सिरसा के BSF के जवान का निधन:गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में हुई मौत, लंबे समय से बीमार, पेनक्रियाज का ऑपरेशन हुआ था

सिरसा के रहने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवान मदन सिंह का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और उनका निजी अस्पताल में इलाज रहा था। मगर उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। मदन सिंह ऐलनाबाद के रूपावास गांव के रहने वाले थे। उन्होंने 23 जुलाई को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बीएसएफ जवान मदन सिंह के पिता भूपसिंह खेतीबाड़ी करते हैं और माता गुडडी देवी गृहिणी है। शहीद मदन सिंह की शादी 2018 में हुई थी। उनकी पत्नी पूनम बीए पास है और ग्रहणी है। उनका बड़ा लड़का भव्य 6 साल और चार साल की बेटी प्ररेणा है। वहीं, ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बेनिवाल ने भी अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की दुख जताया है। मदन सिंह के बड़े भाई हनुमान सिंह ने बताया कि उनकी जॉइनिंग गुजरात के भुज में थी। मदन सिंह अप्रैल माह में छुट्टी लेकर घर आया था और 20 मई को वापस लौटना था, लेकिन इससे पहले 2 मई को तबीयत बिगड़ गई। वह अपनी बहन निर्मला गांव गुसाईंयाणा में जलवा पूजन में गया हुआ था। वहीं पर पेट दर्द होने लगा और तबीयत बिगड़ी। जिसके बाद उन्हें भादरा के निजी अस्पताल में ले जाया गया। भादरा के निजी अस्पताल में हालत में सुधार न होने के बाद उन्हें सिरसा और सिरसा से हिसार के निजी अस्पताल में लेकर गए। हिसार के निजी अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ था। 20 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आए तो दोबारा तबीयत बिगड़ गई। बीपी डाउन होने लगा। इसके बाद बीसीएफ के दिल्ली स्थित अस्पताल में गए। वहां टेस्ट के लिए एआईआईएमएस में रेफर कर दिया, लेकिन वहां पर उन्हें दाखिल नहीं किया। इसके बाद सेक्टर 6 गाजियाबाद में स्थित एवी अस्पताल में दाखिल करवाया। वहां पर 15 दिन रखा और बाद में मेदांता में रेफर कर दिया। मेंदाता में 12 दिन दाखिल रखा गया और बाद में दिक्कत बिगड़ती गई। पेनक्रियाज का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद लगातार शुगर, बीपी की दिक्कत होने लगी थी।

Jul 25, 2025 - 22:24
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सिरसा के BSF के जवान का निधन:गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में हुई मौत, लंबे समय से बीमार, पेनक्रियाज का ऑपरेशन हुआ था
सिरसा के रहने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवान मदन सिंह का निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे और उनका निजी अस्पताल में इलाज रहा था। मगर उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। मदन सिंह ऐलनाबाद के रूपावास गांव के रहने वाले थे। उन्होंने 23 जुलाई को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बीएसएफ जवान मदन सिंह के पिता भूपसिंह खेतीबाड़ी करते हैं और माता गुडडी देवी गृहिणी है। शहीद मदन सिंह की शादी 2018 में हुई थी। उनकी पत्नी पूनम बीए पास है और ग्रहणी है। उनका बड़ा लड़का भव्य 6 साल और चार साल की बेटी प्ररेणा है। वहीं, ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बेनिवाल ने भी अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की दुख जताया है। मदन सिंह के बड़े भाई हनुमान सिंह ने बताया कि उनकी जॉइनिंग गुजरात के भुज में थी। मदन सिंह अप्रैल माह में छुट्टी लेकर घर आया था और 20 मई को वापस लौटना था, लेकिन इससे पहले 2 मई को तबीयत बिगड़ गई। वह अपनी बहन निर्मला गांव गुसाईंयाणा में जलवा पूजन में गया हुआ था। वहीं पर पेट दर्द होने लगा और तबीयत बिगड़ी। जिसके बाद उन्हें भादरा के निजी अस्पताल में ले जाया गया। भादरा के निजी अस्पताल में हालत में सुधार न होने के बाद उन्हें सिरसा और सिरसा से हिसार के निजी अस्पताल में लेकर गए। हिसार के निजी अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ था। 20 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आए तो दोबारा तबीयत बिगड़ गई। बीपी डाउन होने लगा। इसके बाद बीसीएफ के दिल्ली स्थित अस्पताल में गए। वहां टेस्ट के लिए एआईआईएमएस में रेफर कर दिया, लेकिन वहां पर उन्हें दाखिल नहीं किया। इसके बाद सेक्टर 6 गाजियाबाद में स्थित एवी अस्पताल में दाखिल करवाया। वहां पर 15 दिन रखा और बाद में मेदांता में रेफर कर दिया। मेंदाता में 12 दिन दाखिल रखा गया और बाद में दिक्कत बिगड़ती गई। पेनक्रियाज का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद लगातार शुगर, बीपी की दिक्कत होने लगी थी।