'सिर्फ 10 दिन में ही पत्नी का साथ छूट गया':नवविवाहिता ने की खुदकुशी; पति बोला- अभी शादी के लिए तैयार नहीं थी, उसके घरवालों ने बनाया प्रेशर
मधुबनी में लव मैरिज के 10 दिन बाद नवविवाहिता ने जहर खा लिया। आनन-फानन में परिजन मधुबनी से दरभंगा लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। मृतका की पहचान रहिका थाना क्षेत्र के सुप्ता जगतपुर गांव निवासी संजीव कुमार की पत्नी नीलम देवी(17) के तौर पर हुई है। लड़की नाबालिग थी। संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को बातचीत के दौरान किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हो गया। गुस्से में उसने सल्फास की गोली खा ली। तुरंत मधुबनी सदर अस्पताल लेकर गए। वहां से डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया, लेकिन हमलोग प्राइवेट अस्पताल लेकर गए। काफी कोशिश के बाद भी उसकी जान नहीं बची। शनिवार को दम तोड़ दिया। 1 अक्टूबर को भैरव स्थान मंदिर में परिजनों की मौजूदगी में हमारी शादी हुई थी। इसके बाद कोर्ट मैरिज की थी। मैं अभी शादी नहीं करना चाहता था। मुंबई में था, जबरन बुलाया गया। उसके घरवालों ने प्रेशर डालकर करा दिया। सिर्फ 10 दिन का साथ रहा। मुझे छोड़कर चली गई। डेढ़ साल तक हमारा अफेयर चला। दोनों एक ही जाति से हैं। लड़की पक्ष के दबाव में शादी करनी पड़ी। लड़की भी इस समय शादी के लिए तैयार नहीं थी। बहू को बेटी की तरह मानती थी सास रीता देवी ने बताया कि घर के आंगन में पति-पत्नी के बीच कुछ विवाद हुआ। इसके बाद वो आंगन में हैंडपंप पर स्नान करने चली गई। कुछ ही देर बाद उल्टी करने लगी। तेज बदबू आने से शक हुआ कि उसने जहर पी लिया। इलाज के लिए दरभंगा लेकर गए। फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ। बेटे ने लव मैरिज की थी। लड़की पक्ष शादी के लिए लगातार दबाव दे रहे थे। अपहरण, रेप केस कराने की धमकी देते थे। बहू को बेटी की तरह मानती थी। पता नहीं किसकी नजर लग गई। शादी के समय मेरा बेटा और पति दूसरे प्रदेश में थे। दबाब में आकर शादी कराना पड़ा। लड़की की उम्र नहीं हुई थी वहीं, जेठ मोनू कुमार ने बताया कि घटना के समय मैं ससुराल में था। मां ने फोन किया, जिसके बाद घर पहुंचा। अस्पताल में डॉक्टरों ने 72 घंटे का समय दिया, लेकिन बीच में ही नीलम की हालत गंभीर हो गई। लड़की सिर्फ 17 साल की थी। डेढ़ साल से मेरे भाई के साथ प्रेम संबंध था। उसकी उम्र पूरी नहीं हुई थी। वो भी शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन उसके घरवालों को पता नहीं क्या जल्दी थी। जांच में जुटी पुलिस रहिका थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। हत्या या आत्महत्या की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही हो पाएगी।
मधुबनी में लव मैरिज के 10 दिन बाद नवविवाहिता ने जहर खा लिया। आनन-फानन में परिजन मधुबनी से दरभंगा लेकर पहुंचे। जहां इलाज के दौरान प्राइवेट अस्पताल में मौत हो गई। मृतका की पहचान रहिका थाना क्षेत्र के सुप्ता जगतपुर गांव निवासी संजीव कुमार की पत्नी नीलम देवी(17) के तौर पर हुई है। लड़की नाबालिग थी। संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को बातचीत के दौरान किसी बात को लेकर पत्नी से विवाद हो गया। गुस्से में उसने सल्फास की गोली खा ली। तुरंत मधुबनी सदर अस्पताल लेकर गए। वहां से डॉक्टरों ने डीएमसीएच रेफर कर दिया, लेकिन हमलोग प्राइवेट अस्पताल लेकर गए। काफी कोशिश के बाद भी उसकी जान नहीं बची। शनिवार को दम तोड़ दिया। 1 अक्टूबर को भैरव स्थान मंदिर में परिजनों की मौजूदगी में हमारी शादी हुई थी। इसके बाद कोर्ट मैरिज की थी। मैं अभी शादी नहीं करना चाहता था। मुंबई में था, जबरन बुलाया गया। उसके घरवालों ने प्रेशर डालकर करा दिया। सिर्फ 10 दिन का साथ रहा। मुझे छोड़कर चली गई। डेढ़ साल तक हमारा अफेयर चला। दोनों एक ही जाति से हैं। लड़की पक्ष के दबाव में शादी करनी पड़ी। लड़की भी इस समय शादी के लिए तैयार नहीं थी। बहू को बेटी की तरह मानती थी सास रीता देवी ने बताया कि घर के आंगन में पति-पत्नी के बीच कुछ विवाद हुआ। इसके बाद वो आंगन में हैंडपंप पर स्नान करने चली गई। कुछ ही देर बाद उल्टी करने लगी। तेज बदबू आने से शक हुआ कि उसने जहर पी लिया। इलाज के लिए दरभंगा लेकर गए। फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ। बेटे ने लव मैरिज की थी। लड़की पक्ष शादी के लिए लगातार दबाव दे रहे थे। अपहरण, रेप केस कराने की धमकी देते थे। बहू को बेटी की तरह मानती थी। पता नहीं किसकी नजर लग गई। शादी के समय मेरा बेटा और पति दूसरे प्रदेश में थे। दबाब में आकर शादी कराना पड़ा। लड़की की उम्र नहीं हुई थी वहीं, जेठ मोनू कुमार ने बताया कि घटना के समय मैं ससुराल में था। मां ने फोन किया, जिसके बाद घर पहुंचा। अस्पताल में डॉक्टरों ने 72 घंटे का समय दिया, लेकिन बीच में ही नीलम की हालत गंभीर हो गई। लड़की सिर्फ 17 साल की थी। डेढ़ साल से मेरे भाई के साथ प्रेम संबंध था। उसकी उम्र पूरी नहीं हुई थी। वो भी शादी के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन उसके घरवालों को पता नहीं क्या जल्दी थी। जांच में जुटी पुलिस रहिका थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। हत्या या आत्महत्या की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही हो पाएगी।