भारत-ब्रिटेन द्वारा मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के अवसर पर, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा, यह एक ऐसा समझौता है जिससे दोनों देशों को भारी लाभ होगा, वेतन में वृद्धि होगी, जीवन स्तर में सुधार होगा और कामकाजी लोगों की जेब में अधिक पैसा आएगा। यह नौकरियों के लिए अच्छा है, यह व्यापार के लिए अच्छा है, टैरिफ कम करने और व्यापार को सस्ता, तेज़ और आसान बनाने के लिए अच्छा है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है। मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद, आज दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता संपन्न हुआ है। ये समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं है बल्कि साझा समृद्धि की योजना है...ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और MSME क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भारत और यूके मिले और वो भी टेस्ट सीरीज के दौरान तब क्रिकेट का उल्लेख करना ही पड़ता है। दोनों देशों के लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं बल्कि जुनून भी है और हमारी साझेदारी के लिए एक महान रूपक भी है। कभी-कभी स्विंग और मिस हो सकता है लेकिन हम हमेशा सीधे बल्ले से खेलेंगे। हम हाई स्कोरिंग दीर्घकालिक साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज संपन्न हुए समझौते और विजन 2035 इसे आगे बढ़ाने वाले माइलस्टोन हैं। पिछले महीने अहमदाबाद में हुए हादसे में मारे गए लोगों में कई ब्रिटिश नागरिक भी थे। हम उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों में एक जीवंत सेतु का काम करते हैं। वे भारत से सिर्फ़ करी ही नहीं, बल्कि रचनात्मकता, प्रतिबद्धता और चरित्र भी लेकर आए हैं। उनका योगदान सिर्फ़ ब्रिटेन की समृद्ध अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि ब्रिटेन की संस्कृति, खेल और जनसेवा में भी दिखता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इंडो पैसिफिक में शांति और स्थिरता, यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर हम विचार साझा करते रहे हैं। हम जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं। सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान अनिवार्य है। आज के युग की मांग विस्तारवाद नहीं विकासवाद ही है।