S S Rajamouli Birthday: बॉक्स ऑफिस के बेताज बादशाह हैं एसएस राजामौली, नहीं दी एक भी फ्लॉप फिल्म

बाहुबली, आरआरआर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले एस एस राजामौली आज 10 अक्तूबर को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। एसएस राजामौली देश के टॉप डायरेक्टर्स में से एक हैं। वह एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपनी फिल्म में जिस भी एक्टर को मौका देते हैं वह सुपरस्टार बन जाता है। राजामौली ने आज तक एक भी फ्लॉप फिल्म नहीं दी है। उनकी हर फिल्म करोड़ों में कमाई करती है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब एसएस राजामौली ने मुश्किल दौर देखा था। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर एसएस राजामौली के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...जन्म और परिवारकर्नाटक के मैसूर जिले के तेलुगू परिवार में 10 अक्तूबर 1973 को एसएस राजामौली का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम वी. विजेन्द्र प्रसाद था, जोकि जाने-माने स्क्रीन राइटर थे। वहीं मां हाउसवाइफ थीं। एसएस राजामौली का पूरा नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली है। बताया जाता है कि इनकी मां जब भगवान शिव के मंदिर श्रीशैलम गईं, तो रात को उन्हें एक सपना आया। उसी के बाद एसएस राजामौली का जन्म हुआ था। इस कारण मां ने उनका नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली रखा।20 की उम्र से किया कामबता दें कि राजामौली का परिवार 360 एकड़ जमीन का मालिक था। लेकिन पिता और चाचा पर फिल्में बनाने का ऐसा जुनून सवार हुआ कि पूरी जमीन फिल्मों के लिए बेच डाली। जमीन बेचने से जो पैसा मिला, वह फिल्मों में लग गया। जिनमें से कई फिल्में बुरी तरह से फ्लॉप हुईं और परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। परिवार की मदद के लिए राजामौली ने कम उम्र से ही काम करने की ठान ली।बदल डाली परिवार की तकदीरएस एस राजामौली ने 20 साल की उम्र से काम करना शुरूकर दिया। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से न सिर्फ अपनी बल्कि अपने परिवार की भी तकदीर बदल डाली। राजामौली ने फिल्म एडिटर के. वेंकटेश्वर राव के साथ बतौर ट्रेनी काम किया। फिर पिता के डायरेक्शन में असिस्ट किया और इसके बाद स्क्रिप्ट लिखने का काम किया।हिट फिल्मों की गारंटी हैं राजामौलीफिर साल 2001 में एसएस राजामौली ने फिल्म 'स्टूडेंट नंबर 1' बनाई और यह फिल्म हिट साबित हुई। इसके बाद राजामौली का हिट फिल्में देने का यह सिलसिला चल पड़ा। दो साल बाद साल 2003 में उन्होंने जूनियर एनटीआर के साथ मिलकर 'सिम्हाद्री' बनाई और यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। फिर राजामौली फिल्म 'साई' लेकर लौटे और यह फिल्म भी हिट रही। इसके बाद 'यामाडोंगा', 'मगधीरा' 'छत्रपति', 'विक्रमर्कुडु', और 'मर्यादा रमन्ना' जैसी बैक टू बैक ब्लॉकबस्टर फिल्में देकर राजामौली तेलुगु सिनेमा में छा गए।राजामौली की हिट फिल्मों की लाइन यहीं पर खत्म नहीं हुई। उन्होंने फिल्म 'ईगा' बनाई, जोकि सुपरहिट रही। इस फिल्म को साउथ में भी काफी ज्यादा पसंद किया गया। इस फिल्म के बाद राजामौली ने 'बाहुबली', 'बाहुबली 2' और 'आरआरआर' ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं।कलाकारों को बनाया सुपरस्टारएसएस राजामौली ने अपनी शानदार फिल्मों के जरिए सामंथा रुथ प्रभु, राम चरन तेजा, रवि तेजा, सुनील, प्रभास, नितिन और जूनियर एनटीआर जैसे कलाकारों को सुपरस्टार बना दिया। साल 2016 में एसएस राजामौली को सरकार द्वारा 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उनको तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड, नेशनल फिल्म अवॉर्ड और नंदी अवॉर्ड आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है।

Oct 10, 2025 - 22:01
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S S Rajamouli Birthday: बॉक्स ऑफिस के बेताज बादशाह हैं एसएस राजामौली, नहीं दी एक भी फ्लॉप फिल्म
बाहुबली, आरआरआर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले एस एस राजामौली आज 10 अक्तूबर को अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। एसएस राजामौली देश के टॉप डायरेक्टर्स में से एक हैं। वह एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपनी फिल्म में जिस भी एक्टर को मौका देते हैं वह सुपरस्टार बन जाता है। राजामौली ने आज तक एक भी फ्लॉप फिल्म नहीं दी है। उनकी हर फिल्म करोड़ों में कमाई करती है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब एसएस राजामौली ने मुश्किल दौर देखा था। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर एसएस राजामौली के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

कर्नाटक के मैसूर जिले के तेलुगू परिवार में 10 अक्तूबर 1973 को एसएस राजामौली का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम वी. विजेन्द्र प्रसाद था, जोकि जाने-माने स्क्रीन राइटर थे। वहीं मां हाउसवाइफ थीं। एसएस राजामौली का पूरा नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली है। बताया जाता है कि इनकी मां जब भगवान शिव के मंदिर श्रीशैलम गईं, तो रात को उन्हें एक सपना आया। उसी के बाद एसएस राजामौली का जन्म हुआ था। इस कारण मां ने उनका नाम कोडुरी श्रीसेला श्री राजामौली रखा।

20 की उम्र से किया काम

बता दें कि राजामौली का परिवार 360 एकड़ जमीन का मालिक था। लेकिन पिता और चाचा पर फिल्में बनाने का ऐसा जुनून सवार हुआ कि पूरी जमीन फिल्मों के लिए बेच डाली। जमीन बेचने से जो पैसा मिला, वह फिल्मों में लग गया। जिनमें से कई फिल्में बुरी तरह से फ्लॉप हुईं और परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। परिवार की मदद के लिए राजामौली ने कम उम्र से ही काम करने की ठान ली।

बदल डाली परिवार की तकदीर

एस एस राजामौली ने 20 साल की उम्र से काम करना शुरूकर दिया। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से न सिर्फ अपनी बल्कि अपने परिवार की भी तकदीर बदल डाली। राजामौली ने फिल्म एडिटर के. वेंकटेश्वर राव के साथ बतौर ट्रेनी काम किया। फिर पिता के डायरेक्शन में असिस्ट किया और इसके बाद स्क्रिप्ट लिखने का काम किया।

हिट फिल्मों की गारंटी हैं राजामौली

फिर साल 2001 में एसएस राजामौली ने फिल्म 'स्टूडेंट नंबर 1' बनाई और यह फिल्म हिट साबित हुई। इसके बाद राजामौली का हिट फिल्में देने का यह सिलसिला चल पड़ा। दो साल बाद साल 2003 में उन्होंने जूनियर एनटीआर के साथ मिलकर 'सिम्हाद्री' बनाई और यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई। फिर राजामौली फिल्म 'साई' लेकर लौटे और यह फिल्म भी हिट रही। इसके बाद 'यामाडोंगा', 'मगधीरा' 'छत्रपति', 'विक्रमर्कुडु', और 'मर्यादा रमन्ना' जैसी बैक टू बैक ब्लॉकबस्टर फिल्में देकर राजामौली तेलुगु सिनेमा में छा गए।

राजामौली की हिट फिल्मों की लाइन यहीं पर खत्म नहीं हुई। उन्होंने फिल्म 'ईगा' बनाई, जोकि सुपरहिट रही। इस फिल्म को साउथ में भी काफी ज्यादा पसंद किया गया। इस फिल्म के बाद राजामौली ने 'बाहुबली', 'बाहुबली 2' और 'आरआरआर' ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं।

कलाकारों को बनाया सुपरस्टार

एसएस राजामौली ने अपनी शानदार फिल्मों के जरिए सामंथा रुथ प्रभु, राम चरन तेजा, रवि तेजा, सुनील, प्रभास, नितिन और जूनियर एनटीआर जैसे कलाकारों को सुपरस्टार बना दिया। साल 2016 में एसएस राजामौली को सरकार द्वारा 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उनको तीन फिल्मफेयर अवॉर्ड, नेशनल फिल्म अवॉर्ड और नंदी अवॉर्ड आदि से भी सम्मानित किया जा चुका है।