पूर्णिया में महिला ने दिया 4 बच्चों को जन्म:पहले से भी हैं चार बच्चे, डिलीवरी कराने वाली नर्स बोली- ये चमत्कार है

पूर्णिया में एक महिला ने एक साथ 4 बेटियों को जन्म दिया है। प्रसव में समय महिला की डिलीवरी कराने वाली नर्स भी रेयरेस्ट डिलीवरी को देखकर हैरान रह गई। बच्चों को हाथ में लेकर नर्सेज बोली- मीराकल, एक साथ 4 बेटियां। हॉस्पिटल में मौजूद लोग इसे कुदरत का करिश्मा, तो वहीं डॉक्टर और स्टाफ इसे मेडिकल मीराकल बता रहे हैं। महिला ने इन बच्चों को बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जन्म दिया। सभी नॉर्मल डिलीवरी से हुईं। एक साथ 4 बेटियों को जन्म देने का ये मामला बायसी प्रखंड के छतियान पोखरिया गांव से जुड़ा है। महिला का नाम हसेरुन (27) है। इस करिश्में को देखकर न सिर्फ प्रसूता के पति कैसर आलम और परिवार वाले बल्कि नर्स में खुशी का माहौल है। इस डिलीवरी के बाद हसेरुन अब कुल आठ बच्चों की मां बन गई हैं। इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सात महीने में ही हुआ प्रसव प्रसूता के पति कैसर आलम ने बताया कि पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा उठने के बाद बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। गर्भ में पल रहे बच्चे 7 महीने ही हुए थे। इसलिए प्रसव से पहले सोनोग्राफी हुई। इसमें गर्भ में तीन नवजात दिखाए दिए। मगर जब डिलीवरी हुई तो नर्स भी हैरान रह गई। महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया। स्वास्थ्य केंद्र की नर्स ने बताया कि जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो हमने तु​रंत महिला को भर्ती कर लिया। डिलीवरी के दौरान टीम ने संयम और अनुशासित तरीके से काम किया। रिपोर्ट के मुताबिक ये प्रसव गर्भधारण के 7वें महीने में हुआ। ये प्री-टर्म था। बावजूद इसके मां व चारों बच्चे स्वस्थ हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की टीम उन्हें लगातार मॉनिटर कर रही है। नवरात्र पर ये किसी करिश्मा से कम नहीं नर्स ने बताया कि डिलीवरी का वक्त बेहद खास और अद्भुत रहा। बच्चियों को हाथ में लेते ही मैं और मेरे सहयोगी नर्सों हैरान रह गए। ये एक मीराकल है। वे खुद को खुदकिस्मत समझती हैं कि उन्हें डिलीवरी कराने का मौका मिला। चारों बेटियां हैं ये और भी खास बात है। नवरात्र पर ये किसी करिश्मा से कम नहीं। हसेरुन के पति कैसर आलम ने आगे कहा- मैं और मेरे परिवार वाले के लिए ये पल बेहद खास है। ये सब किसी चमत्कार से कम बिन। पहले तो सोनोग्राफी में तीन ही बताए गए थे। चौथी बच्ची की बात सुनकर हमें विश्वास ही नहीं हुआ। ईश्वर का बहुत आभार है कि पत्नी और बच्चे फिलहाल स्वस्थ हैं। एक साथ चार बच्चों का जन्म दुर्लभ दैनिक भास्कर से बात करते हुए जीएमसीएच के डॉक्टर प्रणव प्रकाश ने कहा कि एक साथ चार बच्चों का जन्म दुर्लभ होता है और ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता की जरूरत रहती है। चिकित्सकों ने परिवार को आगे की नियमित चेकअप और समेत निगरानी की सलाह दी है। आगे के हफ्तों में भी सतर्क रहकर देखरेख की जानी चाहिए। एक साथ चार बच्चों के जन्म की बात मालूम चलते ही छतियान पोखरिया गांव के लोग अस्पताल जुटने शुरू हो गए हैं। पड़ोसी व रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे और परिजनों को बधाई दी।

Sep 23, 2025 - 23:21
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पूर्णिया में महिला ने दिया 4 बच्चों को जन्म:पहले से भी हैं चार बच्चे, डिलीवरी कराने वाली नर्स बोली- ये चमत्कार है
पूर्णिया में एक महिला ने एक साथ 4 बेटियों को जन्म दिया है। प्रसव में समय महिला की डिलीवरी कराने वाली नर्स भी रेयरेस्ट डिलीवरी को देखकर हैरान रह गई। बच्चों को हाथ में लेकर नर्सेज बोली- मीराकल, एक साथ 4 बेटियां। हॉस्पिटल में मौजूद लोग इसे कुदरत का करिश्मा, तो वहीं डॉक्टर और स्टाफ इसे मेडिकल मीराकल बता रहे हैं। महिला ने इन बच्चों को बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जन्म दिया। सभी नॉर्मल डिलीवरी से हुईं। एक साथ 4 बेटियों को जन्म देने का ये मामला बायसी प्रखंड के छतियान पोखरिया गांव से जुड़ा है। महिला का नाम हसेरुन (27) है। इस करिश्में को देखकर न सिर्फ प्रसूता के पति कैसर आलम और परिवार वाले बल्कि नर्स में खुशी का माहौल है। इस डिलीवरी के बाद हसेरुन अब कुल आठ बच्चों की मां बन गई हैं। इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सात महीने में ही हुआ प्रसव प्रसूता के पति कैसर आलम ने बताया कि पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा उठने के बाद बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। गर्भ में पल रहे बच्चे 7 महीने ही हुए थे। इसलिए प्रसव से पहले सोनोग्राफी हुई। इसमें गर्भ में तीन नवजात दिखाए दिए। मगर जब डिलीवरी हुई तो नर्स भी हैरान रह गई। महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया। स्वास्थ्य केंद्र की नर्स ने बताया कि जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो हमने तु​रंत महिला को भर्ती कर लिया। डिलीवरी के दौरान टीम ने संयम और अनुशासित तरीके से काम किया। रिपोर्ट के मुताबिक ये प्रसव गर्भधारण के 7वें महीने में हुआ। ये प्री-टर्म था। बावजूद इसके मां व चारों बच्चे स्वस्थ हैं और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की टीम उन्हें लगातार मॉनिटर कर रही है। नवरात्र पर ये किसी करिश्मा से कम नहीं नर्स ने बताया कि डिलीवरी का वक्त बेहद खास और अद्भुत रहा। बच्चियों को हाथ में लेते ही मैं और मेरे सहयोगी नर्सों हैरान रह गए। ये एक मीराकल है। वे खुद को खुदकिस्मत समझती हैं कि उन्हें डिलीवरी कराने का मौका मिला। चारों बेटियां हैं ये और भी खास बात है। नवरात्र पर ये किसी करिश्मा से कम नहीं। हसेरुन के पति कैसर आलम ने आगे कहा- मैं और मेरे परिवार वाले के लिए ये पल बेहद खास है। ये सब किसी चमत्कार से कम बिन। पहले तो सोनोग्राफी में तीन ही बताए गए थे। चौथी बच्ची की बात सुनकर हमें विश्वास ही नहीं हुआ। ईश्वर का बहुत आभार है कि पत्नी और बच्चे फिलहाल स्वस्थ हैं। एक साथ चार बच्चों का जन्म दुर्लभ दैनिक भास्कर से बात करते हुए जीएमसीएच के डॉक्टर प्रणव प्रकाश ने कहा कि एक साथ चार बच्चों का जन्म दुर्लभ होता है और ऐसे मामलों में विशेष सतर्कता की जरूरत रहती है। चिकित्सकों ने परिवार को आगे की नियमित चेकअप और समेत निगरानी की सलाह दी है। आगे के हफ्तों में भी सतर्क रहकर देखरेख की जानी चाहिए। एक साथ चार बच्चों के जन्म की बात मालूम चलते ही छतियान पोखरिया गांव के लोग अस्पताल जुटने शुरू हो गए हैं। पड़ोसी व रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे और परिजनों को बधाई दी।