भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने चीन के अधिकारियों से सार्वजनिक रूप से मदद की अपील की है। उन्होंने दावा किया है कि चीन में होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन एशिया-पैसिफिक वाइल्डकार्ड प्लेऑफ में भाग लेने के लिए उनका वीज़ा बिना किसी कारण के अस्वीकार कर दिया गया है। यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन 2026 के लिए सीधा प्रवेश पाने का एक महत्वपूर्ण मौका माना जाता है।
नागल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर चीन के राजदूत और नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता को टैग करते हुए “तत्काल मदद” की मांग की है। उन्होंने लिखा, “मैं भारत की ओर से ऑस्ट्रेलियन ओपन प्लेऑफ में हिस्सा लेने के लिए चीन जाने वाला था, लेकिन मेरा वीज़ा बिना किसी कारण के अस्वीकार कर दिया गया।” उन्होंने अपने संदेश की शुरुआत “[URGENT]” शब्द से की और खुद को “भारत का नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी” बताते हुए अपील की है।
बता दें कि 27 वर्षीय सुमित नागल वर्तमान में भारत के शीर्ष रैंकिंग वाले पुरुष सिंगल्स खिलाड़ी हैं। उन्होंने हाल के दो वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है और 2024 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले राउंड में 25वीं वरीयता प्राप्त अलेक्ज़ेंडर बुबिक को हराकर सबका ध्यान खींचा था। इसके अलावा, वे 2024 में मोंटे कार्लो मास्टर्स में क्ले कोर्ट पर मैच जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने थे, जो उनके करियर का ऐतिहासिक पल माना गया था।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियन ओपन एशिया-पैसिफिक वाइल्डकार्ड प्लेऑफ 24 से 29 नवंबर तक चीन के चेंगदू में आयोजित होने वाला है। इस टूर्नामेंट में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं और विजेता को ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ में खेलने का मौका मिलता है। यह प्रतियोगिता टेनिस ऑस्ट्रेलिया और चीनी टेनिस एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित की जाती है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, सुमित नागल की भागीदारी अब अधर में लटक गई है जब तक कि चीन की ओर से वीज़ा संबंधी निर्णय की समीक्षा नहीं की जाती। अभी तक चीनी दूतावास, ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन या टेनिस ऑस्ट्रेलिया की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भारतीय टेनिस प्रेमी और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता नागल के समर्थन में आवाज़ उठा रहे हैं। बता दें कि अगर नागल इस प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाते, तो यह उनके लिए बड़ा झटका होगा, क्योंकि वे फिलहाल अपने करियर के सबसे अच्छे दौर में हैं और लगातार ग्रैंड स्लैम में मुख्य ड्रॉ तक पहुंचने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में चीन की इस वीज़ा अस्वीकृति ने उनके आगामी ऑस्ट्रेलियन ओपन अभियान पर सवाल खड़े कर दिए हैं।