बिजली संकट से ग्रामीणों में रोष, कार्यालय का घेराव:बोले- जगह-जगह टूट कर गिर चुके तार, चंदे से कई बार ठीक कराया, समस्या बरकरार

जमुई के लोहरा, अचहरी और अडसार गांवों में पिछले 2 महीनों से जारी बिजली संकट के विरोध में सोमवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व मोहम्मद तनवीर आलम ने किया। इसमें एमडी इम्तियाज, रामकांत पासवान, महिंदर ठाकुर, एमडी जमाल, एमडी अज़हर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे। लोगों को हो रही दिक्कत ग्रामीणों का कहना है कि, गांव में बिजली आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गई है। जगह-जगह जर्जर तार टूटकर गिर चुके हैं, जिससे लगातार बिजली बाधित हो रही है। स्थिति यह है कि पूरे गांव में केवल एक ही ट्रांसफार्मर कार्यशील है, जिससे सैकड़ों घरों में बिजली जा रही है। तनवीर आलम ने बताया कि गांव में लगे 50 वोल्ट के पुराने केबल अब पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। ग्रामीण खुद चंदा इकट्ठा कर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करते हैं, लेकिन बार-बार तार टूटने के कारण यह व्यवस्था लंबे समय तक टिक नहीं पाती। जेईई को बताई समस्या , अब तक कार्रवाई नहीं प्रदर्शनकारियों ने यह भी बताया कि बिजली विभाग के जेईई को कई बार फोन कर समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन न तो कॉल रिसीव किया गया और न ही कोई कार्रवाई हुई। गांव में बार-बार शॉर्ट सर्किट की स्थिति बन रही है, जिससे बड़े हादसे की आशंका लगातार बनी हुई है। ग्रामीणों ने विभाग को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि जल्द से जल्द पुराने और जर्जर केबलों को हटाकर कम से कम 100 नई और सुरक्षित केबलों की आपूर्ति की जाए। साथ ही गांव में एक नया और पर्याप्त क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया जाए, ताकि लोगों को बिजली की मूलभूत सुविधा मिल सके। मांगे न मानने पर आंदोलन तेज करेंगे प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। इस बीच, बिजली विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही तकनीकी टीम भेजकर स्थिति की जांच की जाएगी और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। ग्रामीणों का यह आंदोलन बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और प्रशासन से मांग करता है कि वे गांव की मूलभूत आवश्यकताओं पर तुरंत ध्यान दें, ताकि लोगों को राहत मिल सके।

Sep 29, 2025 - 21:25
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बिजली संकट से ग्रामीणों में रोष, कार्यालय का घेराव:बोले- जगह-जगह टूट कर गिर चुके तार, चंदे से कई बार ठीक कराया, समस्या बरकरार
जमुई के लोहरा, अचहरी और अडसार गांवों में पिछले 2 महीनों से जारी बिजली संकट के विरोध में सोमवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव किया। ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व मोहम्मद तनवीर आलम ने किया। इसमें एमडी इम्तियाज, रामकांत पासवान, महिंदर ठाकुर, एमडी जमाल, एमडी अज़हर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे। लोगों को हो रही दिक्कत ग्रामीणों का कहना है कि, गांव में बिजली आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गई है। जगह-जगह जर्जर तार टूटकर गिर चुके हैं, जिससे लगातार बिजली बाधित हो रही है। स्थिति यह है कि पूरे गांव में केवल एक ही ट्रांसफार्मर कार्यशील है, जिससे सैकड़ों घरों में बिजली जा रही है। तनवीर आलम ने बताया कि गांव में लगे 50 वोल्ट के पुराने केबल अब पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। ग्रामीण खुद चंदा इकट्ठा कर बिजली व्यवस्था दुरुस्त करते हैं, लेकिन बार-बार तार टूटने के कारण यह व्यवस्था लंबे समय तक टिक नहीं पाती। जेईई को बताई समस्या , अब तक कार्रवाई नहीं प्रदर्शनकारियों ने यह भी बताया कि बिजली विभाग के जेईई को कई बार फोन कर समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन न तो कॉल रिसीव किया गया और न ही कोई कार्रवाई हुई। गांव में बार-बार शॉर्ट सर्किट की स्थिति बन रही है, जिससे बड़े हादसे की आशंका लगातार बनी हुई है। ग्रामीणों ने विभाग को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि जल्द से जल्द पुराने और जर्जर केबलों को हटाकर कम से कम 100 नई और सुरक्षित केबलों की आपूर्ति की जाए। साथ ही गांव में एक नया और पर्याप्त क्षमता वाला ट्रांसफार्मर लगाया जाए, ताकि लोगों को बिजली की मूलभूत सुविधा मिल सके। मांगे न मानने पर आंदोलन तेज करेंगे प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। इस बीच, बिजली विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही तकनीकी टीम भेजकर स्थिति की जांच की जाएगी और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। ग्रामीणों का यह आंदोलन बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है और प्रशासन से मांग करता है कि वे गांव की मूलभूत आवश्यकताओं पर तुरंत ध्यान दें, ताकि लोगों को राहत मिल सके।