Shardiya Navratri 2025: सप्तमी-अष्टमी के ये अचूक उपाय, बदल देंगे आपकी किस्मत!

शारदीय नवरात्रि का पर्व भक्ति और उत्साह के साथ देशभर में मनाया जा रहा है। मां दुर्गा का सातवां स्वरुप मां कालरात्रि का है। इस बार नवरात्रि की सप्तमी 29 सितंबर 2025, सोमवार को मनाई जाएगी। सप्तमी तिथि का प्रारंभ 28 सितंबर 2025 की दोपहर 2 बजकर 27 मिनट से होगा और इसका समापन 29 सितंबर 2025 की शाम 4 बजकर 31 मिनट पर होगा। इस दिन विशेष उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त हो सकती है। दुर्गा सप्तमी पर करें सूर्यदेव पूजनसप्तमी के दिन अगर कोई व्यक्ति साधा भोजन करें और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियां दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे। इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिए। सूर्य भगवान पूजन विधि -  सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएं  और आरती करें |-  जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |सूर्यदेव भगवान के मंत्र- ॐ मित्राय नमः।- ॐ रवये नमः।- ॐ सूर्याय नमः। -ॐ भानवे नमः। - ॐ खगाय नमः।- ॐ पूष्णे नमः।- ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।- ॐ मरीचये नमः।- ॐ आदित्याय नमः।- ॐ सवित्रे नमः।- ॐ अर्काय नमः।- ॐ भास्कराय नमः।- ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा को अर्पित करें नारियल का भोगमान्यता है कि, मन की शांति मिलती है मां महागौरी की पूजा से, नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गोरा है, इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि का आठवां दिन हमारे शरीर का सोम चक्रजागृत करने का दिन है। सोमचक्र ललाट में स्थित होता है। श्री महागौरी की आराधना से सोमचक्र जागृत हो जाता है और इस चक्र से संबंधित सभी शक्तियां श्रद्धालु को प्राप्त हो जाती है। मां महागौरी के प्रसन्न होने पर भक्तों को सभी सुख प्राप्त हो जाते हैं। साथ ही, इनकी भक्ति से हमें मन की शांति भी मिलती है। नवरात्र की अष्टमी यानी आठवें दिन माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं । इससे घर में सुख समृद्धि आती है।

Sep 29, 2025 - 21:15
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Shardiya Navratri 2025: सप्तमी-अष्टमी के ये अचूक उपाय, बदल देंगे आपकी किस्मत!
शारदीय नवरात्रि का पर्व भक्ति और उत्साह के साथ देशभर में मनाया जा रहा है। मां दुर्गा का सातवां स्वरुप मां कालरात्रि का है। इस बार नवरात्रि की सप्तमी 29 सितंबर 2025, सोमवार को मनाई जाएगी। सप्तमी तिथि का प्रारंभ 28 सितंबर 2025 की दोपहर 2 बजकर 27 मिनट से होगा और इसका समापन 29 सितंबर 2025 की शाम 4 बजकर 31 मिनट पर होगा। इस दिन विशेष उपाय करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त हो सकती है। 

दुर्गा सप्तमी पर करें सूर्यदेव पूजन

सप्तमी के दिन अगर कोई व्यक्ति साधा भोजन करें और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियां दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे। इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिए।

 सूर्य भगवान पूजन विधि 

-  सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएं  और आरती करें |

-  जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |

सूर्यदेव भगवान के मंत्र

- ॐ मित्राय नमः।
- ॐ रवये नमः।
- ॐ सूर्याय नमः।
 -ॐ भानवे नमः।
 - ॐ खगाय नमः।
- ॐ पूष्णे नमः।
- ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
- ॐ मरीचये नमः।
- ॐ आदित्याय नमः।
- ॐ सवित्रे नमः।
- ॐ अर्काय नमः।
- ॐ भास्कराय नमः।
- ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।

अष्टमी तिथि पर मां दुर्गा को अर्पित करें नारियल का भोग

मान्यता है कि, मन की शांति मिलती है मां महागौरी की पूजा से, नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गोरा है, इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि का आठवां दिन हमारे शरीर का सोम चक्रजागृत करने का दिन है। सोमचक्र ललाट में स्थित होता है। श्री महागौरी की आराधना से सोमचक्र जागृत हो जाता है और इस चक्र से संबंधित सभी शक्तियां श्रद्धालु को प्राप्त हो जाती है। मां महागौरी के प्रसन्न होने पर भक्तों को सभी सुख प्राप्त हो जाते हैं। साथ ही, इनकी भक्ति से हमें मन की शांति भी मिलती है। नवरात्र की अष्टमी यानी आठवें दिन माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं । इससे घर में सुख समृद्धि आती है।