हिसार की HAU में वीसी को लेकर विवाद:टॉप 10 विद्यार्थियों ने कुलपति के हाथों पुरस्कार लेने से किया इनकार, माहौल गर्माया
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि महाविद्यालय (HAU) में आज (शुक्रवार को) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की ओर से आयोजित जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) और सीनियर रिसर्च फैलोशिप (SRF) परीक्षा में देशभर के छात्रों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के सम्मान में प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। यह परीक्षा पूरे भारत में एमएससी और पीएचडी में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है और इसमें टॉप रैंक प्राप्त करना छात्रों के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. बीआर कंबोज, साथ ही डॉ. केडी शर्मा और डॉ. एसके पहूजा उपस्थित थे। कार्यक्रम में पूरे देश से आई उत्कृष्ट प्रतिभाओं और विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने भाग लिया। हालांकि, कार्यक्रम के दौरान एक अप्रत्याशित मोड़ आया जब टॉप 10वें रैक वाले विद्यार्थियों ने मंच पर पुरस्कार ग्रहण करने से सार्वजनिक रूप से इनकार कर दिया। विद्यार्थियों ने कहा कि उन्होंने यह रैंक अपने किसान भाइयों और परिवारों को समर्पित की है, जिनकी दिन-रात की मेहनत और संघर्ष ने उन्हें सफलता की राह दिखाई। वीसी से पुरस्कार ना लेने का यह दिया तर्क छात्रों ने स्पष्ट कहा कि वे ऐसे कुलपति के हाथों से पुरस्कार स्वीकार नहीं कर सकते जो उनके साथी छात्रों के खून से रंगे हो और छात्रों के खिलाफ हिंसा और दबाव की घटनाओं में शामिल रहे हैं। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि परिसर में पिछले कुछ समय से डर, दबाव, जातिगत भेदभाव और गुटबाज का वातावरण बन चुका है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान और शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, लेकिन कुछ शिक्षककर्मी कुलपति के सानिध्य में राजनीतिक, जातिगत गतिविधियों में अधिक समय दे रहे हैं। वीसी ने कहा- विश्वविद्यालय के वातावरण को बेहतर बनाएंगे वहीं मुख्य अतिथि वीसी प्रो. कांबोज ने कहा कि मेहनत, अनुशासन और समर्पण के बल पर विद्यार्थी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र विशेष पहचान है। हमारे विद्यार्थी निरंतर प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का बेहतर वातावरण बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जा रहा है।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि महाविद्यालय (HAU) में आज (शुक्रवार को) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की ओर से आयोजित जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) और सीनियर रिसर्च फैलोशिप (SRF) परीक्षा में देशभर के छात्रों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों के सम्मान में प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। यह परीक्षा पूरे भारत में एमएससी और पीएचडी में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है और इसमें टॉप रैंक प्राप्त करना छात्रों के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. बीआर कंबोज, साथ ही डॉ. केडी शर्मा और डॉ. एसके पहूजा उपस्थित थे। कार्यक्रम में पूरे देश से आई उत्कृष्ट प्रतिभाओं और विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों ने भाग लिया। हालांकि, कार्यक्रम के दौरान एक अप्रत्याशित मोड़ आया जब टॉप 10वें रैक वाले विद्यार्थियों ने मंच पर पुरस्कार ग्रहण करने से सार्वजनिक रूप से इनकार कर दिया। विद्यार्थियों ने कहा कि उन्होंने यह रैंक अपने किसान भाइयों और परिवारों को समर्पित की है, जिनकी दिन-रात की मेहनत और संघर्ष ने उन्हें सफलता की राह दिखाई। वीसी से पुरस्कार ना लेने का यह दिया तर्क छात्रों ने स्पष्ट कहा कि वे ऐसे कुलपति के हाथों से पुरस्कार स्वीकार नहीं कर सकते जो उनके साथी छात्रों के खून से रंगे हो और छात्रों के खिलाफ हिंसा और दबाव की घटनाओं में शामिल रहे हैं। विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि परिसर में पिछले कुछ समय से डर, दबाव, जातिगत भेदभाव और गुटबाज का वातावरण बन चुका है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान और शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, लेकिन कुछ शिक्षककर्मी कुलपति के सानिध्य में राजनीतिक, जातिगत गतिविधियों में अधिक समय दे रहे हैं। वीसी ने कहा- विश्वविद्यालय के वातावरण को बेहतर बनाएंगे वहीं मुख्य अतिथि वीसी प्रो. कांबोज ने कहा कि मेहनत, अनुशासन और समर्पण के बल पर विद्यार्थी किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र विशेष पहचान है। हमारे विद्यार्थी निरंतर प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का बेहतर वातावरण बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य किया जा रहा है।