SMS हॉस्पिटल अग्निकांड में मुंडरु के पिंटू गुर्जर की मौत:परिजन बोले- जल्दी छुट्टी मिलने वाली थी, धुएं से दम घुटकर हुई मौत
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग लगने से श्रीमाधोपुर उपखंड के जलालपुर निवासी 25 वर्षीय पिंटू गुर्जर की मौत हो गई। रविवार रात करीब 11 बजे हुई इस घटना में कुल आठ लोगों ने अपनी जान गंवाई। 1 साल पहले वाहन दुर्घटना में हुआ था घायल पिंटू गुर्जर 26 अगस्त से ट्रोमा सेंटर में भर्ती थे। उनके परिवार के सदस्य जगदीश गुर्जर ने बताया कि पिंटू का एक साल पहले गुजरात में वाहन दुर्घटना में गंभीर चोटें आने के बाद से इलाज चल रहा था। वह गुजरात में टाइल मार्बल लगाने का काम करते थे। 'उसे जल्द ही छुट्टी मिलने वाली थी' मृतक के मौसेरे भाई ओमप्रकाश ने बताया कि पिंटू स्वस्थ हो रहे थे और उन्हें जल्द ही छुट्टी मिलने वाली थी। घटना के समय पिंटू के ताऊ के बेटे दशरथ और ओमप्रकाश के साथ उनके बहनोई सुरेश भी वहीं मौजूद थे। हादसे में मरने वाले पिंटू के मौसी के बेटे ओमप्रकाश ने बताया कि- हमने धुआं निकलते ही स्टाफ को आग की जानकारी दी थी, लेकिन करीब 20 मिनट तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बीच डिपार्टमेंट के सारे डॉक्टर भाग गए। धुएं से दम घुट गया आग कुछ मिनटों में ही पूरे वार्ड में फैल गई, मेरा भाई भी अंदर ही था। घटना के डेढ़ घंटे बाद पिंटू को कमरे से बाहर निकाला। आग से उसका शरीर नहीं जला था, लेकिन कमरे में धुएं के कारण उसका पूरा मुंह काला हो गया था। जब वे पिंटू को नीचे लेकर गए, तो वहां कोई डॉक्टर नहीं था। पिंटू के पिता कानाराम खेतीबाड़ी का काम करते हैं। उनके एक बड़े भाई रामेश्वर और बड़ी बहन सजना देवी हैं। पारिवारिक परिस्थितियों के कारण पिंटू को पढ़ाई बीच में छोड़कर मजदूरी करनी पड़ी थी। वह पिछले पांच साल से मजदूरी कर रहे थे। घटना से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... जयपुर के SMS हॉस्पिटल में आग, 8 मरीजों की मौत:ट्रॉमा सेंटर के ICU में देर रात हुआ हादसा, 6 सदस्यीय कमेटी जांच करेगी जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में रविवार देर रात आग लग गई। हादसे में 8 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 3 महिलाएं शामिल हैं।(पूरी खबर पढ़ें...) परिजन का दावा- जलते मरीजों को छोड़कर भागा स्टाफ:20 मिनट पहले ही बताया था आग लगी; किसी का मुंह जला, किसी की दम घुटने से मौत जैसे ही धुआं उठा उन्होंने स्टाफ को बताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। करीब 20 मिनट बाद आग से पूरा वार्ड घिर गया। हॉस्पिटल स्टाफ मरीजों की मदद करने की बजाय मौके से भाग गया। (पूरी खबर पढ़ें...)
जयपुर के एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में आग लगने से श्रीमाधोपुर उपखंड के जलालपुर निवासी 25 वर्षीय पिंटू गुर्जर की मौत हो गई। रविवार रात करीब 11 बजे हुई इस घटना में कुल आठ लोगों ने अपनी जान गंवाई। 1 साल पहले वाहन दुर्घटना में हुआ था घायल पिंटू गुर्जर 26 अगस्त से ट्रोमा सेंटर में भर्ती थे। उनके परिवार के सदस्य जगदीश गुर्जर ने बताया कि पिंटू का एक साल पहले गुजरात में वाहन दुर्घटना में गंभीर चोटें आने के बाद से इलाज चल रहा था। वह गुजरात में टाइल मार्बल लगाने का काम करते थे। 'उसे जल्द ही छुट्टी मिलने वाली थी' मृतक के मौसेरे भाई ओमप्रकाश ने बताया कि पिंटू स्वस्थ हो रहे थे और उन्हें जल्द ही छुट्टी मिलने वाली थी। घटना के समय पिंटू के ताऊ के बेटे दशरथ और ओमप्रकाश के साथ उनके बहनोई सुरेश भी वहीं मौजूद थे। हादसे में मरने वाले पिंटू के मौसी के बेटे ओमप्रकाश ने बताया कि- हमने धुआं निकलते ही स्टाफ को आग की जानकारी दी थी, लेकिन करीब 20 मिनट तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बीच डिपार्टमेंट के सारे डॉक्टर भाग गए। धुएं से दम घुट गया आग कुछ मिनटों में ही पूरे वार्ड में फैल गई, मेरा भाई भी अंदर ही था। घटना के डेढ़ घंटे बाद पिंटू को कमरे से बाहर निकाला। आग से उसका शरीर नहीं जला था, लेकिन कमरे में धुएं के कारण उसका पूरा मुंह काला हो गया था। जब वे पिंटू को नीचे लेकर गए, तो वहां कोई डॉक्टर नहीं था। पिंटू के पिता कानाराम खेतीबाड़ी का काम करते हैं। उनके एक बड़े भाई रामेश्वर और बड़ी बहन सजना देवी हैं। पारिवारिक परिस्थितियों के कारण पिंटू को पढ़ाई बीच में छोड़कर मजदूरी करनी पड़ी थी। वह पिछले पांच साल से मजदूरी कर रहे थे। घटना से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... जयपुर के SMS हॉस्पिटल में आग, 8 मरीजों की मौत:ट्रॉमा सेंटर के ICU में देर रात हुआ हादसा, 6 सदस्यीय कमेटी जांच करेगी जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में रविवार देर रात आग लग गई। हादसे में 8 मरीजों की मौत हो गई। इनमें 3 महिलाएं शामिल हैं।(पूरी खबर पढ़ें...) परिजन का दावा- जलते मरीजों को छोड़कर भागा स्टाफ:20 मिनट पहले ही बताया था आग लगी; किसी का मुंह जला, किसी की दम घुटने से मौत जैसे ही धुआं उठा उन्होंने स्टाफ को बताया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। करीब 20 मिनट बाद आग से पूरा वार्ड घिर गया। हॉस्पिटल स्टाफ मरीजों की मदद करने की बजाय मौके से भाग गया। (पूरी खबर पढ़ें...)