sudan gurung : नेपाल में बारुद को चिंगारी देने वाले 36 साल के सुदन गुरुंग कौन हैं, क्यों मचवाया कांठमांडू में कोहराम, ओली सरकार की किस बात से थे नाराज
नेपाल हिंसा में अब तक 20 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल और गृहमंत्री के निजी आवासों पर भी हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी ...

nepals gen z protests : भारत का पड़ोसी देश नेपाल हिंसा की आग में जल रहा है। राजधानी काठमांडू और आसपास के इलाकों में हुई झड़पों और आगजनी में अब तक 20 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में आग लगा दी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल और गृहमंत्री के निजी आवासों पर भी हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने इस्तीफा दे दिया है। हिंसा और प्रदर्शनों के बीच एक नाम दुनियाभर में सर्च किया जा रहा है वह है सुदन गुरुंग। जानिए कौन हैं सुदन गुरुंग? जिनके एक इशारे पर हिल गई नेपाल की सरकार।
हामी नेपाल संगठन के लीडर
36 साल के सुदन गुरंग हामी नेपाल नाम के एक संगठन ने युवाओं को संगठित करने का काम करते हैं। वे इस संगठन के लीडर हैं। सुदन गुरुंग के एनजीओ का रजिस्ट्रेशन 2020 में हुआ है। इसमें इन्हें सोशल एक्टिविस्ट बताया गया है। गुरुंग का संगठन नेपाल में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं और तमाम तरह की कठिनाइयों में मदद करने का दावा करता है। गुरुंग का यह संगठन युवाओं में काफी लोकप्रिय है। यही कारण है कि उनकी एक आवाज पर हजारों युवा सड़कों पर उतर आए। एक जानकारी के अनुसार 10 साल में भूकंप, बाढ़ प्रभावितों के जुटाया 20 करोड़ रुपए से ज्यादा का फंड जुटाया है।
बारूद को दी चिंगारी
नेपाल में प्रदर्शन का बारूद लगातार सुलग रहा था। इसे बस इंतजार था एक चिंगारी का। केपी ओली सरकार ने सोशल मीडिया पर बैन लगाया तो इस मुद्दे ने बारूद पर चिंगारी लगाने का काम कर दिया। सुदन गुरुंग ने मौका देखते हुए युवाओं तक अपनी बात पहुंचाई और अंजाम आज पूरा विश्व देख रहा है।
वीडियो से रखी थीं अपनी मांगें
गुरुंग लगातार विरोध प्रदर्शन को नेतृत्व देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने अब एक वीडियो जारी कर अपनी मांगे रखी हैं। इससे पहले भी वो ऐसे वीडियो पोस्ट करते रहे हैं, जिन्होंने प्रदर्शन की आग को भड़काने का काम किया। उन्होंने ये मांगें रखीं। प्रधानमंत्री केपी ओली को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने हमारे काफी भाइयों और बहनों को मार डाला है। इसलिए इस सरकार के पास सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सरकार से जुड़े सभी प्रांतीय मंत्रियों को भी तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। हमारे भाइयों को गोली किसने मारी? नीचे से लेकर ऊपर तक हर कोई जिम्मेदार है। इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। नेपाल युवाओं की एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाए। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma