Weather Update: पंजाब के 250 गांवों में बाढ़, प्रयागराज में 10 हजार घर पानी में डूबे
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार पंजाब में भारी वर्षा का दौर जारी है। इससे 8 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 250 गांवों में बाढ़ का प्रकोप है। दूसरी ओर उत्तराखंड में 4 जगह बादल फट गया है। इससे भारी वर्षा हो रही है। ...

Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार पंजाब में भारी वर्षा का दौर जारी है। इससे 8 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 250 गांवों में बाढ़ का प्रकोप है। दूसरी ओर उत्तराखंड में 4 जगह बादल फट गया है। इससे भारी वर्षा हो रही है। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज नगर में 10 हजार घरों में पानी घुस गया है। आईएमडी के अनुसार देशभर के राज्यों में भारी वर्षा का दौर जारी रहेगा।
उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन के कारण 5 लोगों की मौत, 11 लापता : देहरादून से मिले समाचारों के अनुसार उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में शुक्रवार तड़के मूसलधार बारिश से 4 जगह बादल फटने, बाढ़ आने और भूस्खलन की घटनाओं से मची तबाही में 1 दंपति समेत 6 लोगों की मौत हो गई तथा 11 अन्य लापता हो गए जबकि कई अन्य लोगों के लापता होने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।ALSO READ: Weather Update : उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, 5 लोगों की मौत, कई अन्य लापता
अधिकारियों ने बताया कि चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों में प्राकृतिक आपदा का सबसे अधिक कहर बरपा, जहां कई मकान और मवेशी मलबे में दब गए, कृषि भूमि बर्बाद हो गई, अनेक वाहन बह गए तथा संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बागेश्वर जिले के कपकोट के पौसारी गांव में तड़के 3 बजे अतिवृष्टि के कारण पहाड़ी से मलबा आने से 5-6 मकान क्षतिग्रस्त हो गए जिसके कारण 2 महिलाओं की मौत हो गई तथा 3 अन्य व्यक्ति लापता हो गए।
इस हादसे में मृतक महिलाओं की पहचान बसंती देवी जोशी तथा बचुली देवी के रूप में हुई है। लापता व्यक्तियों में बसंती देवी के पति रमेश चंद्र जोशी, गिरीश तथा पूरण जोशी शामिल हैं। घटना में बसंती देवी का पुत्र पवन घायल हुआ है। एक अन्य घटना में चमोली जिले की थराली तहसील के देवाल क्षेत्र के मोपाटा गांव में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन की चपेट में आने से 1 दंपति की मौत हो गई जबकि 1 अन्य दंपति घायल हो गया।ALSO READ: Weather Update : देश के कई राज्यों में भारी बारिश से हाहाकार, सड़कें बंद, कहीं डूबा घर तो कहीं फंसे लोग
चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि मोपाटा में 1 मकान और गोशाला भूस्खलन की चपेट में आ गए जिससे उसमें रह रहे तारा सिंह और उनकी पत्नी कमला देवी की मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मलबे में दबे विक्रम सिंह और उनकी पत्नी को बाहर निकाल लिया गया लेकिन उन्हें चोटे आई हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार गोशाला में बंधे करीब 25 मवेशी भी मलबे में लापता हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि रुद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार तथा जखोली क्षेत्रों के 6 गांवों में लगातार बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने भारी नुकसान पहुंचाया है। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि जखोली में 1 मकान ढहने से 1 महिला की मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि जिले में 3 जगहों पर बादल फटे।
प्राधिकरण के अनुसार रुद्रप्रयाग जिले के आधा दर्जन गांवों- तालजामण, छेनागाड़, बड़ेथ, स्यूरं, किमाणा तथा अरखुंड में तड़के पौने 4 बजे अतिवृष्टि से बरसाती नालों में भारी मात्रा में पानी और मलबा आने से कुछ मकान और गोशाला क्षतिग्रस्त हो गए। जखोली में जान गंवाने वाली महिला की पहचान सरिता देवी के रूप में हुई है जबकि छेनागाड़ में 4 श्रमिकों समेत 8 अन्य लापता हो गए। प्राधिकरण के अनुसार छेनागाड़ डुंगर गांव तथा जौला बड़ेथ गांवों में भी कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है।
स्यूंर गांव में कुछ मकानों के क्षतिग्रस्त होने एवं वाहन के बह जाने, तालजामण में कुछ भवनों में दरारें पड़ने या धंसने, किमाणा में खेतों तथा सड़क पर बड़े-बड़े बोल्डर व मलबा आने, अरखुंड में 1 तालाब एवं मुर्गीपालन केंद्र बहने की जानकारी मिली है। बरसाती नालों में बाढ़ आने से 30 से 40 परिवार फंस गए थे और अब तक वहां से 200 व्यक्तियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से बचावकर्मी फंसे हुए लोगों को सावधानी से रस्सियों का उपयोग करके वर्षा से उफनाई जलधाराओं को पार करने में मदद कर रहे हैं। टिहरी जिले के बालगंगा क्षेत्र के गेंवाली गांव में भी अतिवृष्टि से काफी नुकसान हुआ। हालांकि, इसमें कोई जनहानि नहीं हुई।ALSO READ: पटियाला में भारी बारिश के बाद बाढ़ का अलर्ट जारी, सीएम मान ने दिए बचाव ने निर्देश
प्राधिकरण के अनुसार शुक्रवार तड़के 3 बजे अतिवृष्टि के दौरान गेंवाली बरसाती नाले में आई बाढ़ के मलबे से निजी संपत्तियों को क्षति पहुंची। इसके अनुसार गेंवाली गांव में 2 मंदिर, 2 छानियां और 1 गोशाला, कृषि भूमि और गांव के संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए। मलबे में 2 मवेशी भी दब गए जबकि 1 पैदल पुलिया भी टूट गई। प्राधिकरण ने बताया कि प्रभावित स्थानों पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, पुलिस तथा राजस्व विभाग की टीमों द्वारा लापता लोगों की खोजबीन, बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से बातचीत कर बचाव एवं राहत कार्यों को त्वरित गति से कराने के निर्देश दिए तथा कहा कि प्रभावित लोगों को तुरंत बिना किसी देरी के सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। धामी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन की एक उच्चस्तरीय बैठक में स्पष्ट किया कि मानसून सीजन तक शासन और प्रशासन अलर्ट मोड पर रहे और जिलाधिकारियों द्वारा आपदा राहत कार्यों के लिए जो भी आवश्यक संसाधन और सुविधाएं अपेक्षित हों, तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
धामी ने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि प्रभावित परिवारों को निर्धारित मानकों के अनुसार शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराया जाए। लगातार बरिश से अलकनंदा और उसकी सहायक नदियों तथा मंदाकिनी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धारीदेवी और रुद्रप्रयाग के बीच अलकनंदा नदी का पानी सड़क पर बहने लगा जिसके कारण उस पर वाहनों का आवागमन रोकना पड़ा।
पौड़ी की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिनी गोवा बीच के पास सड़क पर पानी भरने के बाद वाहनों की आवाजाही रोक दी गई और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया गया। हालांकि करीब 2 घंटे बाद नदी का जलस्तर सामान्य होने के बाद मार्ग को खोल दिया गया। भदौरिया ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने पर एहतियातन धारी देवी क्षेत्र की दुकानों तथा नदी के किनारे स्थित 6 स्कूलों को तुरंत बंद करवा दिया गया।
नदियों के उफान पर होने के मद्देनजर पुलिस द्वारा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। बारिश के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के कारण कई जगह बाधित है जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। यात्रियों से सड़क की जानकारी लेने के बाद ही यात्रा पर निकलने तथा पुलिस और प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी नवीनतम सूचनाओं पर ध्यान देने का अनुरोध किया गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में उत्तराखंड के बागेश्वर, चमोली, देहरादून और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का 'रेड अलर्ट' तथा चंपावत, हरिद्वार, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर और उत्तरकाशी जिलों के लिए बारिश का 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है। इस मानसून सीजन में प्राकृतिक आपदाओं ने उत्तराखंड पर बहुत कहर बरपाया है।
चमोली के थराली में 23 अगस्त को टूनरीगाड़ बरसाती नाले में अतिवृष्टि से आई बाढ़ के मलबे से भारी नुकसान हुआ था जिसमें 1 युवती की मृत्यु हो गई थी और 1 अन्य व्यक्ति लापता हो गया था। कई मकानों, दुकानों सहित तहसील कार्यालय में भी मलबा भर गया जबकि उपजिलाधिकारी का आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे पहले 5 अगस्त को उत्तरकाशी जिले के धराली में खीरगाड़ बरसाती नाले में आई भीषण बाढ़ से बहुत तबाही हुई थी। इस आपदा में 1 व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी जबकि 68 अन्य लापता हो गए थे।
भारी बारिश के कारण जम्मू संभाग में 46 ट्रेनें रद्द : जम्मू से मिले समाचारों के अनुसार उत्तर रेलवे ने 30 अगस्त को जम्मू, कटरा और उधमपुर रेलवे स्टेशनों से आने-जाने वाली 46 ट्रेन को रद्द करने की शुक्रवार को घोषणा की। मंगलवार को जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ के बाद पिछले 4 दिन से रेल यातायात स्थगित है।
एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू में कई स्थानों पर रेल लाइन के टूटने के कारण कठुआ और उधमपुर के बीच रेल यातायात स्थगित कर दिया गया है तथा ट्रेनें रद्द की जा रही हैं। इससे पहले उत्तर रेलवे ने जम्मू, कटरा और उधमपुर रेलवे स्टेशनों से आने-जाने वाली 40 ट्रेनों को 29 अगस्त को रद्द करने की घोषणा की थी। गुरुवार को उत्तर रेलवे ने जम्मू स्टेशन से 2 विशेष अनारक्षित ट्रेन चलाईं जिनमें केंद्र शासित प्रदेश में भारी बारिश, बाढ़ के बाद फंसे लगभग 3,000 यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया।ALSO READ: Jammu Kashmir Flash Floods : डूबे गांव-कस्बे, टूटे पहाड़, कटरा से डोडा तक बारिश और बाढ़ से बेहाल जम्मू
पिछले 2 दिन से जम्मू क्षेत्र में भारी बारिश के कारण रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित होने से बड़ी संख्या में लोग, खासकर तीर्थयात्री, फंस गए। कटरा स्थित माता वैष्णोदेवी मंदिर के यात्रा मार्ग में हुए भूस्खलन में 34 लोगों की मौत हो गई। जम्मू में 1910 के बाद से सबसे ज़्यादा बारिश दर्ज की गई जहां बुधवार सुबह तक 380 मिमी बारिश का रिकॉर्ड बना।
जम्मू कश्मीर में रामबन में रामगढ़ इलाके में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 लोग लापता हो गए हैं। रियासी के माहौर में भी भूस्खलन हुआ है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मानसून ट्रफ बंगाल तक फैला : मानसून ट्रफ (Monsoon Trough) इस समय बीकानेर, कोटा, गुना, सागर, पेंड्रा रोड, सांबलपुर, पुरी होते हुए पूर्व-दक्षिणपूर्व दिशा में बंगाल तक फैला हुआ है। दक्षिण-पूर्वी मध्यप्रदेश और आसपास बना लो-प्रेशर अब कमजोर हो गया है, लेकिन उसका असर ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण (Cyclonic Circulation) के रूप में विदर्भ और आसपास के हिस्सों में 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक मौजूद है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) उत्तर पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब पर सक्रिय है, जो लगभग 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान तटीय कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और तेलंगाना में मध्यम से भारी बारिश हुई। आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण कोंकण-गोवा, गुजरात के कुछ हिस्सों, दक्षिण मध्यप्रदेश, मेघालय, पूर्वी असम, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के तराई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश व कुछ जगहों पर भारी बारिश दर्ज हुई है।
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, केरल, आंतरिक तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, गुजरात क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम यूपी, हिमाचल और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड हुई, वहीं तमिलनाडु, तटीय आंध्रप्रदेश, अंडमान-निकोबार, सौराष्ट्र-कच्छ, पश्चिमी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर-लद्दाख, दिल्ली और पंजाब में हल्की बारिश हई।
आज शनिवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शनिवार, 30 अगस्त को विदर्भ, मराठवाड़ा, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी गुजरात, कोंकण-गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश होने के आसार हैं। गंगीय पश्चिम बंगाल, असम, मणिपुर, मिजोरम, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश व कुछ जगहों पर तेज बौछारें गिर सकती हैं।
पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, दक्षिण तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, राजस्थान और लद्दाख में हल्की बारिश होने की संभावना है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta