रेवाड़ी में STF इंस्पेक्टर को गोली मारने वालों की कहानी:छेड़छाड़ केस में हुई जेल, जमीन बेची; रोहित गोदारा गैंग से जुड़े

रेवाड़ी जिले में बदमाशों ने STF इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर को 20 अगस्त की रात करीब ढाई बजे बदमाशों ने 2 गोली मारी। पुलिस ने भी गोली मारकर भागने वाले बदमाशों का एनकाउंटर करते हुए पैरों में गोलियां मारी हैं। दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं, जिनकी पहचान रेवाड़ी के ओलांत गांव निवासी नितिन और यशपाल के तौर पर हुई है। भटेड़ा गांव में हुए एनकाउंटर में STF इंस्पेक्टर को गोली मारने वाला बदमाश किसी को धमकी देने के लिए आया था। जहां पर उनका सामना एसटीएफ से हो गया। खुद को घिरा देख बदमाशों ने फायरिंग की, जिसमें गोली इंस्पेक्टर को लग गई। बदमाश वहां से खेतों के रास्ते भाग निकले थे। लेकिन गुरुग्राम में बॉर्डर पर एसटीएफ बहादुरगढ़ की टीम ने दबोच लिए। नितिन के खिलाफ अब तक 8 और यशपाल के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज हैं। पिता की 10 साल पहले हो चुकी मौत, इकलौता लड़का इंस्पेक्टर को गोली मारने वाले नितिन के पिता की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। नितिन की एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। नितिन की मां अब घर पर अकेले रहती है। नितिन गांव में भी अक्सर झगड़े करता रहा है। गांव के लोगों ने ही उसके खिलाफ मारपीट के 5 मामले दर्ज करवा रखे हैं। नितिन का मन शुरू से ही पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगा। मैट्रिक करने के साथ ही उसने पढ़ाई को छोड़ दिया था। बीमारी के कारण पिता की मौत हुई थी। इकलौता बेटा होने के कारण घर पर मां का ज्यादा लाड-प्यार मिला था। जिसके कारण गलत संगत में आया तो बिगड़ता ही चला गया। नितिन की शादी नहीं हुई है। छेड़छाड़ केस में जेल गया तो बदली दुनिया... यशपाल को भी दिखाई बदमाशी की राह... रोहित गोदारा कनेक्शन पर गांव के लोग हैरान... एसटीएफ के द्वारा पकड़े गए रेवाड़ी के ओलांत गांव निवासी नितिन और यशपाल का नाम रोहित गोदारा गैंग से जोड़ा जा रहा है। जिसको लेकर गांव के लोग हैरान हैं। गांव के लोगों के अनुसार नितिन के खिलाफ मामले तो दर्ज हैं, लेकिन कभी हथियार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। रोहित गोदारा गैंग से इसका संपर्क कैसे हुए, इसका गांव में किसी को नहीं पता। गांव के लोगों के अनुसार नितिन के बारे में नशा सप्लाई करने ओर लड़ाई-झगड़ा करने की जानकारी तो सभी को थी, लेकिन इतने बड़े गैंग से जुड़ने की खबर किसी को नहीं थी। अब एसटीएफ ने गुरुग्राम में एनकाउंटर किया तो सभी को इसका पता चला।

Aug 22, 2025 - 09:16
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रेवाड़ी में STF इंस्पेक्टर को गोली मारने वालों की कहानी:छेड़छाड़ केस में हुई जेल, जमीन बेची; रोहित गोदारा गैंग से जुड़े
रेवाड़ी जिले में बदमाशों ने STF इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर को 20 अगस्त की रात करीब ढाई बजे बदमाशों ने 2 गोली मारी। पुलिस ने भी गोली मारकर भागने वाले बदमाशों का एनकाउंटर करते हुए पैरों में गोलियां मारी हैं। दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में हैं, जिनकी पहचान रेवाड़ी के ओलांत गांव निवासी नितिन और यशपाल के तौर पर हुई है। भटेड़ा गांव में हुए एनकाउंटर में STF इंस्पेक्टर को गोली मारने वाला बदमाश किसी को धमकी देने के लिए आया था। जहां पर उनका सामना एसटीएफ से हो गया। खुद को घिरा देख बदमाशों ने फायरिंग की, जिसमें गोली इंस्पेक्टर को लग गई। बदमाश वहां से खेतों के रास्ते भाग निकले थे। लेकिन गुरुग्राम में बॉर्डर पर एसटीएफ बहादुरगढ़ की टीम ने दबोच लिए। नितिन के खिलाफ अब तक 8 और यशपाल के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज हैं। पिता की 10 साल पहले हो चुकी मौत, इकलौता लड़का इंस्पेक्टर को गोली मारने वाले नितिन के पिता की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। नितिन की एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। नितिन की मां अब घर पर अकेले रहती है। नितिन गांव में भी अक्सर झगड़े करता रहा है। गांव के लोगों ने ही उसके खिलाफ मारपीट के 5 मामले दर्ज करवा रखे हैं। नितिन का मन शुरू से ही पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगा। मैट्रिक करने के साथ ही उसने पढ़ाई को छोड़ दिया था। बीमारी के कारण पिता की मौत हुई थी। इकलौता बेटा होने के कारण घर पर मां का ज्यादा लाड-प्यार मिला था। जिसके कारण गलत संगत में आया तो बिगड़ता ही चला गया। नितिन की शादी नहीं हुई है। छेड़छाड़ केस में जेल गया तो बदली दुनिया... यशपाल को भी दिखाई बदमाशी की राह... रोहित गोदारा कनेक्शन पर गांव के लोग हैरान... एसटीएफ के द्वारा पकड़े गए रेवाड़ी के ओलांत गांव निवासी नितिन और यशपाल का नाम रोहित गोदारा गैंग से जोड़ा जा रहा है। जिसको लेकर गांव के लोग हैरान हैं। गांव के लोगों के अनुसार नितिन के खिलाफ मामले तो दर्ज हैं, लेकिन कभी हथियार का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। रोहित गोदारा गैंग से इसका संपर्क कैसे हुए, इसका गांव में किसी को नहीं पता। गांव के लोगों के अनुसार नितिन के बारे में नशा सप्लाई करने ओर लड़ाई-झगड़ा करने की जानकारी तो सभी को थी, लेकिन इतने बड़े गैंग से जुड़ने की खबर किसी को नहीं थी। अब एसटीएफ ने गुरुग्राम में एनकाउंटर किया तो सभी को इसका पता चला।