दरभंगा में स्कूल हॉस्टल में फंदे से लटका मिला छात्र:नाना के घर रहकर पढ़ाई करता था 10 साल का स्टूडेंट, मामा बोले- ये हत्या है

दरभंगा के लहेरियासराय स्थित माउंट समर स्कूल के हॉस्टल में मंगलवार की रात 10 साल के छात्र की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। छात्र मूल रूप से समस्तीपुर का रहने वाला है, जो बचपन से ही दरभंगा में अपने नाना-नानी के घर रहकर पढ़ाई करता था। मृत बच्चे के मामा ने कहा कि ये हत्या का मामला है, आखिर 10 साल का बच्चा सुसाइड कैसे कर सकता है, वो भला रस्सी कहां से लाएगा, पंखे से फंदा कैसे बांधेगा और आत्महत्या क्यों करेगा। उसे सुबह ही तो हॉस्टल में छोड़ा था। मेरा भांजा बिल्कुल ठीक था। अगर कोई दिक्कत होती तो जरूर बताता। मृत छात्र की पहचान समस्तीपुर के रहने वाले लव कुमार के बेटे कश्यप कुमार के रूप में की गई है। लव कुमार समस्तीपुर में ही ई-रिक्शा चलाते हैं, जबकि लव कुमार की पत्नी दरभंगा में रहकर प्राइवेट नौकरी करती है। मिर्जापुर में किराए का मकान लेकर बच्चे की मां किराए के मकान में रहती है। छात्र की मौत की सूचना के बाद डीएमसीएच पहुंचे उसके मामा शिव शंकर शाह ने बताया कि मेरी बहन यानी कश्यप कुमार की मां के मोबाइल पर स्कूल के हॉस्टल प्रबंधक का कॉल आया था। उन्होंने बताया कि आपके बच्चे की तबीयत खराब है, उसे मेट्रो अस्पताल ले जाया गया है। जानकारी मिलने के तुरंत बाद कश्यप की मां 10 मिनट में मेट्रो अस्पताल पहुंच गई। अस्पताल में पता चला कि कश्यप की मौत हो चुकी है। मामा ने कहा- न कुछ खाया है, न फांसी लगाई है, ये हत्या है शिवशंकर शाह ने बताया कि बच्चे न खुद कुछ खाया है, न ही उसने सुसाइड की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। हॉस्टल वालों ने हम लोगों से कहा कि आपके बच्चे ने फांसी लगाई है। बच्चे की जब मौत हुई तो कोई बवाल न हो, इसके लिए मेट्रो अस्पताल में मौजूद हॉस्टल प्रबंधक ने कश्यप की मां को कहा कि जल्दी से बच्चे की लाश को ले जाइए। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे भांजे की मौत की जानकारी मेरी मौसेरी बहन से मिली। उसने ही मुझे कॉल किया और बताया कि कश्यप की तबीयत खराब है, हॉस्टल वालों ने बताया कि हालत सीरियस है। लेकिन मेरी मौसेरी बहन ये नहीं बता पाई कि कश्यप को किस अस्पताल में एडमिट कराया गया है। जब मौसेरी बहन का कॉल आया था, तब मैं काम से लौटा ही था। मैंने सोचा कि पहले भांजे के घर जाता हूं और उसकी मां से मिलता हूं। जब मैं अपनी बहन के घर गया था, तब देखा कि वहां एम्बुलेंस खड़ी है, उसमें बच्चे की लाश थी। उन्होंने बताया कि मैं खुद अपने भांजे को मंगलवार सुबह 7 बजे हॉस्टल छोड़कर गया था। वो काफी खुश था। हम लोग मांग करते हैं कि जो भी इस घटना का जिम्मेदार है, चाहे हॉस्टल वाले हो, स्कूल वाले हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिले ताकि दोबारा किसी बच्चे के साथ ऐसा न हो। मामा बोले- सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाए बच्चे के दूसरे मामा विजय कुमार शाह ने बताया कि हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाना जरूरी है। देखा जाए कि बच्चे को जब अस्पताल ले जाया गया, वो जीवित था या नहीं। अस्पताल का भी सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाए, ताकि पता चल सके कि जब उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया, वो जिंदा था या नहीं। कक्षा-2 का छात्र था, 27 दिन पहले हुआ था एडमिशन विजय कुमार शाह ने बताया कि मेरा भांजा क्लास दूसरी में पढ़ाई करता था। मेरे भांजे का 10 सितंबर को स्कूल में एडमिशन हुआ था। 10 दिन पढ़ाई की, इसके बाद दुर्गा पूजा की छुट्टी पर वो घर आ गया। 7 अक्टूबर को दोबारा उसे हॉस्टल पहुंचाया गया। न्याय की मांग को लेकर भटियारी सराय में सड़क जाम किया बच्चे की हत्या का आरोप लगाते हुए उसके मामा और अन्य ग्रामीणों ने भटियारी सराय में सड़क जाम कर दिया और न्याय की मांग करने लगे। उधर, सड़क जाम किए जाने के बाद लहेरियासराय थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। लहेरियासराय थानाध्यक्ष ने कहा है कि मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा। वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए बिहार सरकार के मंत्री संजय सरावगी मृतक के घर पहुंचे और परिवार को हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।

Oct 8, 2025 - 17:04
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दरभंगा में स्कूल हॉस्टल में फंदे से लटका मिला छात्र:नाना के घर रहकर पढ़ाई करता था 10 साल का स्टूडेंट, मामा बोले- ये हत्या है
दरभंगा के लहेरियासराय स्थित माउंट समर स्कूल के हॉस्टल में मंगलवार की रात 10 साल के छात्र की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। छात्र मूल रूप से समस्तीपुर का रहने वाला है, जो बचपन से ही दरभंगा में अपने नाना-नानी के घर रहकर पढ़ाई करता था। मृत बच्चे के मामा ने कहा कि ये हत्या का मामला है, आखिर 10 साल का बच्चा सुसाइड कैसे कर सकता है, वो भला रस्सी कहां से लाएगा, पंखे से फंदा कैसे बांधेगा और आत्महत्या क्यों करेगा। उसे सुबह ही तो हॉस्टल में छोड़ा था। मेरा भांजा बिल्कुल ठीक था। अगर कोई दिक्कत होती तो जरूर बताता। मृत छात्र की पहचान समस्तीपुर के रहने वाले लव कुमार के बेटे कश्यप कुमार के रूप में की गई है। लव कुमार समस्तीपुर में ही ई-रिक्शा चलाते हैं, जबकि लव कुमार की पत्नी दरभंगा में रहकर प्राइवेट नौकरी करती है। मिर्जापुर में किराए का मकान लेकर बच्चे की मां किराए के मकान में रहती है। छात्र की मौत की सूचना के बाद डीएमसीएच पहुंचे उसके मामा शिव शंकर शाह ने बताया कि मेरी बहन यानी कश्यप कुमार की मां के मोबाइल पर स्कूल के हॉस्टल प्रबंधक का कॉल आया था। उन्होंने बताया कि आपके बच्चे की तबीयत खराब है, उसे मेट्रो अस्पताल ले जाया गया है। जानकारी मिलने के तुरंत बाद कश्यप की मां 10 मिनट में मेट्रो अस्पताल पहुंच गई। अस्पताल में पता चला कि कश्यप की मौत हो चुकी है। मामा ने कहा- न कुछ खाया है, न फांसी लगाई है, ये हत्या है शिवशंकर शाह ने बताया कि बच्चे न खुद कुछ खाया है, न ही उसने सुसाइड की है, बल्कि उसकी हत्या की गई है। हॉस्टल वालों ने हम लोगों से कहा कि आपके बच्चे ने फांसी लगाई है। बच्चे की जब मौत हुई तो कोई बवाल न हो, इसके लिए मेट्रो अस्पताल में मौजूद हॉस्टल प्रबंधक ने कश्यप की मां को कहा कि जल्दी से बच्चे की लाश को ले जाइए। उन्होंने कहा कि मुझे मेरे भांजे की मौत की जानकारी मेरी मौसेरी बहन से मिली। उसने ही मुझे कॉल किया और बताया कि कश्यप की तबीयत खराब है, हॉस्टल वालों ने बताया कि हालत सीरियस है। लेकिन मेरी मौसेरी बहन ये नहीं बता पाई कि कश्यप को किस अस्पताल में एडमिट कराया गया है। जब मौसेरी बहन का कॉल आया था, तब मैं काम से लौटा ही था। मैंने सोचा कि पहले भांजे के घर जाता हूं और उसकी मां से मिलता हूं। जब मैं अपनी बहन के घर गया था, तब देखा कि वहां एम्बुलेंस खड़ी है, उसमें बच्चे की लाश थी। उन्होंने बताया कि मैं खुद अपने भांजे को मंगलवार सुबह 7 बजे हॉस्टल छोड़कर गया था। वो काफी खुश था। हम लोग मांग करते हैं कि जो भी इस घटना का जिम्मेदार है, चाहे हॉस्टल वाले हो, स्कूल वाले हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिले ताकि दोबारा किसी बच्चे के साथ ऐसा न हो। मामा बोले- सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाए बच्चे के दूसरे मामा विजय कुमार शाह ने बताया कि हॉस्टल का सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाना जरूरी है। देखा जाए कि बच्चे को जब अस्पताल ले जाया गया, वो जीवित था या नहीं। अस्पताल का भी सीसीटीवी कैमरा चेक किया जाए, ताकि पता चल सके कि जब उसे अस्पताल में एडमिट कराया गया, वो जिंदा था या नहीं। कक्षा-2 का छात्र था, 27 दिन पहले हुआ था एडमिशन विजय कुमार शाह ने बताया कि मेरा भांजा क्लास दूसरी में पढ़ाई करता था। मेरे भांजे का 10 सितंबर को स्कूल में एडमिशन हुआ था। 10 दिन पढ़ाई की, इसके बाद दुर्गा पूजा की छुट्टी पर वो घर आ गया। 7 अक्टूबर को दोबारा उसे हॉस्टल पहुंचाया गया। न्याय की मांग को लेकर भटियारी सराय में सड़क जाम किया बच्चे की हत्या का आरोप लगाते हुए उसके मामा और अन्य ग्रामीणों ने भटियारी सराय में सड़क जाम कर दिया और न्याय की मांग करने लगे। उधर, सड़क जाम किए जाने के बाद लहेरियासराय थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। लहेरियासराय थानाध्यक्ष ने कहा है कि मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा। वहीं, घटना की गंभीरता को देखते हुए बिहार सरकार के मंत्री संजय सरावगी मृतक के घर पहुंचे और परिवार को हरसंभव न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।