पंचकूला में रिटायर्ड नायब तहसीलदार पर करप्शन का केस:5 साल बाद रीडर की शिकायत पर कार्रवाई, रजिस्ट्री के एवज में लिए थे ₹1 हजार

पंचकूला में रिटायर्ड नायब तहसीलदार के खिलाफ पंचकूला ACB टीम ने करप्शन का केस दर्ज किया है। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह ने 5 साल पहले किसी रजिस्ट्री के लिए दलाल से एक हजार रुपए की रिश्वत ली थी। जिसका रीडर ने VIDEO ने बताया था और एसीबी को शिकायत भेजी थी, लेकिन कार्रवाई अब हुई है। फतेहाबाद निवासी अजमेर क्लर्क उस समय नायब तहसील बरवाला का रीडर था। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह अक्सर रिश्वत लेता था, जो उसे अच्छा नहीं लगता था। जिसके चलते उसने 8 जनवरी 2020 को अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया। जिसमें नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह अपनी सीट पर बैठकर एक जगतार सिंह से रिश्वत ले रहे थे। जिसके बाद उसने एसीबी से शिकायत कर दी। लेकिन एसीबी ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की। दोनों हो चुके अब रिटायर पंचकूला के तत्कालीन नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह के पास पंचकूला की बरवाला उप तहसील का भी चार्ज था। जहां पर फतेहाबाद निवासी अजमेर रीडर था। अब रीडर अजमेर व नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह दोनों ही रिटायर हो चुके हैं। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह भिवानी जिले के बामला गांव के रहने वाले हैं। जानिए रीडर ने एसीबी दी सीडी में क्या बातचीत हुई..... दलाल जगतार – रजिस्ट्री है जी ईश्वर सिंह – के नाम है तेरा दलाल जगतार- मेरा नाम जगतार सिंह है जी ईश्वर सिंह – ये रजिस्ट्री किसकी है दलाल जगतार– आत्मा राम के नाम से जी ईश्वर सिंह – आप दलाल जगतार– रजिस्ट्री आला काम कराया करूं जी ईश्वर सिंह – कद ते कराण लाग गया, दिखदा तो कोनी कदै दलाल जगतार – पिछली बार करवा के ले गया था जी आपसे, फीस दे के गया था जी आपको ईश्वर सिंह – मिलदा रहया कर, कदे केद भूल जावा सां, (फिर रजिस्ट्री पर साइन करते हुए) ले कर दी ठीक सै तनै या बात कह दी तो (फिर रजिस्ट्री पर साइन करते हुए) हां फीस इसकी दलाल जगतार – हां जी हां जी हां जी....नोनी वाली है जी (नोनी एक प्रोपर्टी डीलर का नाम है) ईश्वर सिंह – नोनी वाली है कित है नोनी दलाल जगतार – आज आया नहीं जी ईश्वर सिंह – हां वो बतावे था के बीमार बुमुर है कोई...आजा भाई (रजिस्ट्री साइन करने के बाद) ये ले....चैक कर लियो (रजिस्ट्री साइन करने बाद सामने खड़े जगतार सिंह दलाल जो वीडियों में दिखाई नहीं दे रहा को रजिस्ट्री देते हुए वीडियो में जगतार दलाल ईश्वर सिंह को रिश्वत की राशि एक हजार रुपए देते हुए) ईश्वर सिंह – कितने है ये जगतार – हजार हैं ईश्वर सिंह – यार हजार रुपया में क्यों म्हारी बिराण माटी करा करो (तभी इस बीच दलाल जगतार ने कुछ ओर रुपए देते हुए व ईश्वर सिंह रिश्वत लेते हुए) क्लर्क आला काम करण लाग गे माहरै सेती तो थाम है भाई (इसी बीच मेज की बांई ओर बैठ कर एक अन्य प्रोपर्टी डीलर नाम शायद कुलदीप.....ईश्वरसिंह को रिश्वत देते हुए दिखाई दे रहें है) क्लर्क आला काम ना करया करो....क्लर्क आला काम करण लाग गे म्हारे सेती तो (वीडियो में उप तहसीलदार ईश्वर सिंह, जगतार सिंह व कुलदीप प्रोपर्टी डीलर से ली हुई रिश्वत पैंट की जेब में डालते हुए) । दलाल जगतार – ना जी तीन दे गया था पिछली बार ईश्वर सिंह – क्लर्क आला काम ना करया करो, तहसीलदार मै सूं उं करा लिया करो। नायब तहसीलदार बोले- 2 बार मिल चुकी क्लीन चिट रिटायर्ड नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह ने बताया कि केस में 2 बार विभागीय और एसपी कार्यालय के द्वारा 2 बार जांच की जा चुकी है। लेकिन दोनों ही बार मुझे क्लीन चिट मिली है। अब पता नहीं कैसे 5 साल बाद एसीबी ने मुझे बिना सुने ही केस दर्ज कर लिया है।

Oct 12, 2025 - 09:25
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पंचकूला में रिटायर्ड नायब तहसीलदार पर करप्शन का केस:5 साल बाद रीडर की शिकायत पर कार्रवाई, रजिस्ट्री के एवज में लिए थे ₹1 हजार
पंचकूला में रिटायर्ड नायब तहसीलदार के खिलाफ पंचकूला ACB टीम ने करप्शन का केस दर्ज किया है। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह ने 5 साल पहले किसी रजिस्ट्री के लिए दलाल से एक हजार रुपए की रिश्वत ली थी। जिसका रीडर ने VIDEO ने बताया था और एसीबी को शिकायत भेजी थी, लेकिन कार्रवाई अब हुई है। फतेहाबाद निवासी अजमेर क्लर्क उस समय नायब तहसील बरवाला का रीडर था। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह अक्सर रिश्वत लेता था, जो उसे अच्छा नहीं लगता था। जिसके चलते उसने 8 जनवरी 2020 को अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया। जिसमें नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह अपनी सीट पर बैठकर एक जगतार सिंह से रिश्वत ले रहे थे। जिसके बाद उसने एसीबी से शिकायत कर दी। लेकिन एसीबी ने उस समय कोई कार्रवाई नहीं की। दोनों हो चुके अब रिटायर पंचकूला के तत्कालीन नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह के पास पंचकूला की बरवाला उप तहसील का भी चार्ज था। जहां पर फतेहाबाद निवासी अजमेर रीडर था। अब रीडर अजमेर व नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह दोनों ही रिटायर हो चुके हैं। नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह भिवानी जिले के बामला गांव के रहने वाले हैं। जानिए रीडर ने एसीबी दी सीडी में क्या बातचीत हुई..... दलाल जगतार – रजिस्ट्री है जी ईश्वर सिंह – के नाम है तेरा दलाल जगतार- मेरा नाम जगतार सिंह है जी ईश्वर सिंह – ये रजिस्ट्री किसकी है दलाल जगतार– आत्मा राम के नाम से जी ईश्वर सिंह – आप दलाल जगतार– रजिस्ट्री आला काम कराया करूं जी ईश्वर सिंह – कद ते कराण लाग गया, दिखदा तो कोनी कदै दलाल जगतार – पिछली बार करवा के ले गया था जी आपसे, फीस दे के गया था जी आपको ईश्वर सिंह – मिलदा रहया कर, कदे केद भूल जावा सां, (फिर रजिस्ट्री पर साइन करते हुए) ले कर दी ठीक सै तनै या बात कह दी तो (फिर रजिस्ट्री पर साइन करते हुए) हां फीस इसकी दलाल जगतार – हां जी हां जी हां जी....नोनी वाली है जी (नोनी एक प्रोपर्टी डीलर का नाम है) ईश्वर सिंह – नोनी वाली है कित है नोनी दलाल जगतार – आज आया नहीं जी ईश्वर सिंह – हां वो बतावे था के बीमार बुमुर है कोई...आजा भाई (रजिस्ट्री साइन करने के बाद) ये ले....चैक कर लियो (रजिस्ट्री साइन करने बाद सामने खड़े जगतार सिंह दलाल जो वीडियों में दिखाई नहीं दे रहा को रजिस्ट्री देते हुए वीडियो में जगतार दलाल ईश्वर सिंह को रिश्वत की राशि एक हजार रुपए देते हुए) ईश्वर सिंह – कितने है ये जगतार – हजार हैं ईश्वर सिंह – यार हजार रुपया में क्यों म्हारी बिराण माटी करा करो (तभी इस बीच दलाल जगतार ने कुछ ओर रुपए देते हुए व ईश्वर सिंह रिश्वत लेते हुए) क्लर्क आला काम करण लाग गे माहरै सेती तो थाम है भाई (इसी बीच मेज की बांई ओर बैठ कर एक अन्य प्रोपर्टी डीलर नाम शायद कुलदीप.....ईश्वरसिंह को रिश्वत देते हुए दिखाई दे रहें है) क्लर्क आला काम ना करया करो....क्लर्क आला काम करण लाग गे म्हारे सेती तो (वीडियो में उप तहसीलदार ईश्वर सिंह, जगतार सिंह व कुलदीप प्रोपर्टी डीलर से ली हुई रिश्वत पैंट की जेब में डालते हुए) । दलाल जगतार – ना जी तीन दे गया था पिछली बार ईश्वर सिंह – क्लर्क आला काम ना करया करो, तहसीलदार मै सूं उं करा लिया करो। नायब तहसीलदार बोले- 2 बार मिल चुकी क्लीन चिट रिटायर्ड नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह ने बताया कि केस में 2 बार विभागीय और एसपी कार्यालय के द्वारा 2 बार जांच की जा चुकी है। लेकिन दोनों ही बार मुझे क्लीन चिट मिली है। अब पता नहीं कैसे 5 साल बाद एसीबी ने मुझे बिना सुने ही केस दर्ज कर लिया है।