अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स की सड़कों पर शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारी उतरे और तीन युवतियों की यातना और हत्या के मामले में न्याय की मांग की। इस बर्बर घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
20 वर्षीय चचेरी बहनें मोरेना वर्डी और ब्रेंडा डेल कैस्टिलो और 15 वर्षीय लारा गुटिरेज़ के शव बुधवार को उनके लापता होने के पांच दिन बाद ब्यूनस आयर्स के एक उपनगर में एक घर के आंगन में दबे हुए मिले थे।
जांचकर्ताओं ने इस अपराध को ड्रग गिरोहों से जोड़ा है। पीड़ितों को कथित तौर पर गिरोह के नियमों का उल्लंघन करने के लिए 'दंडित' करने की योजना के तहत फुसलाकर वैन में बिठाया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि अपराधियों ने युवतियों की उंगलियां काट दीं, नाखून उखाड़ लिए, उन्हें पीटा और उनका दम घोंट दिया।
सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण?
जांचकर्ताओं के अनुसार, इस क्रूर अपराध को इंस्टाग्राम पर लाइव किया गया था, जिसे एक निजी अकाउंट के 45 सदस्यों ने देखा। हालांकि, इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म पर लाइवस्ट्रीम होने के दावे का खंडन किया है।
अब तक पांच लोग गिरफ्तार
प्रदर्शनकारियों ने संसद की ओर मार्च किया, बैनर उठाए जिन पर पीड़ितों के नाम लिखे थे, 'लारा, ब्रेंडा, मोरेना।' उन्होंने नारे लगाए, 'यह एक मादक-नारी हत्या थी!' और 'हमारी ज़िंदगी बेकार नहीं है'। राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री पेट्रीसिया बुलरिच ने पांचवें संदिग्ध (तीन पुरुष और दो महिला) की गिरफ्तारी की घोषणा की है।
अधिकारियों ने साजिश के कथित मास्टरमाइंड, एक 20 वर्षीय पेरूवासी की तस्वीर जारी की है, जो अभी भी फरार है। ब्रेंडा के पिता ने कहा, 'महिलाओं की सुरक्षा पहले से कहीं ज़्यादा होनी चाहिए।' परिजनों ने हत्यारों को 'खून का प्यासा' बताया और मामले में पूरी सच्चाई सामने लाने की मांग की।