गरबा पर विहिप के फरमान से क्यों नाराज हैं मोदी के मंत्री आठवले?
Ramdas Athawale on VHP Garba Order : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की उस परामर्श की आलोचना की जिसमें कहा गया था कि नवरात्र के दौरान ‘गरबा’ कार्यक्रमों में केवल हिंदुओं को ही प्रवेश दिया जाना चाहिए। आठवले ने कहा कि ...

Ramdas Athawale on VHP Garba Order : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की उस परामर्श की आलोचना की जिसमें कहा गया था कि नवरात्र के दौरान ‘गरबा’ कार्यक्रमों में केवल हिंदुओं को ही प्रवेश दिया जाना चाहिए। मोदी सरकार में मंत्री आठवले ने कहा कि इस तरह के आह्वान हिंसा को न्योता देने के समान हैं। ALSO READ: इंदौर-भोपाल में गरबों पर गाइडलाइन, गैर-हिन्दुओं की गरबा में एंट्री पर गरमा रहा माहौल, क्या है Love Jihad कनेक्शन?
आठवले ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में विहिप के इस आदेश पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद कौन होता है यह तय करने वाला कि कौन गरबा में जाएगा और कौन नहीं? यह सलाह सिर्फ आयोजकों को निर्देश देने तक सीमित नहीं है, बल्कि कुछ कट्टरपंथी तत्वों को हिंसा भड़काने और बल प्रयोग करने का खुला निमंत्रण है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री ने कहा कि अगर इस सलाह के कारण नवरात्र के दौरान देश में कहीं भी कोई झड़प, हमला या धार्मिक संघर्ष होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी विहिप और उससे जुड़े संगठनों की होगी। इस तरह के कदम भारत की एकता, विविधता और धार्मिक सहिष्णुता के मूल पर प्रहार करते हैं। नवरात्रि पूजा और आनंद का त्योहार है और इसे नफरत और संदेह के मंच में बदलने का प्रयास किया जा रहा है, जो बेहद निंदनीय है।मैं कड़ी निंदा करता हूँ! विश्व हिंदू परिषद कौन होती है तय करने वाली कि गरबा में कौन जाएगा और कौन नहीं?#SayNoToDiscrimination #Navratri2025 #VHPControversy #GarbaForAll — Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) September 21, 2025
उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गरबा और डांडिया आयोजकों को पूरी सुरक्षा मिले। किसी भी प्रकार की जबरदस्ती, पहचान की चेकिंग या धार्मिक भेदभाव की कोशिशों को कानून के तहत सख़्ती से रोका जाए। नवरात्रि सबकी है – इसमें किसी की आस्था का अपमान नहीं, बल्कि सबकी भागीदारी और शांति सबसे बड़ा धर्म है।
गौरतलब है कि विहिप ने शनिवार को कहा था कि 'गरबा' कार्यक्रमों में केवल हिंदुओं को ही प्रवेश दिया जाना चाहिए और आयोजकों को सलाह दी थी कि वे "लव जिहाद" की घटनाओं से बचने के लिए पहचान के उद्देश्य से प्रवेशकर्ताओं का आधार कार्ड देखें।सरकार और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गरबा और डांडिया आयोजकों को पूरी सुरक्षा मिले। किसी भी प्रकार की जबरदस्ती, पहचान की चेकिंग या धार्मिक भेदभाव की कोशिशों को कानून के तहत सख़्ती से रोका जाए। नवरात्रि सबकी है – इसमें किसी की आस्था का अपमान नहीं,… — Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) September 21, 2025
विहिप के एक नेता ने कहा था कि गरबा के दौरान गैर-हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित होना चाहिए। उन्होंने गरबा को पूजा का ही एक तरीका बताया था और कहा कि यह केवल नृत्य कार्यक्रम या सांस्कृतिक आयोजन नहीं है।
edited by : Nrapendra Gupta