उकलाना में किसान सभा की कमेटी का गठन:बिठमड़ा में इंद्र सिंह धतरवाल बने प्रधान, जलभराव की समस्या पर आक्रोश

हिसार जिले के गांव बिठमड़ा में अखिल भारतीय किसान सभा का एक विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता शमशेर सिंह धतरवाल ने की, जबकि संचालन डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष सरबत सिंह पूनिया बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से चयनित सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से गांव बिठमड़ा की नई किसान सभा कमेटी का गठन किया गया। इसमें इंद्र सिंह धतरवाल को प्रधान, कर्मबीर गोड़िया को सचिव, शमशेर सिंह धतरवाल को कोषाध्यक्ष, महासिंह को उपप्रधान, दलबीर सिंह धतरवाल को उपप्रधान, प्रदीप कुमार को सह सचिव, डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा को प्रचार सचिव तथा अमन कुमार और सेवा सिंह को कमेटी सदस्य चुना गया। 11% शुल्क समाप्त करने का फैसला मुख्य अतिथि सरबत सिंह पूनिया ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कपास आयात पर 11 प्रतिशत शुल्क समाप्त करने का फैसला किसानों के साथ सीधा धोखा है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कपास उत्पादक किसानों के हितों पर कुठाराघात है, जिससे किसान भारी गुस्से में हैं। 3 सितंबर को उकलाना में समारोह पूनिया ने कहा कि एमएसपी की कानूनी गारंटी, बारिश से हुए जलभराव, खाद-बीज-दवाइयों की समस्या, बिजली निजीकरण व स्मार्ट मीटर विरोध, बीमा क्लेम और कर्जमुक्त जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर आगामी 3 सितंबर को उकलाना में होने वाले तहसील सम्मेलन में किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे और सरकार की किसान विरोधी नीतियों का कड़ा विरोध करेंगे। जलघर और आसपास में जलभराव इस मौके पर प्रधान इंद्र सिंह धतरवाल और डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा ने बताया कि भारी बारिश के कारण गांव के जलघर और आस-पास के बड़े क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन को बार-बार अवगत करवाने के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। किसान सभा कमेटी भी इस मुद्दे को 3 सितंबर के उकलाना सम्मेलन में प्रमुखता से उठाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जलभराव की समस्या का समाधान किया जाए, ताकि बीमारियों और नुकसान से लोगों को राहत मिल सके।

Aug 30, 2025 - 13:07
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उकलाना में किसान सभा की कमेटी का गठन:बिठमड़ा में इंद्र सिंह धतरवाल बने प्रधान, जलभराव की समस्या पर आक्रोश
हिसार जिले के गांव बिठमड़ा में अखिल भारतीय किसान सभा का एक विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता शमशेर सिंह धतरवाल ने की, जबकि संचालन डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा ने किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष सरबत सिंह पूनिया बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से चयनित सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से गांव बिठमड़ा की नई किसान सभा कमेटी का गठन किया गया। इसमें इंद्र सिंह धतरवाल को प्रधान, कर्मबीर गोड़िया को सचिव, शमशेर सिंह धतरवाल को कोषाध्यक्ष, महासिंह को उपप्रधान, दलबीर सिंह धतरवाल को उपप्रधान, प्रदीप कुमार को सह सचिव, डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा को प्रचार सचिव तथा अमन कुमार और सेवा सिंह को कमेटी सदस्य चुना गया। 11% शुल्क समाप्त करने का फैसला मुख्य अतिथि सरबत सिंह पूनिया ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कपास आयात पर 11 प्रतिशत शुल्क समाप्त करने का फैसला किसानों के साथ सीधा धोखा है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कपास उत्पादक किसानों के हितों पर कुठाराघात है, जिससे किसान भारी गुस्से में हैं। 3 सितंबर को उकलाना में समारोह पूनिया ने कहा कि एमएसपी की कानूनी गारंटी, बारिश से हुए जलभराव, खाद-बीज-दवाइयों की समस्या, बिजली निजीकरण व स्मार्ट मीटर विरोध, बीमा क्लेम और कर्जमुक्त जैसे गंभीर मुद्दों को लेकर आगामी 3 सितंबर को उकलाना में होने वाले तहसील सम्मेलन में किसान बड़ी संख्या में जुटेंगे और सरकार की किसान विरोधी नीतियों का कड़ा विरोध करेंगे। जलघर और आसपास में जलभराव इस मौके पर प्रधान इंद्र सिंह धतरवाल और डॉ. मियां सिंह बिठमड़ा ने बताया कि भारी बारिश के कारण गांव के जलघर और आस-पास के बड़े क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन को बार-बार अवगत करवाने के बावजूद इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। किसान सभा कमेटी भी इस मुद्दे को 3 सितंबर के उकलाना सम्मेलन में प्रमुखता से उठाएगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जलभराव की समस्या का समाधान किया जाए, ताकि बीमारियों और नुकसान से लोगों को राहत मिल सके।