फरीदाबाद में मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल:सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन, नारेबाजी कर निकाला मार्च, बड़े आंदोलन की चेतावनी

फरीदाबाद जिले में 9 जुलाई को सरकारी, अर्ध-सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, केंद्रीय परियोजनाओं और उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारियों और मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को हड़ताल की। यह हड़ताल सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेतृत्व में की गई। जिसमें कई विभागों के कर्मचारियों ने भाग लिया। कर्मचारियों ने दिखाई एकजुटता हड़ताल का नेतृत्व कर रहे नरेश शास्त्री ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने अब तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है, इसलिए उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला और अपनी एकजुटता दिखाई। सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी हड़ताल में देशभर की 10 ट्रेड यूनियनों ने हिस्सा लिया। उनकी मुख्य मांगों में कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, पुरानी पेंशन योजना बहाल करना, हिट एंड रन कानून वापस लेना, निजी बसों को रोडवेज में शामिल करना और बकाया वेतन देना शामिल हैं। नरेश शास्त्री ने कहा कि अगर सरकार ने इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

Jul 9, 2025 - 19:30
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फरीदाबाद में मांगों को लेकर कर्मचारियों की हड़ताल:सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन, नारेबाजी कर निकाला मार्च, बड़े आंदोलन की चेतावनी
फरीदाबाद जिले में 9 जुलाई को सरकारी, अर्ध-सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, केंद्रीय परियोजनाओं और उद्योगों में काम करने वाले कर्मचारियों और मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को हड़ताल की। यह हड़ताल सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेतृत्व में की गई। जिसमें कई विभागों के कर्मचारियों ने भाग लिया। कर्मचारियों ने दिखाई एकजुटता हड़ताल का नेतृत्व कर रहे नरेश शास्त्री ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने अब तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है, इसलिए उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा। कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला और अपनी एकजुटता दिखाई। सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी हड़ताल में देशभर की 10 ट्रेड यूनियनों ने हिस्सा लिया। उनकी मुख्य मांगों में कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, पुरानी पेंशन योजना बहाल करना, हिट एंड रन कानून वापस लेना, निजी बसों को रोडवेज में शामिल करना और बकाया वेतन देना शामिल हैं। नरेश शास्त्री ने कहा कि अगर सरकार ने इन मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आगे और बड़ा आंदोलन किया जाएगा।