंस्पेक्टर साइबर क्राइम थाना बृजेश कुमार यादव ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस की प्राथमिकता जालसाजों को जल्द गिरफ्तार करने की है।