660 मेगावाट यूनिट-1 का ट्रायल रन सफल:बक्सर थर्मल पावर प्लांट में 72 घंटे का परीक्षण पूरा, कमर्शियल ऑपरेशन को तैयार

बक्सर में एसजेवीएन लिमिटेड की 1320 मेगावाट बक्सर थर्मल पावर परियोजना की 660 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट-1 ने अपना 72 घंटे का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस उपलब्धि के साथ, यूनिट अब पूर्ण वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार है। एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भूपेन्द्र गुप्ता ने यह जानकारी दी। एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष ने कर्मचारियों- इंजीनियरों को दी बधाई भूपेन्द्र गुप्ता ने इस सफलता पर परियोजना से जुड़े सभी कर्मचारियों, इंजीनियरों और हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यूनिट-1 का सफल ट्रायल रन एसजेवीएन की तकनीकी दक्षता और मजबूत प्रबंधन का प्रमाण है। कंपनी अब इस इकाई को वाणिज्यिक संचालन में लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। टीम की उत्कृष्ट प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का परिणाम एसजेवीएन के निदेशक (प्रचालन) अजय कुमार शर्मा ने इस उपलब्धि को कंपनी की यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यूनिट-1 का 72 घंटे का सफल परीक्षण चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद टीम की उत्कृष्ट प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का परिणाम है। एसजेवीएन के निदेशक (वित्त) सिपन कुमार गर्ग ने बताया कि बक्सर थर्मल पावर परियोजना आधुनिक प्रौद्योगिकी से सुसज्जित है। इसमें उन्नत नियंत्रण प्रणाली और पर्यावरण-सुरक्षा मानकों का कठोर पालन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भारत के बिजली क्षेत्र में दक्षता, गुणवत्ता और आधुनिकीकरण के नए मानक स्थापित कर रही है। कम प्रदूषण, उच्च दक्षता और स्थायी उत्पादन क्षमता 1320 मेगावाट की बक्सर थर्मल पावर परियोजना को एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड (STPL) की ओर से विकसित किया जा रहा है। यह अत्याधुनिक सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित है, जो कम प्रदूषण, उच्च दक्षता और स्थायी उत्पादन क्षमता सुनिश्चित करती है। परियोजना के पूर्ण संचालन में आने पर यह प्रतिवर्ष लगभग 9,828.72 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी। इससे न केवल बिहार, बल्कि देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।इस उपलब्धि के साथ बक्सर थर्मल पावर परियोजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक नई मिसाल स्थापित करने की ओर अग्रसर है, जो आने वाले वर्षों में बिहार और देश दोनों को स्थायी एवं विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति प्रदान करेगी।

Nov 7, 2025 - 22:35
 0
660 मेगावाट यूनिट-1 का ट्रायल रन सफल:बक्सर थर्मल पावर प्लांट में 72 घंटे का परीक्षण पूरा, कमर्शियल ऑपरेशन को तैयार
बक्सर में एसजेवीएन लिमिटेड की 1320 मेगावाट बक्सर थर्मल पावर परियोजना की 660 मेगावाट क्षमता वाली यूनिट-1 ने अपना 72 घंटे का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस उपलब्धि के साथ, यूनिट अब पूर्ण वाणिज्यिक उत्पादन के लिए तैयार है। एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भूपेन्द्र गुप्ता ने यह जानकारी दी। एसजेवीएन लिमिटेड के अध्यक्ष ने कर्मचारियों- इंजीनियरों को दी बधाई भूपेन्द्र गुप्ता ने इस सफलता पर परियोजना से जुड़े सभी कर्मचारियों, इंजीनियरों और हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यूनिट-1 का सफल ट्रायल रन एसजेवीएन की तकनीकी दक्षता और मजबूत प्रबंधन का प्रमाण है। कंपनी अब इस इकाई को वाणिज्यिक संचालन में लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। टीम की उत्कृष्ट प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का परिणाम एसजेवीएन के निदेशक (प्रचालन) अजय कुमार शर्मा ने इस उपलब्धि को कंपनी की यात्रा का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यूनिट-1 का 72 घंटे का सफल परीक्षण चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद टीम की उत्कृष्ट प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का परिणाम है। एसजेवीएन के निदेशक (वित्त) सिपन कुमार गर्ग ने बताया कि बक्सर थर्मल पावर परियोजना आधुनिक प्रौद्योगिकी से सुसज्जित है। इसमें उन्नत नियंत्रण प्रणाली और पर्यावरण-सुरक्षा मानकों का कठोर पालन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भारत के बिजली क्षेत्र में दक्षता, गुणवत्ता और आधुनिकीकरण के नए मानक स्थापित कर रही है। कम प्रदूषण, उच्च दक्षता और स्थायी उत्पादन क्षमता 1320 मेगावाट की बक्सर थर्मल पावर परियोजना को एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड (STPL) की ओर से विकसित किया जा रहा है। यह अत्याधुनिक सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित है, जो कम प्रदूषण, उच्च दक्षता और स्थायी उत्पादन क्षमता सुनिश्चित करती है। परियोजना के पूर्ण संचालन में आने पर यह प्रतिवर्ष लगभग 9,828.72 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी। इससे न केवल बिहार, बल्कि देश की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।इस उपलब्धि के साथ बक्सर थर्मल पावर परियोजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र में एक नई मिसाल स्थापित करने की ओर अग्रसर है, जो आने वाले वर्षों में बिहार और देश दोनों को स्थायी एवं विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति प्रदान करेगी।