Revival of Troika Chapter 5 | रूस-भारत-चीन के साथ आने से क्यों डरते ट्रंप| Teh Tak

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके साथी सहयोगी लगातार भारत पर बयानबाजी करते रहे हैं। रूस से तेल खरीद को लेकर टैरिफ भी ठोका हुआ है। वहीं एससीओ मीटिंग से आई वर्ल्ड आर्डर की बदलती तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिला कर रखा है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन, चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और भारत के पीएम मोदी की एक साथ हंसती मुस्कुराती और कदमताल करती तस्वीरों ने अमेरिका को भी परेशान करके रख दिया है। जब भारत ने कह दिया कि वह अपने हितों से कोई समझौता नहीं करेगा तो अमेरिका के पेट में दर्द होने लग गया। ट्रंप ने क्या कहा ये समझ लीजिएअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता के सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई मुश्किल नहीं होगी और वह जल्द ही अपने अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे। ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में जो बाधाएं हैं, उन्हें दूर करने के लिए बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि मैं आने वाले हफ्तों में अपने सबसे अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे भरोसा है कि हमारे दोनों देशों के बीच वार्ता ठीक तरह से पूरी हो जाएगी, कोई मुश्किल नहीं आएगी।ट्रंप के जवाब में मोदी ने क्या कहाप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं और दोनों पक्षों की टीम द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रही हैं। सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत को मुख्य रूप से भारत और अमेरिका द्वारा अपने संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। एक्स पर अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ता भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे अंतिम रूप देने के लिए हमारी टीम चर्चाएं कर रही हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने को लेकर मिलकर काम करेंगे।भारत-रूस को चीन के हाथों खो दियाइससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर मोदी, जिनपिंग, पुतिन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि हमें ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है।  बता दें कि ट्रंप की छवि ऐसे राजनेता की बन चुकी है, जिसकी नीतियां अस्थिर है और जो व्यक्तिगत पसंद ना पसंद के आधार पर बदलती रहती है। अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने कई ऐसे बयान दिए थे, जिनके बारेे में बाद में व्हाइट हाउस को सफाई देनी पड़ी थी। इसे भी पढ़ें: Revival of Troika Chapter 1 | सोवियत के बिखरने की कहानी | Teh Tak  

Sep 23, 2025 - 23:20
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Revival of Troika Chapter 5 | रूस-भारत-चीन के साथ आने से क्यों डरते ट्रंप| Teh Tak
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके साथी सहयोगी लगातार भारत पर बयानबाजी करते रहे हैं। रूस से तेल खरीद को लेकर टैरिफ भी ठोका हुआ है। वहीं एससीओ मीटिंग से आई वर्ल्ड आर्डर की बदलती तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिला कर रखा है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन, चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग और भारत के पीएम मोदी की एक साथ हंसती मुस्कुराती और कदमताल करती तस्वीरों ने अमेरिका को भी परेशान करके रख दिया है। जब भारत ने कह दिया कि वह अपने हितों से कोई समझौता नहीं करेगा तो अमेरिका के पेट में दर्द होने लग गया। 

ट्रंप ने क्या कहा ये समझ लीजिए

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता के सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई मुश्किल नहीं होगी और वह जल्द ही अपने अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे। ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में जो बाधाएं हैं, उन्हें दूर करने के लिए बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि मैं आने वाले हफ्तों में अपने सबसे अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे भरोसा है कि हमारे दोनों देशों के बीच वार्ता ठीक तरह से पूरी हो जाएगी, कोई मुश्किल नहीं आएगी।

ट्रंप के जवाब में मोदी ने क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं और दोनों पक्षों की टीम द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रही हैं। सोशल मीडिया पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत को मुख्य रूप से भारत और अमेरिका द्वारा अपने संबंधों को फिर से पटरी पर लाने के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। एक्स पर अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार वार्ता भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे अंतिम रूप देने के लिए हमारी टीम चर्चाएं कर रही हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने को लेकर मिलकर काम करेंगे।

भारत-रूस को चीन के हाथों खो दिया

इससे पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर मोदी, जिनपिंग, पुतिन की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि हमें ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है।  बता दें कि ट्रंप की छवि ऐसे राजनेता की बन चुकी है, जिसकी नीतियां अस्थिर है और जो व्यक्तिगत पसंद ना पसंद के आधार पर बदलती रहती है। अपने पहले कार्यकाल में ट्रंप ने कई ऐसे बयान दिए थे, जिनके बारेे में बाद में व्हाइट हाउस को सफाई देनी पड़ी थी। 

इसे भी पढ़ें: Revival of Troika Chapter 1 | सोवियत के बिखरने की कहानी | Teh Tak