यमुनानगर में पानी की निकासी को लेकर लगाया जाम:सड़क पर दरियां बिछाकर बैठे किसान, बदतमीजी करने पर थार सवार को पीटा

यमुनानगर में सोमवार को जल निकासी की लंबित समस्या के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) चढूनी ग्रुप के नेतृत्व में किसानों ने सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव सैनी की अगुआई में हुए इस प्रदर्शन ने मार्ग पर यातायात को पूरी तरह रोक दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नारेबाजी के साथ दरियां बिछाकर बैठे किसानों ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। घटना सढौरा क्षेत्र में सढौरा-बराड़ा मार्ग पर स्थित सरावां गांव की है। फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो रहीं प्रदर्शन की सूचना पर बीडीपीओ कार्तिक चौहान मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। किसानों का कहना है कि दो दिन पहले भी उन्होंने इसी मुद्दे पर सड़क जाम किया था, तब प्रशासन ने दो दिनों में समस्या के समाधान का वादा किया था। हालांकि, किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उनकी फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो रही हैं। संजीव सैनी ने कहा हमने बार-बार प्रशासन को जल निकासी की समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर जल्द ही उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो हमें मजबूरन फिर से सड़क जाम करना पड़ेगा। इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। दुर्व्यवहार करने वाले को धुना इस दौरान एक विवादास्पद घटना भी हुई, जब एक थार गाड़ी चालक ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। गुस्साए किसानों ने उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद उसे मौके से भागना पड़ा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल निकासी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया, तो वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिस पर किसानों ने जाम खोला।

Aug 25, 2025 - 22:48
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यमुनानगर में पानी की निकासी को लेकर लगाया जाम:सड़क पर दरियां बिछाकर बैठे किसान, बदतमीजी करने पर थार सवार को पीटा
यमुनानगर में सोमवार को जल निकासी की लंबित समस्या के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) चढूनी ग्रुप के नेतृत्व में किसानों ने सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव सैनी की अगुआई में हुए इस प्रदर्शन ने मार्ग पर यातायात को पूरी तरह रोक दिया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नारेबाजी के साथ दरियां बिछाकर बैठे किसानों ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। घटना सढौरा क्षेत्र में सढौरा-बराड़ा मार्ग पर स्थित सरावां गांव की है। फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो रहीं प्रदर्शन की सूचना पर बीडीपीओ कार्तिक चौहान मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। किसानों का कहना है कि दो दिन पहले भी उन्होंने इसी मुद्दे पर सड़क जाम किया था, तब प्रशासन ने दो दिनों में समस्या के समाधान का वादा किया था। हालांकि, किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण उनकी फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो रही हैं। संजीव सैनी ने कहा हमने बार-बार प्रशासन को जल निकासी की समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर जल्द ही उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो हमें मजबूरन फिर से सड़क जाम करना पड़ेगा। इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। दुर्व्यवहार करने वाले को धुना इस दौरान एक विवादास्पद घटना भी हुई, जब एक थार गाड़ी चालक ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। गुस्साए किसानों ने उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद उसे मौके से भागना पड़ा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल निकासी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया, तो वे और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जिस पर किसानों ने जाम खोला।