डीजल शेड के कर्मचारियों को 50 हजार का इनाम:उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आए जोधपुर; कहा- अभी गोल्डन पीरियड, इसका फायदा उठाना चाहिए
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे। यहां उन्होंने रेलवे के विकास कार्यों में गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा देने के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। यहां उन्होंने कहा कि अभी गोल्डन पीरियड है और इसका फायदा इंफ्रा स्ट्रक्चर व यात्री सुविधाओं को तेजी से बढ़ाने में करना चाहिए। उन्होंने डीजल शेड कार्मिकों के उल्लेखनीय कार्यों के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी। इससे पहले उनके आगमन पर जोधपुर रेलवे स्टेशन पर जोधपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अनुराग त्रिपाठी व अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। महाप्रबंधक ने भगत की कोठी स्थित डीजल शेड का गहन निरीक्षण किया। यहां उन्होंने शेड परिसर में चल रहे इलेक्ट्रिक लोको शेड के सिम्युलेटरी निर्माण कार्य की प्रगति और इंजीनियरों से जानकारी ली। सभा कक्ष में आयोजित प्रेजेंटेशन के माध्यम से डीजल से इलेक्ट्रिक लोको में रूपांतरण की दिशा में चल रहे कार्यों का आंकलन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने शेड के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “डीजल एवं इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के सतत उच्चस्तरीय अनुरक्षण के लिए समस्त शेड कर्मी बधाई के पात्र हैं।” उन्होंने कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया और रेल प्रशासन की उपलब्धियों को सराहा। कर्मचारियों को 50,000 रुपए का सम्मान महाप्रबंधक ने ट्रैक्शन मोटर विभाग का भी जायजा लिया और कर्मचारियों से बात की। उनकी चुनौतियों, समस्याओं और सुझावों को जाना। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। यहां उन्होंने बेहतर प्रदर्शन के लिए शेड के कर्मचारियों को 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भेंट की। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के संदेश हेतु पौधारोपण भी किया। जोधपुर में 170 इलेक्ट्रिक रेल इंजनों की मेंटिनेंस, देश में दूसरे नंबर पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डीजल शेड) राजकुमार शर्मा ने बताया कि, 2023 से शुरू हुए इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संचालन के तहत अभी डीजल शेड कुल 170 इलेक्ट्रिक लोको मोटिव्स का अनुरक्षण कर रहा है, जिसमें आधुनिक मशीनें व उपकरण बेहद सहायक सिद्ध हो रहे हैं। महाप्रबंधक ने इन संसाधनों का निरीक्षण करते हुए बताया कि, साल 2025 में भारतीय रेलवे द्वारा देशभर में भगत की कोठी डीजल शेड को तीन फेज इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड्स की श्रेणी में द्वितीय श्रेष्ठ शेड घोषित किया गया है। महाप्रबंधक ने इस उपलब्धि के प्रतीक स्वरूप प्रदान की गई शील्ड का भी अवलोकन किया। मंडल रेल कार्यालय में ली समीक्षा बैठक अन्य कार्यक्रम के तहत महाप्रबंधक अमिताभ ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। यहां उन्होंने मंडल की ट्रेनों की पंक्चुएलिटी, विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति, उपलब्धियों और ‘अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत पुनर्विकसित किए जा रहे स्टेशनों की समीक्षा की। साथ ही, सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। ये रहे मौजूद इस दौरान डीआरएम अनुराग त्रिपाठी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता (डीजल शेड) राजकुमार शर्मा, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) मनोहर सिंह, उप मुख्य इंजीनियर/गति शक्ति प्रवेंद्र कुमार, वरिष्ठ मंडल अभियंता (पॉवर) जोगेन्द्र मीणा, वरिष्ठ मंडल अभियंता (टीआरडी) विपिन कुमार, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर नीतीश कुमार सहित शेड के अनेक वरिष्ठ अधिकारी और पर्यवेक्षक मौजूद रहे।
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे। यहां उन्होंने रेलवे के विकास कार्यों में गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा देने के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। यहां उन्होंने कहा कि अभी गोल्डन पीरियड है और इसका फायदा इंफ्रा स्ट्रक्चर व यात्री सुविधाओं को तेजी से बढ़ाने में करना चाहिए। उन्होंने डीजल शेड कार्मिकों के उल्लेखनीय कार्यों के लिए 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी। इससे पहले उनके आगमन पर जोधपुर रेलवे स्टेशन पर जोधपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) अनुराग त्रिपाठी व अन्य अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। महाप्रबंधक ने भगत की कोठी स्थित डीजल शेड का गहन निरीक्षण किया। यहां उन्होंने शेड परिसर में चल रहे इलेक्ट्रिक लोको शेड के सिम्युलेटरी निर्माण कार्य की प्रगति और इंजीनियरों से जानकारी ली। सभा कक्ष में आयोजित प्रेजेंटेशन के माध्यम से डीजल से इलेक्ट्रिक लोको में रूपांतरण की दिशा में चल रहे कार्यों का आंकलन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने शेड के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “डीजल एवं इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव्स के सतत उच्चस्तरीय अनुरक्षण के लिए समस्त शेड कर्मी बधाई के पात्र हैं।” उन्होंने कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया और रेल प्रशासन की उपलब्धियों को सराहा। कर्मचारियों को 50,000 रुपए का सम्मान महाप्रबंधक ने ट्रैक्शन मोटर विभाग का भी जायजा लिया और कर्मचारियों से बात की। उनकी चुनौतियों, समस्याओं और सुझावों को जाना। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। यहां उन्होंने बेहतर प्रदर्शन के लिए शेड के कर्मचारियों को 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भेंट की। साथ ही, पर्यावरण संरक्षण के संदेश हेतु पौधारोपण भी किया। जोधपुर में 170 इलेक्ट्रिक रेल इंजनों की मेंटिनेंस, देश में दूसरे नंबर पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (डीजल शेड) राजकुमार शर्मा ने बताया कि, 2023 से शुरू हुए इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संचालन के तहत अभी डीजल शेड कुल 170 इलेक्ट्रिक लोको मोटिव्स का अनुरक्षण कर रहा है, जिसमें आधुनिक मशीनें व उपकरण बेहद सहायक सिद्ध हो रहे हैं। महाप्रबंधक ने इन संसाधनों का निरीक्षण करते हुए बताया कि, साल 2025 में भारतीय रेलवे द्वारा देशभर में भगत की कोठी डीजल शेड को तीन फेज इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड्स की श्रेणी में द्वितीय श्रेष्ठ शेड घोषित किया गया है। महाप्रबंधक ने इस उपलब्धि के प्रतीक स्वरूप प्रदान की गई शील्ड का भी अवलोकन किया। मंडल रेल कार्यालय में ली समीक्षा बैठक अन्य कार्यक्रम के तहत महाप्रबंधक अमिताभ ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। यहां उन्होंने मंडल की ट्रेनों की पंक्चुएलिटी, विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति, उपलब्धियों और ‘अमृत भारत स्टेशन’ योजना के तहत पुनर्विकसित किए जा रहे स्टेशनों की समीक्षा की। साथ ही, सभी कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। ये रहे मौजूद इस दौरान डीआरएम अनुराग त्रिपाठी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक अभियंता (डीजल शेड) राजकुमार शर्मा, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय) मनोहर सिंह, उप मुख्य इंजीनियर/गति शक्ति प्रवेंद्र कुमार, वरिष्ठ मंडल अभियंता (पॉवर) जोगेन्द्र मीणा, वरिष्ठ मंडल अभियंता (टीआरडी) विपिन कुमार, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर नीतीश कुमार सहित शेड के अनेक वरिष्ठ अधिकारी और पर्यवेक्षक मौजूद रहे।