MP में यह कंपनी करेगी 22 हजार करोड़ का निवेश, बनेगा अत्याधुनिक तापीय बिजलीघर

Madhya Pradesh News : बिजली उत्पादन, वितरण और पारेषण से जुड़ी निजी क्षेत्र की एकीकृत बिजली कंपनी टोरेंट पावर लि. मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में लगभग 22,000 करोड़ रुपए के निवेश से 1,600 मेगावाट क्षमता का कोयला आधारित अत्याधुनिक बिजलीघर स्थापित करेगी। ...

Aug 30, 2025 - 21:32
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MP में यह कंपनी करेगी 22 हजार करोड़ का निवेश, बनेगा अत्याधुनिक तापीय बिजलीघर

Madhya Pradesh News : बिजली उत्पादन, वितरण और पारेषण से जुड़ी निजी क्षेत्र की एकीकृत बिजली कंपनी टोरेंट पावर लि. मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में लगभग 22,000 करोड़ रुपए के निवेश से 1,600 मेगावाट क्षमता का कोयला आधारित अत्याधुनिक बिजलीघर स्थापित करेगी। कंपनी को विद्युत संयंत्र से उत्पादित बिजली की खरीद को लेकर एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लि. (MPPMCL) से आवंटन पत्र मिला है। टोरेंट समूह द्वारा बिजली क्षेत्र में किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। यह आवंटन पत्र (LOA) एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी बोली के तहत 5.829 प्रति यूनिट की दर पर प्राप्त हुआ है। यह परियोजना निर्माण प्रक्रिया के दौरान लगभग 8000 से 10000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी।

 

कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि यह आवंटन पत्र (एलओए) एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी बोली के तहत 5.829 प्रति यूनिट की दर पर प्राप्त हुआ है। टोरेंट समूह द्वारा बिजली क्षेत्र में किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा।

 

बयान के अनुसार, कंपनी मध्य प्रदेश में डिजाइन, बनाओ, वित्त, अपनाओ और चलाओ (डीबीएफओओ) मॉडल पर 800-800 मेगावाट की दो इकाइयां यानी कुल 1,600 मेगावाट क्षमता की इकाई लगाएगी। इस संयंत्र से उत्पादित पूरी बिजली एमपीपीएमसीएल को दी जाएगी।

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बिजली संयंत्र के लिए आवश्यक कोयले की व्यवस्था एमपीपीएमसीएल द्वारा कोयला मंत्रालय की शक्ति नीति के तहत की जाएगी। यह परियोजना बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के निष्पादन की तिथि से 72 महीनों के भीतर चालू हो जाएगी। इस परियोजना में लगभग 22,000 करोड़ रुपए का निवेश शामिल है और यह टोरेंट समूह द्वारा पावर क्षेत्र में किया गया अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा।

 

यह परियोजना अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्रौद्योगिकी यानी अधिक कुशल और कम उत्सर्जन वाली अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित होगी। टोरेंट पावर के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जिनल मेहता ने कहा, टोरेंट पावर का यह निवेश वर्ष 2032 तक 80 गीगावाट अतिरिक्त कोयला-आधारित बिजली क्षमता प्राप्त करने के भारत सरकार के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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यह देश के आर्थिक वृद्धि में भी सहायक होगा और ग्रिड को स्थिर करने के लिए आवश्यक क्षमता में वृद्धि करेगा। यह परियोजना निर्माण प्रक्रिया के दौरान लगभग 8000 से 10,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी। परियोजना के चालू होने के बाद इसके संचालन के दौरान 1,500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की भी उम्मीद है।

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इस बिजली क्षमता के जुड़ने से टोरेंट समूह की प्रमुख कंपनी टोरेंट पावर की कुल उत्पादन और पंप भंडारण क्षमता क्रमशः 9.6 गीगावाट और तीन गीगावाट (परिचालन और निर्माणधीन) हो जाएगी। इसमें 4.9 गीगावाट की स्थापित उत्पादन क्षमता और नवीनीकरणीय परियोजनाओं की 3.1 गीगावाटपी की विकासाधीन क्षमता, 1.6 गीगावाट की तापीय क्षमता और तीन गीगावाट की पंप भंडारण क्षमता शामिल है। (इनपुट एजेंसी)
Edited By : Chetan Gour