नाक से अलगोजा बजाने वाले रामनाथ चौधरी होंगे सम्मानित:राज्य सरकार करेंगी सम्मानित, उपमुख्यमंत्री बोलीं- केंद्र सरकार को भी भजेंगे सिफारिश

नाक से अलगोजा बजाकर राजस्थान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने वाले चाकसू निवासी रामनाथ चौधरी को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा- राज्य सरकार केंद्र सरकार को सिफारिश भेजेंगी, जिससे लोक कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर लोक कला क्षेत्र में सम्मान दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि रामनाथ चौधरी को राजस्थान सरकार की ओर से विशेष राज्य सम्मान दिया जाएगा। दीया कुमारी ने कहा- राजस्थान की लोककलाएं हमारी आत्मा हैं और रामनाथ जी जैसे कलाकार हमारी पहचान। सरकार उनकी कला को देश के सर्वोच्च मंच तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उनकी नाक से फूंक कर बजाई गई धुनों में राजस्थान की मिट्टी की गूंज सुनाई देती है।" गौरतलब है कि रामनाथ चौधरी कोई साधारण कलाकार नहीं हैं- वे दुनिया के पहले ऐसे कलाकार हैं, जो नाक से अलगोजा बजाने की दुर्लभ कला में निपुण हैं। उनका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। अपनी 12 फीट लंबी ऐतिहासिक मूंछों,कच्ची घोड़ी नृत्य,परंपरागत वेशभूषा और अनूठे वादन से वे देश-विदेश में राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान बन चुके हैं। रामनाथ चौधरी की प्रमुख उपलब्धियां:

Jun 28, 2025 - 22:41
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नाक से अलगोजा बजाने वाले रामनाथ चौधरी होंगे सम्मानित:राज्य सरकार करेंगी सम्मानित, उपमुख्यमंत्री बोलीं- केंद्र सरकार को भी भजेंगे सिफारिश
नाक से अलगोजा बजाकर राजस्थान को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने वाले चाकसू निवासी रामनाथ चौधरी को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा- राज्य सरकार केंद्र सरकार को सिफारिश भेजेंगी, जिससे लोक कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर लोक कला क्षेत्र में सम्मान दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि रामनाथ चौधरी को राजस्थान सरकार की ओर से विशेष राज्य सम्मान दिया जाएगा। दीया कुमारी ने कहा- राजस्थान की लोककलाएं हमारी आत्मा हैं और रामनाथ जी जैसे कलाकार हमारी पहचान। सरकार उनकी कला को देश के सर्वोच्च मंच तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उनकी नाक से फूंक कर बजाई गई धुनों में राजस्थान की मिट्टी की गूंज सुनाई देती है।" गौरतलब है कि रामनाथ चौधरी कोई साधारण कलाकार नहीं हैं- वे दुनिया के पहले ऐसे कलाकार हैं, जो नाक से अलगोजा बजाने की दुर्लभ कला में निपुण हैं। उनका नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एवं इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। अपनी 12 फीट लंबी ऐतिहासिक मूंछों,कच्ची घोड़ी नृत्य,परंपरागत वेशभूषा और अनूठे वादन से वे देश-विदेश में राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान बन चुके हैं। रामनाथ चौधरी की प्रमुख उपलब्धियां: